यह कंपनी सरकार के साथ मिलकर काम करती है. इसके तहत वह एग्रिकल्चर फाइनेंस और एग्रीटेक को मिलाकर एक एग्री फिनटेक मॉडल पर काम कर रही है. किसानों को समझाया जा रहा है कि कैसे वह अपनी खेती के जरिए एक बिजनसमैन बन सकते हैं. किसानों को लोन और इंश्योरेंस देने के साथ-साथ उनकी समझ भी बढ़ाने की दिशा में काम हो रहा है. साथ ही उन्हें उर्वरक मुहैया कराने से लेकर प्रोडक्ट्स को मार्केट में पहुंचाने तक की दिशा में अहम काम किया जा रहा है. ई-मंडी तक की पहुंच भी दिलाई जाती है, ताकि किसानों का फायदा हो सके. अग्रणी ऐप की मदद से एक ऐसा सिस्टम बनाया गया है, जिससे लोन के लिए आवेदन करने के बाद से फाइल कहां पहुंची, क्या स्टेटस है सारी जानकारी किसान को मिलती है. किसानों को एफपीओ और मार्केट से जोड़ने का काम भी ये कंपनी कर रही है.

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बिटकॉइन क्या चीज है | बिटकॉइन को कैसे खरीदें | What is Bitcoin

आज के समय में हर व्यक्ति चाहता है वो ज्यादा से ज्यादा पैसे कमा सके। और पैसे को बेहतर जगह Invest करके ज्यादा पैसे बना सके। क्योंकि कहते है की पैसा सबकुछ नही है लेकिन बहुत कुछ है। और वो भी आज के समय में जहां कोई भी काम बिना पैसे के संभव ही नहीं है।

चाहे आपको अच्छी Life चाहिए जिसमे एक अच्छा घर, गाड़ी और हर सुख समृद्धि, वो पैसे के बिना संभव नहीं है। ऐसे में अगर आपके पास पैसा है तो आप जमीन, Stocks, IPO, MUTUAL FUND या Bitcoin जैसी Cryptocurrency में लगाकर अपने पैसे को बिना किसी खास मेहनत के कई गुना बढ़ा सकते हैं।

आज के समय में Cryptocurrency को खरीदने बेचने का चलन बहुत ज्यादा चल रहा है। भले ही भारत सरकार ने बिटकॉइन जैसी Cryptocurrency को मान्यता देने से मना कर दिया हो। लेकिन investment के लिए इससे बेहतर कोई और विकल्प नहीं दिखता। तो आइए जानते हैं कि बिटकॉइन क्या है ?

बिटकॉइन क्या है इन हिंदी

Bitcoin जैसे हम रुपया या डॉलर नोटों के रूप में इस्तेमाल करते है उसी प्रकार ये एक करेंसी है लेकिन ये वर्चुअल होती है यानी जिसे हम अपने हाथो से छू कर महसूस न कर सके।

जैसे हम PhonePe वॉलेट में पैसे बैंक से Add करके उसे वर्चुअल रुप से ट्रांसफर या Payment करते हैं उसी प्रकार बिटकॉइन का भी वॉलेट के जरिए लेन देन, गिनती और रख रखाव किया जाता है। Google से पैसे कैसे कमाएं ?

Who Created Bitcoin ?

Bitcoin जैसी Cryptocurrency को Satoshi Nakamoto नाम के इंजीनियर ने 2009 में विकास किया था। अगर आपके पास भी बिटकॉइन है तो आप इसका इस्तेमाल सामान्य खरीदारी के लिए कर सकते है। लेकिन भुगतान हमेशा वॉलेट के जरिए ही होती है क्योंकि ये एक Vertual करेंसी है।

बिटकॉइन किसी देश की आधिकारिक मुद्रा नहीं है। इसे कुछ देशों ने मान्यता दी है और भारत जैसे कुछ देशों में ये अभी भी अमान्य है। लेकिन इसका आप ले सकते है। बिटकॉइन या अन्य किसी भी Crypto Currency में लोगों का ध्यान इसलिए जा रहा है क्योंकि ये मुद्रा अप्रत्याशित रूप से घटती और बढ़ती भी है। जिससे इसमें निवेश करना काफी लाभप्रद होता है।

क्या होते हैं Crypto Token, आप खुद भी बनाकर बेच सकते हैं अपना टोकन, जानिए कैसे

क्या होते हैं Crypto Token, आप खुद भी बनाकर बेच सकते हैं अपना टोकन, जानिए कैसे

Cryptocurrency Explainer : क्रिप्टो टोकन और क्रिप्टो कॉइन में है बड़ा फर्क. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

आप अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी (how to make cryptocurrency) कैसे बना सकते हैं? इस सवाल का काफी सीधा जवाब हो सकता है, जो आपको चौंका सकता है. पिछले कुछ सालों में ढेरों क्रिप्टोकरेंसी डेवेलप की गई हैं, जिनमें से सबसे पॉपुलर बिटकॉइन, इथीरियम, डॉजकॉइन और लाइटकॉन जैसी करेंसीज़ हैं. सीधे शब्दों में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की डिजिटल करेंसी होती होती है, जो कॉइन या टोकन (token) किसी भी रूप में हो सकती है. ये दोनों ही चीजें एक-दूसरे से काफी अलग होती हैं. इस आर्टिकल में हम यह जानेंगे कि अपना खुद का क्रिप्टो टोकन कैसे बनाया जा सकता है और क्रिप्टो कॉइन से अलग कैसे होता है.

क्रिप्टो टोकन क्या होते हैं?

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कॉइन और टोकन दोनों ही क्रिप्टोकरेंसी हैं, लेकिन फर्क ये होता है कि कॉइन्स अपनी खुद की ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चलती हैं. ब्लॉकचेन एक डिजिटल बहीखाता होता है, जिसपर ब्लॉक पर होने वाले ट्रांजैक्शन का डेटा स्टोर होता है. हर ब्लॉक अपने पिछले ब्लॉक से एक यूनीक हैश कोड के जरिए जुड़ा होता है.

टोकन डिजिटल संपत्ति के वर्ग में रखे जाते हैं और ये पहले से मौजूद किसी अन्य ब्लॉकचेन पर काम करते हैं. उदाहरण के लिए इथीरियम एक ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म है और इसका अपना टोकन ईथर है. लेकिन ईथर की ही तरह कई दूसरे टाइप के टोकन्स भी हैं, जो इथीरियम प्लेटफॉर्म पर रन करते हैं.

कॉइन्स अपने खुद के डिजिटल बहीखाते पर चलते हैं और उनकी वैल्यू उनकी वेल्थ ट्रांसफर करने को लेकर है यानी कि वो दरअसल, पूंजी हैं. वहीं, टोकन का अपना कोई प्लेटफॉर्म नहीं होता है, ये किसी और प्लेटफॉर्म पर रन करते हैं. कॉइन्स, जोकि बस डिजिटल ही हो सकती है, टोकन किसी फिजिकल यानी असली चीज को भी दर्शा सकते हैं. यानी कि टोकन एक तरीके के ऑनलाइन कॉन्ट्रैक्ट होते हैं, जिन्हें ऑफलाइन भी किसी चीज से असाइन किया जा सकता है, जैसे कि कोई टिकट, या कूपन या ऐसे ही कोई रिडीम किए जा सकने वाले पॉइंट्स.

क्रिप्टो टोकन रिलीज कैसे किए जाते हैं?

जिस तरह शेयर मार्केट में IPO यानी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग खुलते हैं, वैसे ही टोकन्स को इनीशियल कॉइन्स ऑफरिंग (ICO) के जरिए रिलीज किया जाता है. टोकन को क्राउडसेल्स के जरिए इंट्रोड्यूस किया जाता हैै. निवेशक ICO खत्म हो जाने के बाद भी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध टोकन खरीद सकते हैं. अगर कोई नया टोकन बनाना है तो यह क्राउडसेल्स पर बनेगा और इन्हें कोई भी बना सकता है. जिनकी दिलचस्पी होगी, वो टोकन में निवेश करेंगे या फिर उस टोकन को पहले से मौजूद कॉइन्स के जरिए फंड करेंगे. हालांकि, यह एक जोखिम भरा कदम हो सकता है, क्योंकि टोकन वाला निवेशक पैसे लेकर भाग सकता है.

आमतौर पर धारणा यह है कि अपना क्रिप्टो टोकन बनाना बहुत ही जटिल और लंबी प्रक्रिया है और इसके लिए बहुत ही बारीक तकनीकी क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें? जानकारियां और कोडिंग आनी चाहिए. हालांकि, अब यह बात बहुत सही नहीं है. अब ऐसे बहुत से प्लेटफॉर्म हैं, जहां लोग अपना खुद का टोकन बना सकते हैं. उदाहरण के लिए- एक यूजर-फ्रैंडली ऐप्लीकेशन, CoinTool, है जो लोगों को अपना खुद का क्रिप्टो कॉइन बनाने का मौका देता है. इस ऐप पर आप अपने टोकन का नाम और सिंबल चूज़ कर सकते हैं.

Cryptocurrency क्या होती है | क्रिप्टो करेंसी कैसे खरीदें और बेचें

Cryptocurrency को लेकर इन दिनों काफी चर्चा हो रही है। Bitcoin एक Crypto Currency है। इस लेख में हम आपको इस क्रिप्टोकरेंसी के बारे में विस्तार से बताएंगे। बिटकॉइन वॉलेट हमारे मोबाइल वॉलेट से काफी मिलता-जुलता है। जहां हम अपना पैसा जमा करते हैं और उससे लेनदेन करते हैं। WazirX, Unocoin, Zebpay भारतीय कंपनियां हैं जो Bitcoin के कारोबार में हैं। अगर आप नहीं जानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी क्या होती है और इसे कैसे खरीदें और बेचें? तो हम इसकी सारी जानकारी देने जा रहे हैं।

क्रिप्टो करेंसी क्या होती है

ऐसा माना जाता है कि Crypto Currency की शुरुआत सातोशी नाकामोटो ने 2009 में की थी, लेकिन ऐसा नहीं है। इससे पहले भी कई निवेशकों या देशों ने डिजिटल करेंसी पर काम किया था। अमेरिका ने 1996 में प्राइम इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बनाया, सोना जिसे रखा नहीं जा सकता था, लेकिन अन्य चीजों से खरीदा जा सकता था। हालांकि 2008 में इसे बैन कर दिया गया था।

Cryptocurrency क्या होती है

Cryptocurrency एक प्रकार का Digital Money है, जिसे आप छू नहीं सकते, लेकिन रख सकते हैं। यानी यह करेंसी का डिजिटल रूप है। यह सिक्के या नोट जैसे ठोस रूप में आपकी जेब में नहीं है। यह पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। क्रिप्टो करेंसी दो शब्दों से मिलकर बना एक शब्द है। Crypto जो एक लैटिन शब्द है जो cryptography से लिया गया है और जिसका अर्थ है छिपा हुआ। तो Cryptocurrency का मतलब छिपा हुआ पैसा या गुप्त डिजिटल रुपया है।

इसे आसान भाषा में ऐसे समझें कि हर देश की अपनी मुद्रा हो। जैसे भारत के पास रुपया है, अमेरिका के पास डॉलर है, सऊदी अरब के पास रियाल है, इंग्लैंड के पास यूरो है। हर देश की अपनी मुद्रा होती है। यानी एक ऐसी धन-व्यवस्था जो किसी देश द्वारा मान्य हो और वहां के लोग उसका उपयोग करके आवश्यक चीजें खरीद सकें। अर्थात् जिसका कोई मूल्य हो, वह मुद्रा कहलाती है।

Cryptocurrency का लेनदेन कैसे किया जाता है

जब भी Cryptocurrency में कोई लेनदेन होता है, तो उसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है, यानी उसे एक ब्लॉक में रखा जाता है। इस ब्लॉक की सुरक्षा और एन्क्रिप्शन का काम खनिकों क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें? द्वारा किया जाता है। इसके लिए वे एक क्रिप्टोग्राफिक पहेली को हल करते हैं और ब्लॉक के लिए उपयुक्त हैश (एक Code) ढूंढते हैं।

जब एक माइनर एक मजबूत हैश ढूंढकर ब्लॉक को सुरक्षित करता है, तो इसे ब्लॉकचैन में जोड़ा जाता है और नेटवर्क में अन्य नोड्स द्वारा सत्यापित किया जाता है। इस प्रक्रिया को सर्वसम्मति कहा जाता है। यदि आम सहमति बन जाती है, तो ब्लॉक के सुरक्षित होने की पुष्टि हो जाती है। यदि यह सही पाया जाता है, तो इसे सुरक्षित करने वाले खनिक को Crypto coin दिया जाता है। यह एक इनाम है जिसे काम का सबूत माना जाता है।

लोन से लेकर इंश्योरेंस तक, बिना एक भी रुपया लिए किसानों की मदद कर रही है ये एग्रीटेक कंपनी

लोन से लेकर इंश्योरेंस तक, बिना एक भी रुपया लिए किसानों की मदद कर रही है ये एग्रीटेक कंपनी

किसानों की मदद के लिए इस कंपनी ने अहम कदम उठाया है. यह कंपनी लोगों को लोन दिलाती है और इंश्योरेंस मुहैया कराती है. जानिए कैसे किसानों को हो रहा है फायदा.

किसानों की सबसे बड़ी दिक्कत आज के वक्त में ये है कि वह अपनी फसल को कैसे बेचें और नुकसान से कैसे बचें. उन्हें सबसे ज्यादा दिक्कत पैसों की ही होती है और जब लोन की बात आती है तो उन्हें लोन भी नहीं मिल पाता है. जानकारी के अभाव के चलते किसान अक्सर ही कई तरह की परेशानियां झेलते हैं. किसानों की इसी परेशानी को समझा है  Leads Connect  ने और उनके लिए खास समाधान लाया है. यह कंपनी हर तरह से किसानों की मदद करती है.

कैसे आया अग्रणी ऐप का आइडिया?

नवनीत रविकर बताते हैं कि 2017 में उनकी कंपनी ने एसबीआई का एक कैंपेन चलाया था, जिसका नाम था 'कौन बनेगा गांव का हीरो'. इसके तहत लोगों को जागरूक करने के क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें? लिए नुक्कड़ नाटक और रोड शो का भी सहारा लिया जा रहा था. उस वक्त जब लोगों से इंश्योरेंस की बात की तो पता चला कि उन्हें तो फाइनेंस ही नहीं मिल पा रहा तो वह इंश्योरेंस क्या लेंगे. किसानों ने पूछा कि क्या आप लोन देते हैं तो समझ आया कि किसानों को लोन की एक बड़ी दिक्कत है. इसके बाद किसानों की लोन से जुड़ी दिक्कत को सुलझाने के लिए अग्रणी ऐप की शुरुआत की गई. उस वक्त तक एफपीओ भी नहीं थे, इसलिए किसानों को और भी ज्यादा दिक्कत होती थी. लोन उन्हीं लोगों को मिलता था, जिनके बड़े कनेक्शन थे या जो बड़े किसान थे. एफपीओ आने के बाद भी लोन तभी मिलता क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें? था, जब अच्छे कॉन्टैक्ट्स होते थे.

किसानों को हर लेवल पर हैंड होल्डिंग यानी मदद की जरूरत थी. लोन के लिए आवेदन से लेकर इश्योरेंस और तमाम योजनाओं की जानकारी तक. यहां तक कि उन्हें सब्सिडी से भी जुड़ी तमाम तरह की दिक्कतें होती थीं. बैंकों के पास इतना वक्त नहीं था कि वह किसानों की मदद कर सकें. ऐसे में किसानों की तरफ से फाइल को सही से पूरा कर के बैंक को देना एक चैलेंज था. इस पेनप्वाइंट को लीड्स कनेक्ट ने समझा है और अपने अग्रणी ऐप के जरिए किसानों को मदद मुहैया करवा रहा है. अग्रणी ऐप के जरिए किसानों को लोन और इंश्योरेंस मिल सकता है. साथ ही इस पर वह अपने दस्तावेज भी रख सकते हैं. इतना ही नहीं किसानों को एडवाइजरी सुविधा भी मिलती है. लीड्स कनेक्ट किसानों के लिए 'खेत से किचन तक' अभियान चला रहा है.

क्या है बिजनेस मॉडल?

लीड्स कनेक्ट किसानों को लोन, इंश्योरेंस और एडवाइजरी की सुविधा देती है. इसके लिए किसानों से कोई भी पैसा नहीं लिया जाता है, बल्कि बैंक की तरफ से कंपनी को कमीशन मिलता है. लीड्स कनेक्ट ने भारतीय स्टेट बैंक के साथ करार किया हुआ है, जिसके तहत वह किसानों को लोन देती है और इंश्योरेंस मुहैया कराती है. किसान को सिर्फ कंपनी का अग्रणी ऐप डाउनलोड करना होता है और उस पर रजिस्टर करना होना होता है. इसके बाद उसके लोन से लेकर इंश्योरेंस तक की सारी जानकारियां ऐप पर ही दिखती रहती हैं. ऐप के जरिए कंपनी किसानों के खेत की जानकारी, जियोटैगिंग, एग्रिकल्चर क्रेडिट स्कोर आदि देख सकती है. बैंक भी ये सारी जानकारियां देख सकता है. नवनीत कहते हैं कि अभी तक किसानों से कोई पैसा नहीं लिया जाता है और उम्मीद है कि कभी भविष्य में उनसे पैसे लेने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.

लीड्स कनेक्ट के सामने सबसे बड़ी चुनौती तो ये है कि लोन लेने वाले किसानों की भीड़ लगी है, लेकिन वह लोन लेने की जरूरी शर्तों पर खरे नहीं उतर पाते. अधिकतर किसान छोटे हैं जो महज 20-30 हजार का लोन चाहते हैं, जबकि लीड्स कनेक्ट इतना छोटा लोन नहीं देती. ऐसे में उसे आढ़तियों से 3 फीसदी प्रति माह यानी करीब 36 फीसदी सालाना की दर पर लोन लेना पड़ता है.

क्या है कंपनी का फ्यूचर प्लान?

आने वाले दिनों में लीड्स कनेक्ट की कोशिश है कि एफपीओ की विजिबिलिटी मिल जाए. इसके बाद एफपीओ की जियोटैगिंग की जाएगी और उसे एक पिन कोड से अटैच किया जाएगा. इसके बाद उस पिन कोड से जो छोटा किसान मिलेगा, उसे किसी ना किसी तरह एफपीओ से जोड़ा जाएगा. जब किसान अकेला होता है तो दिक्कत होती है, लेकिन जब वह एफपीओ से जुड़ जाता है तो सारी परेशानियां खत्म होने लगती हैं.

लीड्स कनेक्ट एक बूट स्ट्रैप्ड कंपनी है, जिसने अभी तक किसी से कोई फंडिंग नहीं ली है. यह एक फैमिली का बिजनेस है, जो 2009 से अभी तक अपने ही पैसों से काम कर रहा है. नवनीत रविकर कहते हैं कि क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें? आने वाले दिनों में फंडिंग करेंगे, लेकिन उसके लिए वह आईपीओ का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा कि वह आईपीओ के जरिए ही फंडिंग लेंगे.

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