M-Cap: बाजार की गिरावट में RIL और TCS ने दिया झटका, टॉप 2 कंपनियों ने ही निवेशकों के डुबो दिए 1.30 लाख करोड़

zerodha मुझे 1 लाख मुझे कितना चार्ज lagta hai-zerodha app kya hai

इस तरह की और भी बहुत सारी कंपनियां है जो zerodha की तरह ही शेयर को buy और sell करने का मौका देती हैं । क्योंकि nse से कोई ही सीधे किसी स्टॉक को खरीद नहीं सकता हैं इसलिए समस्या को ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? हल करने के लिए zerodha जैसी कम्पनी के app का सहारा लेना पड़ता हैं ।

यदि आपने भी ज़ेरोढा में trading acount open कराया हैं तो आपको एक user id एवं passoword मिला होगा जिसका उपयोग आप zerodha app में कर सकते हैं यह सुविधा app में इसलिए दी जाती है

क्योंकि किसी के पास लैपटॉप का अभाव होता है या हम किसी दूसरे कामो में वयस्त होने के वजह से लैपटॉप को हर जगह नहीं ले जा सकते है इसलिए मोबाइल के द्वारा भी अपने portfolio लिए गए शेयर को बेच सकते है या फिर कोई स्टॉक buy कर सकते हैं ।

वैसे भी आज के समय में mobile को कहीं भी साथ ले जाया जा सकता हैं लेकिन आपको एक बात बता दूँ की zerodha को भारत में आये हुए बहुत साल हो चुके पहले यह कंपनी केवल कंप्यूटर या लैपटॉप में ही अपनी सर्विस देती थी और जैसे ही एंड्राइड मोबाइल का चलन बढ़ा यह भी अपना mobile zerodha app लांच कर दिया .

one lakh zerodha charges in share market in hindi

अब बात करते है की यदि आपके पास एक लाख रूपए है और इस रकम को शेयर में लगाना चाहते हैं तो आपको किस तरह के ट्रेडिंग में कितना टैक्स देना होगा एवं यदि फायदा हुआ तो उसका हिसाब की हो सकता है या फिर नुक्सान में लगने वाले खर्चे कितने हो सकते हैं ।

क्योंकि यह सभी जानकारी हर उस इन्वेस्टर के लिए बहुत जरुरी है जो शेयर मार्किट में नए है या फिर पुराने है । जब तक हमे यह मालूम नहीं चले की हमारे लगाए हुए पैसे में कितना मुनाफा हो सकता है और उसके चार्जेज क्या होंगे तो कोई भी अपना पैसा कहीं लगाना पसंद नहीं करेगा ।

इसलिए मैंने इन सभी समस्या को देखते हुए आपके एक लाख रूपए कहाँ इन्वेस्ट करने से कम चार्जेज लगेंगे और कहाँ ज्यादा चार्ज वसूला जायेगा इन सभी सवाल को मैंने किन्ही चार तरह के ट्रेड में बाँट दिया है जहां लोग शेयर मार्किट में सबसे ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करते हैं ।

इंट्राडे ट्रेडिंग चार्ज :- (zerodha मुझे 1 लाख मुझे कितना चार्ज lagta hai-zerodha app kya hai)

मान लीजिये आपने एक लाख रूपए का कोई शेयर ख़रीदा जिसका मूल्य 100 रूपए हैं इसलिए आपके पैसे के बदले 1000 शेयर आपके खाते में जुड़ गए । चूँकि इंट्राडे कुछ घंटो के लिए होता है इसलिए आपको उसी दिन अपने सौदे को बेचना पड़ता हैं ।

इस प्रक्रिया में मान लीजिए कुछ घंटो के बाद आपको 10 रूपए का मुनाफा होने लगा यानी की जिस शेयर को अपने 100 रूपए में ख़रीदा है वही शेयर का भाव अब 110 रूपए हो चूका हैं ।

अब आप एक लाख में लिए गए उन सभी 1000 शेयर को सेल करके मुनाफा कमाना चाहते है और मैं यदि 10 रूपए को 1000 से गुना करूँ तो 10000 रुए अपने कमाया है और एक शेयर पर 10 रूपए का आपको प्रॉफिट हुआ हैं ।

लेकिन आपको कुछ चार्ज देने होंगे जिसका इमेज निचे उसमे आप अपने हिसाब को देखा सकते हैं जिसमे आपको सारे टैक्स को काट कर 9913 रूपए मिल रहे और 87 रूपए आपसे टैक्स के रूप में वसूला गया हैं ।

F &0 ट्रेडिंग चार्ज :-

मान लीजिये आप फ्यूचर में कोई ट्रेडिंग करते हैं तो इसमें लगने वाला चार्ज ऊपर बताये गए दोनों चार्ज से अलग होगा लेकिन आपको सिंपल समझने के लिए एक लाख रूपए ही चुनूंगा ।

इस ट्रेड में अपने 100 रूपए के कोई शेयर एक लाख में खरीद लिया और कुछ समय पश्चात उसे बेच भी देते हैं जिसका प्राइस 110 रूपए था इसलिए आपको मुनाफा 10000 रूपए का हो रहा हैं ।

लेकिन टैक्स के रूप ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? में कुछ पैसे भरने होंगे जो 65 रूपए तक लिए जायेंगे और आपको फायदा 9935 रूपए का होगा । इस तरह से आप आपने प्रॉफिट और लोस्स को बड़े आसानी से मैनेज कर सकते हैं ।

यदि आप कोई और दूसरी रकम का पूरा डिटेल जानना चाहते हैं तो zerodha में अकॉउंट न होने के बाद भी इस कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते है इसके लिए आपको सिर्फ गूगल में zerodha calculator टाइप करके सर्च करना होगा ।

जैसे ही सर्च करेंगे आपको निचे zerodha site की आइकॉन नजर आएगी जिसमे zerodha caculator लिखा होगा उसपर क्लीक करके इसके साइट में जा सकते हैं और ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? वहां आपको कुछ अलग – ट्रेडिंग सेक्शन वाले सभी कैलकुलेटर दिख जायेंगे जिसपर अपना मन चाहा अमाउंट डालकर उसके डिटेल पा सकते हैं ।

Zerodha की पूरी जानकारी – ज़ेरोधा क्या है?

Zerodha kya hai? भारत में बहुत ही कम कीमत पर ट्रेडिंग खाते और डीमैट खाते की सुविधाए प्रदान करने वाली बहुत सारी कम्पनिया है, बस उन्ही में से एक कंपनी Zerodha है। यह भारत की सबसे बड़ी डिस्काउंट ब्रोकिंग सेवा देने वाली वित्तीय सेवा कंपनी है। Zerodha हर छोटे से बड़े निवेशकों के लिए बहुत ही अच्छा प्लॅटफॉर्म है।

Zerodha kya hai hindi

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What is Zerodha?
What are the benefits of Zerodha?
What is account opening and brokerage fees in Zerodha?
How do online stock trading on Zerodha?

What is account opening and brokerage fees in Zerodha?

Zerodh में खाता खोलने की फीस और ब्रोकरेज शुल्क का विवरण कुछ इस प्रकार से है –

TRADING & DELIVERY CHARGES
Demat Account Opening₹ 300/-
Demat Account Maintenance₹ 300/-
Trading Account Opening₹ 0
Trading Account Maintenance₹ 0
Equity Inter Trade & Futures₹ 0
Equity Option₹ 20/ Trade
Actual Equity Delivery0.01% of Value or
₹ 20/ Trade

How do online stock trading on Zerodha?

Zerodha पर ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग यानी शेयर को खरीदे और बेचना सीखे, इस ट्यूटोरियल वीडियो से –

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे

लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

Zerodha Founder on STT: बजट में घटाया जाए STT, नितिन कामथ ने कहा, ट्रांजैक्शन की ऊंची लागत से ट्रेडर्स को हो रहा भारी नुकसान

Zerodha Founder on STT: बजट में घटाया जाए STT, नितिन कामथ ने कहा, ट्रांजैक्शन की ऊंची लागत से ट्रेडर्स को हो रहा भारी नुकसान

जिरोधा के फाउंडर नितिन कामथ ने बजट 2022 में सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स घटाए जाने के पक्ष में मजबूत दलीलें दी हैं,

Budget 2022 Expectations, Zerodha Founder Nithin Kamath on STT: केंद्र सरकार से उम्मीद है कि वो इस बार अपने नए बजट में सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) घटाए जाने की मांग ज़रूर पूरी करेगी. ये कहना है जिरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर नितिन कामथ (Nithin Kamath) का. उन्होंने इस मांग के समर्थन में बेहद जोरदार तरीके से अपनी दलीलें पेश करते हुए कहा है कि देश के शेयर बाजारों में कारोबार करने वाले ट्रेडर्स को ट्रांजैक्शन कॉस्ट और इंपैक्ट कॉस्ट के तौर पर भारी रकम गवांनी पड़ती है. उनका दावा है कि ट्रेडर्स को इन मदों में जितना नुकसान होता है, उतना तो बाजार के कारोबार में भी नहीं होता.

डेढ़ दशक से कर रहे STT घटने की उम्मीद : कामथ

नितिन कामथ ने इस बारे में अपनी राय ट्विटर के जरिए सामने रखी है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, ” पिछले 15 वर्षों से भी ज्यादा वक्त से मैं हर बजट के दिन यह उम्मीद लगाता हूं कि STT को कम किया जाएगा. महज जिरोधा के कस्टमर्स को ही STT, GST और स्टैंप ड्यूटी के तौर पर हर साल करीब 2500 करोड़ रुपये चुकाने पड़ते हैं. कुल मिलाकर, ट्रेडर्स को बाजार से ज्यादा आर्थिक नुकसान तो ट्रांजैक्शन कॉस्ट्स (transaction ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? costs) और इंपैक्ट कॉस्ट्स (impact costs) के रूप में उठाना पड़ता है.”

कामथ ने इन लागतों को घटाने के समर्थन में अपने तर्क पेश करते हुए आगे लिखा है, “ट्रांजैक्शन कॉस्ट कम होने से लिक्विडिटी में सुधार होता है, जिससे इंपैक्ट कॉस्ट भी घटती है. आप यह दलील दे सकते हैं कि ऐसा होने पर लोग ज्यादा स्पिकुलेशन करने लगेंगे, जो ठीक नहीं होगा. यह एक तर्क जरूर है, लेकिन दोनों स्थितियों के बीच में एक संतुलन होना चाहिए. मैं उम्मीद कर रहा हूं कि इस साल STT में कमी की जाएगी.” गौरतलब है 2004 में तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स (LTCG) को हटाते समय सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स की शुरुआत की थी. कामथ का कहना है कि STT को स्टॉक्स एक्सचेंज ट्रेडिंग के समय ही वसूल कर लेते हैं, इसलिए सरकार के लिए इसका कलेक्शन करना LTCG वसूलने के मुकाबले काफी आसान साबित होता है. LTCG का कलेक्शन तभी होता है, जब निवेशक खुद इसकी जानकारी देकर टैक्स भरते हैं.

2018 के बजट में LTCG लौटा, लेकिन STT नहीं घटा

ध्यान देने की बात यह है कि STT लाते समय LTCG को हटा दिया गया था, लेकिन 2018 के बजट में केंद्र सरकार ने 1 लाख से ज्यादा के लाभ पर 10 फीसदी LTCG फिर से लागू कर दिया. हालांकि STT में कोई कटौती नहीं की गई. नितिन कामथ ने एक सवाल के जवाब में विस्तार से समझाया कि STT का बाजार और ट्रेडिंग कैपिटल पर क्या असर पड़ता है. उन्होंने पूरे मसले को समझाते हुए कहा कि अगर आप STT, GST और स्टैंप ड्यूटी को जोड़ दें तो सिर्फ जिरोधा के कस्टमर ही हर महीने करीब 200 करोड़ रुपये और साल में 2500 करोड़ रुपये महज ट्रांजैक्शन से जुड़े करों के रूप में अदा करते हैं. इतना टैक्स भरने के बाद जो आय होती है, उस पर भी अलग से टैक्स भरना होता है. इनमें 1 लाख से ज्यादा कैपिटल गेन पर लगने वाला 10 फीसदी LTCG, 15 फीसदी की दर से लगने वाला शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स (STCG) और इंट्रा-डे और फ्यूचर्स एंड ऑप्शन्स (F&O) पर आयकर की स्लैब के हिसाब से लगने वाले इनकम टैक्स शामिल हैं.

What is Zerodha Kill Switch? – Zerodha किल स्विच क्या है

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What is Zerodha Kill Switch उस समय काम आता है जब Stock Market में सक्रिय रूप से Trading करते वक़्त Over-Trading बहुत बड़ा खतरा है। जब बाजार में गिरावट आती है, तो profit कमाने की तुलना में averages trades की संख्या अधिक होती है। अच्छे Trader आमतौर पर अपने Trade Size (quantity size) को काफी कम कर देते हैं या गिरावट के समय में Trading बंद कर देते हैं। आक्रामक होना या अधिक Trading शायद ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? ही कभी काम करता है।

देश की सबसे बड़ी Brokerage company Zerodha ने अपनी Kite App पर “Kill Switch” का नया फीचर जोड़ा है। इससे यूजर्स को ओवर ट्रेडिंग से बचने में मदद मिलेगी। इसके साथ Zerodha ने Kite app पर चेतावनियां और सुझाव भी शामिल किए हैं जो retail traders के लिए trading के दौरान profit की संभावना को बढ़ा सकते हैं। Zerodha के Founder और CEO, नितिन कामत ने Tweet के जरिए कहा, कि जब आप ट्रेडिंग के दौरान अधिक loss में होते हैं तो कुछ देर के लिए रुकना बेहतर होता है।और ऐसा न करने पर गलत और बड़े दांव लगाने की आशंका होती है।

Zerodha किल स्विच क्या है? (What Is Zerodha Kill Switch) :

यदि आप किसी Special Segment को Deactivate करना चाहते हैं या थोड़े समय के लिए trading बंद करना चाहते हैं, तो आप kite app पर Kill Switch सुविधा का उपयोग करके, उस Segment को अस्थायी रूप से कुछ समय के लिए बंद कर सकते हैं। किसी सेगमेंट के बंद (close) या cancel हो जाने पर, आप उसे 12 घंटों के बाद ही पुनः प्रारम्भ कर सकते हैं, इससे पहले आप इसको प्रारंभ नहीं कर सकते हैं ।

Console पर खाता अनुभाग में Login करें और उस Segment को चुनें जिसे deactivate करना चाहते हैं। यह आपके Open order या स्थिति की जाँच करेगा। किसी भी Open Order या स्थिति के अभाव में, Segment 5 मिनट में ही निष्क्रिय (stop) कर दिया जाता है।

अभी यह विकल्प मैनुअल है किन्तु कंपनी इसे ऑटोमैटिकली ट्रिगर करने पर काम कर रही है। ताकि लोगों को होने वाले बड़े नुकसान से बचाया जा सके।

Deactivate सेगमेंट को Activate करने के लिए :

एक बार निष्क्रिय(stop) होने पर, आप उसी विकल्प का प्रयोग करके इसे 12 घंटे में वापस active कर सकते हैं। आप Button को Change कर सकते हैं और Segment के active होने की पुष्टि कर, आप फिर से Trading शुरू कर सकते हैं।

ध्यान दें कि किसी Segment को निष्क्रिय करने से पहले आपको सभी Open conditions से बाहर निकलना होगा और सभी Open Orders को रद्द करना होगा। Zerodha Kill Switch Trading में लालच या कैपिटल डूब जाने के भय से चिंता के कारण बड़े Risk से बचने में आपकी मदद ज़ेरोधा ट्रेडिंग का समय क्या है? करेगा।

  • Share Market Kya Hai In Hindi
  • Share Market For Beginners In Hindi
  • Zerodha Account Opening Process (Full Guide)

जीटीटी/बास्केट ऑर्डर, एसआईपी ऑर्डर का क्या होगा?

एक बार GTT चालू हो जाने पर, यदि Segment deactivate है, तो आपके सारे Order अस्वीकार कर दिए जायेंगे। यही Basket Order और trigger होने वाले SIP पर भी लागू होगा।

Note:- किसी Segment को deactivate कर देने पर भी आपका डीमैट खाता खुला रहता है। इसलिए, डीमैट खाते पर लागू होने वाला Charge लागू किया जाएगा।

हमने अपनी तरफ से What is Zerodha Kill Switch? के बारे में बहुत ही विस्तृत जानकारी आपको प्रदान करने की कोशिश की है और हम उम्मीद करते हैं कि ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। ऐसी ही Financial जानकारी के लिए हमारे Blog Finance Connexion को फॉलो करें।

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