संक्षेप में, एक निचले निम्न और निचले उच्च का गठन और नीचे से VIX का उलटना संचयी रूप से संकेत दे रहा है कि अगले कुछ सत्रों के लिए भालू का ऊपरी हाथ हो सकता है।

निफ्टी 50 18,200 के पार; इंडिया VIX 15% बढ़ा!

निफ्टी 50 इंडेक्स के पिछले अपडेट में, मैंने उल्लेख किया था कि इंडेक्स अंततः एक संरचनात्मक डाउनट्रेंड में परिवर्तित हो गया है। वहां से, गिरावट पर खरीदारी करने की तुलना में वृद्धि पर बिकवाली की रणनीति अधिक उपयोगी होगी। इंडेक्स पर मेरा नजरिया बदलने के लिए 18,700 का रेजिस्टेंस अभी भी बरकरार है। जब तक निफ्टी 50 इस स्तर से नीचे कारोबार कर रहा है, प्रवृत्ति को नकारात्मक पक्ष पर माना जाना चाहिए।

डाउनट्रेंड का एक अन्य कारण India VIX में रिवर्सल होना था। यह वोलैटिलिटी इंडेक्स निफ्टी 50 इंडेक्स के वोलैटिलिटी लेवल को दर्शाता है और आम तौर पर इसका उलटा सहसंबंध होता है। नवंबर 2022 के मध्य के बाद पहली बार (साप्ताहिक चार्ट पर) पिछले सप्ताह बेहद कम VIX ने उलटना शुरू किया और 14 से ऊपर बंद हुआ। अनुक्रमणिका। आज, आज के सत्र में निफ्टी बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? 50 1.1% से अधिक गिर गया, भारत VIX ने आक्रामक रूप से 15% से अधिक 16, महीने के उच्चतम स्तर पर गोली मार दी।

Business News : क्रिप्टोकरेंसी निवेश नहीं बल्कि पूरी तरह से सट्टेबाजी! RBI ने Crypto के गंभीर संकट को लेकर निवेशकों को चेताया

Business News : RBI यानि भारत रिजर्व बैंक पहले भी क्रिप्टोकरेंसी के संभावित खतरों के बारे में निवेशकों को आगाह करता आया है। इससे पहले भी आरबीआई गवर्नर ने पिछले एक साल के घटनाक्रम इस तरह के साधनों से पैदा होने वाले खतरों के बारे में बात की है।

December 22, 2022

नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना आजकल जैसे फैशन बनता जा रहा है।कई आर्थिक मामलों की जानकारी रखने वाले लोग मानते हैं कि यह निवेश नहीं बल्कि बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? पूरी तरह से सट्टेबाजी है। अगर इसको बढ़ने की इजाजत दी गई, तो ये अगले वित्तीय संकट की वजह बन सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को यह चेतावनी दी। उन्होंने साथ ही बिटकॉइन जैसे साधनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की। दास ऐसे साधनों के प्रबल विरोधी रहे हैं और आरबीआई इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय तक गया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि क्रिप्टोकरेंसी में आर्थिक और वित्तीय स्थिरता से जुड़े बड़े जोखिम शामिल हैं और हम इस बारे में हमेशा जानकारी देते रहे हैं।

तो क्या क्रिप्टो करेंसी लीगल हो गई?

बजट में हुए इस ऐलान के बाद ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगा कर इसे लीगल कर दिया है? जवाब है- नहीं. इसे ऐसे समझिए, सरकार सिर्फ उस डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लीगल बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? यानी वैध मानती है, जिसे Reserve Bank of India-RBI जारी करता है या करेगा. मतलब अभी जो Bitcoin जैसी Crypto Currency हैं, वो वैध नहीं है. बजट भाषण के बाद पत्रकारों से सवाल-जवाब में वित्तमंत्री ने साफ किया कि क्रिप्टो की वैधता को लेकर सरकार में चर्चा जारी है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क के बाहर जो भी क्रिप्टोकरेंसी हैं, वे करेंसी नहीं हैं. अगर कोई आपसे कहे कि ये लीगल हो गई हैं तो जब तक सरकार नहीं कहती, मानिएगा नहीं. यहां पर गौर करने की बात ये भी है कि सरकार अप्रैल से शुरू होने वाले कारोबारी साल में अपनी डिजिटल करेंसी लाने की भी तैयारी में है जिसका जिक्र वित्तमंत्री ने अपने भाषण में किया. जाहिर है ये करेंसी पूरी तरह लीगल होगी.

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.

15 साल पुराने घुटनों के दर्द बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? में इस नुस्खे से 15 दिनों में मिला आराम

राजधानी दिल्ली के रहने वाले 65 साल के अशोक कुमार अग्रवाल का 15 साल पुराना घुटने का दर्द उनके लिए काल बन गया था उठना बैठना, चलना फिरना अंसभव सा हो गया था । वहीं डॉक्टर्स ने भी उन्हें आराम करने को कह दिया, दोबारा पहले जैसे होना के लिए ऑपरेशन तक की सलाह देदी लेकिन हकीम सुलेमान खान साहब के घरेलू नुस्खों ने उन्हें 15 दिनों में दोबारा चलना फिरना सीखा दिया।ऐसा हम नहीं ऐसा खुद अशोक कुमार जी दावा करते हैं। https://bit.ly/3pdaygZ

पेशे से वकील और एस्ट्रोलॉजर अशोक कुमार अग्रवाल पिछले 15 सालों से घुटनों के दर्द से परेशान थे। ये दर्द एक वक्त इतना बढ़ गया कि वो बिस्तर पर रहने लगे। कोर्ट कचहरी जाना भी छूट गया। इलाज के लिए हर संभव कोशिश की लेकिन उन्हें आराम नहीं मिला। अब ऑपरेशन तक की नौबत आ गई थी। डॉक्टर ने घुटने बदलवाने की सलाह दे दी। ये सुन कर ही अशोक जी धबरा गए। अशोक जी कभी भी सर्जरी नहीं करवाना चाहते थे।लेकिन इसके अलावा उनके पास कोई ऑपश्न भी नहीं बचा था। बुढ़ापे में वो किसी पर निर्भर नहीं रहना चाहते थे।फिर इलाज के रूप में उन्हें मिला हकीम सुलेमान खान साहब का घरेलू नुस्खा। अशोक जी जहां इतने पढ़े लिखे, उनका ये यकीन करना मुश्किल हो रहा था कि कोई यूनानी और घरेलू बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? इलाज से कैसे ठीक हो सकता है? https://bit.ly/3uH48KE

Lac Jewellery Tips : लाख ज्वेलरी के डिज़ाइन देखे और ऐसे करे करें स्टाइल

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तो हम तरह-तरह के पारंपरिक गहनों की बात करते हैं। इसमें एक लाख मूल्य के आभूषण (jewellery) हैं, जो समृद्ध भारतीय विरासत और शिल्प कौशल की गवाही देते हैं।

क्या आप जानते हैं कि कैसे बनते हैं लाखों रुपये के गहने और कितने दशकों से है लोकप्रिय? आइए आज लक्ष्य के काम के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।

Antique Gold plated Flower design Choker Necklace and Jhumka Earrings | Earring set, Jhumka earrings, Choker necklace set

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