Business Idea: 10 लाख से कम निवेश में शुरू करें ये बिजनस! 75 फीसदी फंड देगी सरकार, हर महीने होगी तगड़ी कमाई
अगर आपको नौकरी की तलाश है और काफी कोशिशों क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? के बाद भी नहीं मिल पा रही है तो परेशान न हों। आप खुद का बिजनस शुरू करके हर महीने अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं। बिजनस को शुरू करने के लिए आपको बहुत ज्यादा निवेश की भी जरूरत नहीं है। आपको सिर्फ 25 फीसदी पैसा ही अपने पास से लगाना होगा, बाकी का 75 फीसदी आपको सरकार की तरफ से मिलेगा। बिजनस को शुरू करने के लिए सरकार भी आपकी मदद करेगी। आज हम आपको एक ऐसे ही बिजनस के बारे में बताने जा रहें जिस आप 10 लाख रुपये से भी कम की लागत में शुरू कर सकते हैं। इसमें आपको हर महीने 70 से 80 हजार रुपये तक की कमाई हो सकती है। आइए आपको बताते हैं इस बिजनस के बारे में।
आसानी से शुरू कर सकते हैं ये बिजनस
हम आपको जिस बिजनस के बारे में बता रहे हैं वो डिस्पोजल पेपर कप (Paper Cup Business) बनाने का काम है। इस बिजनस का काफी स्कोप है। सरकार लगातार प्लास्टिक को रोकने के लिए नियम सख्त कर रही है। इस वजह से सरकार ऐसे बिजनस को बढ़ाने में मदद कर रही है जो प्लास्टिक के बढ़ते इस्तेमाल को कम करने में मददगार हों। डिस्पोजल पेपर कप की डिमांड काफी ज्यादा है। चाय की दुकानों से लेकर जूस की शॉप तक सभी जगह डिस्पोजल कप और गिलासों की काफी मांग रहती है।
सिर्फ मशीन पर करना होगा निवेश
इस डिस्पोजल पेपर कप बनाने वाले बिजनस में आपको अपनी जेब से सिर्फ 10 लाख रुपये लगाने होंगे। इन रुपयों को आपको मशीन पर निवेश करना होगा। इस बिजनस के लिए आपको लागत का 25 फीसदी खुद से लगाना होगा और बाकी का 75 फीसदी मुद्रा लोन मिल जाएगा। अगर आप भी ये बिजनस करने की सोच रहे हैं तो आप मुद्रा लोन का फॉर्म भर कर लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। अगर आप एक ही तरह के कप या गिलास बनाने वाली मशीन खरीदते हैं तो इसके लिए आपका करीब दो से लेकर ढाई लाख रुपये तक खर्च करने होंगे। वहीं अगर आप अलग-अलग तरह के कप बनाना चाहते हैं तो इसके लिए दूसरी मशीन खरीदनी होगी। इसकी लागत ज्यादा होगी। इस तरह की मशीन खरीदने के लिए आपको 8 से 10 लाख रुपये तक खर्च करने होंगे। इसके अलावा आपको डेढ़ लाख रुपये डाइंग की मशीन पर खर्च करने होंगे।
बिजनस की शुरुआत में इतने रुपये होंगे खर्च
इस बिजनस को शुरू करने के लिए मशीन और बाकी का सामान देखें तो आपको मशीनों पर 10-12 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमे करीब 15 लाख रुपये का वर्किंग कैपिटल लगेगा, जिसमें रॉ मटीरियल, दुकान का किराया, कर्मचारियों का वेतन, लाइट का बिल जैसे खर्चे आते हैं। इस बिजनस से आप हर साल करीब 9 लाख रुपये तक की कमाई आराम से कर सकते हैं।
नॉलेज: 4 तरह के होते हैं म्यूचुअल फंड, 500 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत
अच्छे रिटर्न के लिए म्युचुअल फंड में निवेश करना सही विकल्प हो सकता है। लेकिन अभी भी काफी लोगों को यह नहीं पता है कि म्युचुअल फंड स्कीम क्या हैं? और इनमें निवेश कैसे किया जाता है? म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयरों में निवेश करती हैं। इसके बदले म्युचुअल फंड निवेशकों से चार्ज भी लेती हैं। जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है। हम आपको म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं।
इक्विटी म्यूचुअल फंड
ये स्कीम निवेशकों की रकम को सीधे शेयरों में निवेश करती है। छोटी अवधि में ये स्कीम जोखिम भरी हो सकती हैं, लेकिन लंबी अवधि में इसे आपको बेहतरीन रिटर्न देने वाला माना जाता है। इस तरह की स्कीम में निवेश से आपका रिटर्न इस बात पर निर्भर करता है कि शेयर का प्रदर्शन कैसा है। जिन निवेशकों का वित्तीय लक्ष्य 10 साल बाद पूरा होना है, वे इस तरह की म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं।
डेट म्यूचुअल फंड
ये म्यूचुअल फंड स्कीम डेट सिक्योरिटीज में निवेश करती हैं. छोटी अवधि के वित्तीय लक्ष्य पूरे करने के लिए निवेशक इनमें निवेश कर सकते हैं। 5 साल से कम अवधि के लिए इनमें निवेश करना ठीक है। ये म्यूचुअल फंड स्कीम शेयरों की तुलना में कम जोखिम वाली होती हैं और बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट की तुलना में बेहतर रिटर्न देती हैं।
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम
ये म्यूचुअल फंड स्कीम इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करती हैं। इन स्कीम को चुनते वक्त भी निवेशकों को अपने जोखिम उठाने की क्षमता का ध्यान रखना जरूरी है। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम को छह कैटेगरी में बांटा गया है।
सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम
सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम किसी खास लक्ष्य या समाधान के हिसाब से बनी होती हैं। इनमें रिटायरमेंट स्कीम या बच्चे की शिक्षा जैसे लक्ष्य हो सकते हैं। इन स्कीम में आपको कम से कम 5 साल के लिए निवेश करना जरूरी होता है। इसमें निवेश करके आप अच्छा रिटर्न पा सकते हैं।
म्युचुअल फंड में तीन तरह से निवेश किया जा सकता है। इसमें पूरी तरह से ऑनलाइन से लेकर फार्म भरकर निवेश किया जा सकता है। म्युचुअल फंड में लगाया गया पैसा शेयर बाजार में लगाया जाता है। इसलिए कई लोगों को लगता है कि इसके लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है, हालांकि ऐसा नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बिना DEMAT अकाउंट के भी निवेश किया जा सकता है।
पहला तरीका
यह तरीका काफी आम है। इसमें किसी एजेंट के माध्यम से निवेश करना होता है। अगर एजेंट को खोजने में दिक्कत हो तो जिस कंपनी में निवेश करना चाहते हैं उस कंपनी की वेबसाइट से टोल फ्री नम्बर लेकर बात कर सकते हैं। कंपनी आपके इलाके में जो एजेंट हैं उससे संपर्क करा देगी। फिर इस एजेंट की मदद से आप निवेश कर सकते हैं।
दूसरा तरीका
ब्रोकर या किसी म्युचुअल फंड बेचने वाली वेबसाइट के माध्यम से भी निवेश किया जा सकता है। कई लोग शेयर बाजार में निवेश करते हैं वह अपने ब्रोकर अकाउंट के माध्यम से भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा देश में एक दर्जन से ज्यादा वेबसाइट हैं जो म्युचुअल फंड बेचती हैं। लोग इन वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने के बाद म्युचुअल फंड खरीद सकते हैं। अगर जरूरत हो तो यह वेबसाइट अपने एजेंट भी निवेशक के पास मदद के लिए भेजती है।
तीसरा तरीका
डायरेक्ट प्लान में निवेश। सेबी के आदेश के बाद सभी म्युचुअल फंड कंपनियां अपनी सभी स्कीम्स में डायरेक्ट प्लान का ऑप्शन देती हैं। इनमें निवेश पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। आप म्युचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर सीधे स्कीम चुनते हैं और कुछ स्टेप में निवेश की प्रक्रिया पूरी करते हैं। यहां पर पेमेंट भी ऑनलाइन करना होता है।
चौथा तरीका
अब पेटीएम मनी ऐप (PayTm Money App) की मदद से आप किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। पेटीएम मनी ऐप की मदद से आप निवेश करने के साथ-साथ अपने पोर्टफलियो को भी आसानी से चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से कोई कमीशन या फीस नहीं देनी होगी।
शेयर बाजार से जुड़े रिस्क
म्युचुअल फंड अपनी इक्विटी स्कीम में जुटाए पैसों का निवेश शेयर बाजार में करते हैं। स्टॉक मार्केट के बारे में कुछ भी भविष्यवाणी करना कठिन होता है। इसी कारण इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश रिस्की माना जाता है। हालांकि जानकारों का कहना है कि थोड़ा-थोड़ा पैसा लम्बे समय तक लगाया जाए तो अच्छा रिटर्न पाया जा सकता है।
सवाल: क्या आप किसी म्यूचुअल फंड में अपना सारा पैसा खो सकते हैं?
जवाब: बाज़ार से जुड़े होने के कारण, म्यूचुअल फंड में जोखिम बना रहता है, इसलिए निवेश की गई मूल राशि क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? का नुकसान हो सकता है। हालांकि, म्यूचुअल फण्ड के प्रदर्शन को देखते हुए कहा जा सकता है कि आपके सभी पैसे खोने की संभावना कम है।
सवाल: किसी म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करने के लिए आपको कितना धन चाहिए?
जवाब: आपके द्वारा निवेश किए जाने वाले फंड के आधार पर न्यूनतम निवेश राशि भिन्न हो सकती है। हालाँकि, आप न्यूनतम 500 रु. निवेश कर सकते हैं।
सवाल: क्या मैं म्यूचुअल फंड कभी भी बेच सकता हूं?
जवाब: अधिकांश म्यूचुअल फंड ओपन एंडेड होते हैं, मतलब आप उन्हें कभी भी बेच सकते हैं। आमतौर पर क्लोज एंड स्कीम की 3-4 वर्ष की लॉक-इन अवधि होती है। एक दूसरे तरीके की स्कीम है जिसमें, म्यूचुअल फन कुछ समय के लिए लॉक-इन हो जाते हैं, लेकिन इसके बाद ओपन एंडेड हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, टैक्स सेविंग या ELSS की लॉक-इन अवधि 3 साल है। इस अवधि के बाद, आप ये फंड किसी भी समय बेच सकते हैं।
सवाल: क्या म्यूचुअल फंड में निवेश करना टैक्स-फ्री है?
जवाब: नहीं, म्यूचुअल फंड शोर्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) नियम के अधीन हैं। अलग-अलग म्यूचुअल फंड जैसें, इक्विटी और डेट पर कई तरह का टैक्स लगता है। म्यूचुअल फंड लाभांश के मामले में डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (DDT) लागू हो जाता है और फंड के अनुसार स्रोत पर टैक्स कटौती की जाती है।
New Year's 2022 Resolution: नये वर्ष पर लें बचत का संकल्प! फिक्स डिपॉजिट नहीं यहां करें निवेश! कम जोखिम में होगी ज्यादा कमाई!
नववर्ष 2023 क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? के बस कुछ दिन शेष रह गये हैं. बहुत से लोग हैं जो नववर्ष को गुडलक मानते हैं. उन्हें लगता है कि नया साल उनके लिए एक सुखद परिवर्तन लाएगा. इसके लिए वे घर-परिवार एवं खुद के सुखद भविष्य के लिए नववर्ष पर नये-नये संकल्प बुनते हैं.
नववर्ष 2023 के बस कुछ दिन शेष रह गये हैं. बहुत से लोग हैं जो नववर्ष को गुडलक मानते हैं. उन्हें लगता है कि नया साल उनके लिए एक सुखद परिवर्तन लाएगा. इसके लिए वे घर-परिवार एवं खुद के सुखद भविष्य के लिए नववर्ष पर नये-नये संकल्प बुनते क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? हैं. इसी दिशा में बचत के संदर्भ में कुछ उपयोगी सुझाव यहां प्रस्तुत है.
फिक्स डिपॉजिट अब पर्याय नहीं रहा!
एक समय था, जब लोग एक मुश्त रकम के निवेश के लिए फिक्स डिपॉजिट या पोस्ट ऑफिस में इंदिरा विकास पत्र जैसे निवेशों का चुनाव करते थे, क्योंकि तब 5 साल में रकम दुगुनी हो जाती थी, आज अधिकांश बैंकों में 7 फीसदी सालाना दर से ब्याज मिल रहे हैं, जो महंगाई दर के मुकाबले काफी कम है. आज किसी भी फिक्स डिपॉजिट में जमा राशि को दोगुना होने में न्यूनतम 10 वर्ष की अवधि लगती है, क्योंकि वर्तमान में फिक्स डिपॉजिट पर केवल 2 से 3 प्रतिशत सालाना रिटर्न मिल रहा है. इसलिए में महंगाई के चढ़ते-उतरते ग्राफ को देखते हुए फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना किंचित समझदारी नहीं कही जा सकती. यह भी पढ़ें : New Year 2023: पश्चिम रेलवे का फैसला, नए साल पर यात्रियों की सुविधा के लिए 31 दिसंबर और 1 जनवरी की मध्यरात्रि के दौरान चलाएगा स्पेशल मुंबई लोकल ट्रेन, चेक डिटेल्स
छोटी रकम से निवेश तो जोखिम भी कम होगा
अगर आपके पास जमा पूंजी नहीं है, तो क्या गारंटी कि नववर्ष 2023 में आपकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी. आज महंगाई के अनुसार आमदनी नहीं बढ़ रही है, तो अगले साल भी आर्थिक संकट बने रहने की संभावना हो सकती है. ऐसे में नववर्ष क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? में अगर आप कुछ जोखिम लेने के लिए तैयार हैं, तो नववर्ष से कुछ उम्मीद कर सकते हैं. इस नववर्ष में अपनी आय के अनुसार कम जोखिम और बेहतर रिटर्न वाले विकल्प का चुनाव कर सकते हैं. इसके लिए शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में रुचि लेना चाहिए. यहां छोटे-छोटे निवेश कर बड़ी आय अर्जित किया जा सकता है. शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है, इसके जरिये मात्र 500 रुपये से म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत की जा सकती है. किसी वित्तीय एक्सपर्ट से बात कर सीधा शेयर मार्केट में भी निवेश कर सकते हैं. शेयर बाजार में कम जानकारी होने से भारत में आज भी मात्र तीन प्रतिशत लोग शेयर बाजार में निवेश करते हैं, जबकि अमेरिका में 55 फीसदी लोग शेयर बाजार से जुड़े हैं.
बचत को सही जगह करें इन्वेस्ट!
नववर्ष में थोड़ा-सा जोखिम लेकर आप अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं. मान लीजिये आपका वेतन प्रतिमाह 40 हजार रूपये के आसपास है, नववर्ष से प्रति माह आप अपने वेतन से 20 प्रतिशत की सेविंग करें, इसे रिकरिंग, सेविंग अथवा फिक्स डिपॉजिट में जमा नहीं करें. वेतन के 20 फीसदी में से 10 फीसदी यानी 4 हजार रूपये म्युचुअल फंड में व्यवस्थित निवेश योजना (Systematic Investment Plan) में करें और शेष 10 फीसदी सीधा शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करें, आप देखेंगे कि आपने काफी कम समय में अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
ऐसे करें चुनाव शेयर बाजार का!
अगर आप शेयर बाजार के मामले में कुछ भी नहीं जानते हैं तो किसी एक्सपर्ट की मदद जरूर लें, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि कि उन्हीं कंपनियों के शेयरों का चुनाव करें, जिनके प्रोडक्ट के बारे में आप अच्छी तरह जानते हैं और स्वयं भी उसका इस्तेमाल करते हैं, साथ ही जांच-परख लें कि अमुक कंपनी मुनाफे में चल रही हो. नुकसान में चल रही कंपनी में कभी भी पैसा इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए.
इस तरह छोटी रकम आप बड़ी पूंजी बना सकते हैं!
अगर आप प्रतिमाह अपने मासिक बचत को एसआईपी करते हैं, तो इसका वार्षिक न्यूनतम 12 प्रतिशत रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. इस तरह प्रत्येक माह बचत करके 5 साल में बड़ी रकम प्राप्त की जा सकती. लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें, कि म्यूचुअल फंड और इक्विटी बाजार में इन्वेस्टमेंट कभी-कभी रिस्की भी हो सकता है. यानि कभी उम्मीद से कम राशि भी प्राप्त हो सकती है, क्योंकि यह बाजार के गिरते उठते ग्राफ पर निर्भर करता है, लेकिन गिरी से गिरी हालत में भी फिक्स अथवा रिकरिंग डिपॉजिट की तुलना में यह बेहतर रिटर्न देता है.
इसके लिए बेहतर होगा कि आप किसी वित्त एक्सपर्ट की मदद लें.
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म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड
म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –
- इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
- इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
- हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
- डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।
1.म्युचुअल फंड्स की जानकारी
अगर आप म्युचुअल फंड्स और उसके प्रकारों के बारे में पहले से जानते हैं, तो आप सीधे अगले सेक्शन पर जा सकते है । ये 5 आर्टिकल्स, म्युचुअल फंड्स और उसके प्रकारों के बारे में सारी ज़रूरी जानकारी देंगे । हम टैक्स सेविंग फंड्स पर भी एक विशेष आर्टिकल दे रहे हैं।
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और ये कैसे काम करते हैं?
- म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करना बनाम डायरेक्ट इक्विटी
- . म्युचुअल फंड्स के फायदे और नुकसान
- टैक्स सेविंग(ईएलएसएस) फंड्स
2.म्युचुअल फंड्स का एक पोर्टफ़ोलियो बनाना
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने का सही तरीका है – सबसे पहले इसका पोर्टफोलियो बनाना । एक पोर्टफोलियो, म्युचुअल फंड का एक समूह होता है। यह आपको अपने इन्वेस्टमेंट के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। आपका सारा रिटर्न् आपके पूरे पोर्टफोलियो पर टिका होता है, ना कि किसी एक विशेष फंड पर। इस सेक्शन में, हम यह सीखेंगे कि म्युचुअल फंड पोर्टफोलियो कैसे तैयार किया जाता है।
- पोर्टफोलियो इन्वेस्टिंग क्या है कैसे तैयार किया जाए
- अपने पोर्टफोलियो के लिए सही म्युचुअल फंड चुनना
- म्युचुअल फंड को कब बेचें
3.म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करना
कईं शुरुआती इन्वेस्टर्स म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने की प्रक्रिया को मुश्किल मानकर उसमें इन्वेस्ट करने से कतराते हैं। ये आर्टिकल्स ऐसे ही शुरुआती इन्वेस्टर्स को म्युचुअल फंड को समझने में और इन्वेस्टमेंट शुरू करने में मदद करेंगे।
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और ये म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने के लिए ज़रूरी क्यों है (SIP) के द्वारा इन्वेस्ट करना
4.कुछ और महत्वपूर्ण जानकारियाँ
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करते समय कुछ ज़रूरी बातें है, जिनकी जानकारी हर शुरुआती इन्वेस्टर को होनी चाहिए । इन बातों को समझे बिना इन्वेस्ट करने से, रिटर्न्स पर काफ़ी बुरा असर पड़ सकता है।
- म्युचुअल फंड्स पर टैक्स
- म्युचुअल फंड्स से पैसे निकालने पर एग्ज़िट लोड
- म्युचुअल फंड्स का एक्सपेंस रेशो
- इन्वेस्टमेंट से जुड़ी भाषा की जानकारी
जहाँ म्युचुअल फंड्स की बात आती है वहाँ आमतौर पर लिस्ट में दिए गए इन शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? । हालाँकि शुरुआती इन्वेस्टर्स को इन सभी शब्दों को याद रखने की ज़रूरत नहीं है, आप किसी भी शब्द को सीखने के लिए, ग्लोसरी (डिक्शनरी) के तौर पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
बेटी के नाम रोज जमा करें 150 रुपये, शादी पर मिलेंगे पूरे ₹22 लाख, जानें डिटेल
नई दिल्ली. अगर आप अपनी बेटी के लिए पैसे बचत कर रहे हैं तो आपके पास एक शानदार स्कीम है. जहां आप अपनी बेटी के बेहतर भविष्य के इन्वेस्टमेंट (investment Scheme) कर सकते हैं. आज हम आपको LIC की एक ऐसी पॉलिसी के बारे में बता रहे हैं, जिसमें आपकी बेटी का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा. देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Life Insurance Corporation of India) ने इसके लिए एक खास स्कीम निकाली है.
इस स्कीम का नाम है एलआईसी कन्यादान पाॅलिसी (LIC Kanyadaan policy). LIC की ये स्कीम कम आय वाले माता पिता को बेटियों की शादी के लिए रकम जुटाने में क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? मदद करती है. इसमें बेटी के अकाउंट में एकमुश्त 22 लाख रुपये मिलेंगे.
जानिए क्या है पूरी स्कीम?
LIC की इस पॉलिसी के तहत आपको हर दिन दिन सिर्फ 150 रुपये निवेश करना होगा. जब आपको बेटी की शादी करनाा होगा तो 22 लाख रुपये मिलेंगे. इस पॉलिसी को लेने के बाद अगर पिता की मौत हो जाती है. तो निवेश नहीं करना पड़ेगा. पॉलिसी उसी तरह चलती रहेगी. इसके साथ ही पिता की मौत होने पर तत्काल 10 लाख रुपये मिलेंगे. इसके अलावा अगर पिता की मौत एक्सीडेंट में होतीी है तो 20 लाख रुपये मिलते हैं.
इस पॉलिसी की खास बातें..
इस पॉलिसी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि जब तक बेटी का विवाह नहीं हो जाता है तब तक हर साल पढ़ाई या दूसरे खर्च के लिए 1 लाख रुपये मिलते रहेंगे. और, इसके साथ पॉलिसी भी चलती रहेगी. इस पॉलिसी के बारे में आपको अधिक जानकारी के LIC की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं या अपने नजदीकी LIC एजेंट से पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं.
इन डक्यूमेंट की होगी जरूरत
एलआईसी कन्यादान पॉलिसियों के लिए प्रीमियम की एक विस्तृत सीरीज अवेलेबल है, जिसकी न्यूनतम मैच्योरिटी पीरियड 13 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष है. एलआईसी कन्यादान पॉलिसी प्राप्त करने के लिए आपको आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, पहचान पत्र और जन्म प्रमाण पत्र देना होगा.
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