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Economy रुपया 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 प्रति डॉलर पर

मुंबई: अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया बुधवार को 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में तेजी तथा मुद्रास्फीति दबाव के कम होने से निवेशकों की धारणा सुधरने के साथ रुपये में तेजी आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने और कच्चे तेल कीमतों में गिरावट आने से भी रुपये को समर्थन मिला।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.60 के स्तर पर लगभग अपरिवर्तित रुख के साथ खुला और कारोबार के अंत में यह 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपया 82.40 के उच्चस्तर और 82.71 के निचले स्तर को छुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.60 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था।

इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.28 प्रतिशत घटकर 103.69 रह गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.26 प्रतिशत घटकर 80.47 डॉलर प्रति बैरल रह गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 144.61 अंक बढ़कर 62,677.91 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने मंगलवार को 619.92 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। (एजेंसी)

Forex Reserve: खुशखबरी ! विदेशी मुद्रा भंडार में 2.91 अरब डॉलर का इजाफा..पहुंचा 564.07 अरब डॉलर पर

India Forex Reserve Data: आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए खुशखबरी है। 9 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह के बाद विदेशी पैसा विदेशी मुद्रा मुद्रा भंडार में 2.91 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।

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India Forex Reserve Data

प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

India Forex Reserve Data: आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए अच्छी खबर है। लगातार पांचवें हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में वृद्धि देखने को मिली है। 9 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में 2.91 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। जिसके साथ कुल विदेशी मुद्रा भंडार 564.07 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है। ये आंकड़े भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जारी किया है।

केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, विदेशी करेंसी एसेट्स (Foreign Currency Assets) 9 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 3.14 अरब डॉलर के उछाल के साथ 500.13 अरब डॉलर पर जा पहुंचा। विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में यूरो, पाउंड, येन पैसा विदेशी मुद्रा जैसी विदेशी मुद्रा में होने वाले उतार-चढ़ाव से जो असर डॉलर टर्म में होता है, उसे ही 'विदेशी करेंसी एसेट्स' कहते हैं।

गोल्ड रिजर्व में आई कमी

आपको बता दें, इस दौरान गोल्ड रिजर्व (Gold Reserve) में 0.29 अरब डॉलर की कमी आई है। गोल्ड रिजर्व घटकर 40.73 अरब डॉलर रह गया है। वहीं, स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) में 61 मिलियन डॉलर का उछाल आया है। ये 18.10 अरब डॉलर रह गया है।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हुए बड़े इजाफे

विश्व बैंक (world Bank) के रिपोर्ट का जिक्र करते हुए हाल ही में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा कि, 'भारत के पास दुनिया में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार है। ये किसी भी 'ग्लोबल संकट' (Global Crisis) से निपटने के लिए पर्याप्त है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़े इजाफे की वजहों पर नजर डालें तो माना जा रहा है कि हाल के दिनों में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डॉलर की जबरदस्त खरीदारी की है। वहीं, अक्टूबर 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर था। मगर, रुपए को गिरने से बचाने के लिए RBI डॉलर बेचती रही है।'

RBI गवर्नर ने भी कहा था

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने 8 दिसंबर 2022 को मॉनिटरी पॉलिसी (Monetary Policy) के ऐलान के दौरान भी कहा था कि, डॉलर की मजबूती के बाद भी बाकी देशों की मुद्रा के मुकाबले रुपए में कम गिरावट आई है। विदेशी मुद्रा भंडार संतोषजनक स्थिति में है। वहीं, शुक्रवार (16 दिसंबर) को करेंसी मार्केट बंद होने पर रुपया 10 पैसे की कमजोरी के साथ 82.86 रुपए पर बंद हुआ।

रूपया 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 प्रति डॉलर पर

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रूपया 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 प्रति डॉलर पर

मुंबईं । अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रूपया बुधवार को 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में तेजी तथा मुद्रास्फीति दबाव के कम होने से निवेशकों की धारणा सुधरने के साथ रूपये में तेजी आईं।बाजार सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने और कच्चे तेल कीमतों में गिरावट आने से भी रूपये को समर्थन मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रूपया 82.60 पैसा विदेशी मुद्रा के स्तर पर लगभग अपरिवर्तित रख के साथ खुला और कारोबार के अंत में यह 15 पैसे पैसा विदेशी मुद्रा की तेजी के साथ 82.45 रूपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रूपया 82.40 के उच्चस्तर और 82.71 के निचले स्तर को छुआ।इससे पिछले कारोबारी सत्र में रूपया 82.60 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था।

Share Market : शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे टूटकर 82.64 पर आया

Share Market : Rupee falls 4 paise to 82.64 against US dollar in early trade

मुंबई : विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और निवेशकों की जोखिम से बचने की प्रवृत्ति के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे की गिरावट के साथ 82.64 के स्तर पर आ गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में तेजी से घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 82.60 पर खुला, फिर और गिरावट के साथ 82.64 के स्तर पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले चार पैसे की गिरावट को दर्शाता है। शुरुआती सौदों में रुपया 82.60-82.65 के सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था। रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 9 पैसे टूटकर 82.60 पर बंद हुआ था। इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.09 पर आ गया। वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.33 फीसदी की गिरावट के साथ 8०.41 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया।

Forex Reserve: विदेशी मुद्रा भंडार 6.561 अरब डॉलर बढ़कर 531 अरब डॉलर हुआ, स्वर्ण भंडार में भी इजाफा

Forex Reserve: आरबीआई की ओर से जारी साप्ताहिक सांख्यिकीय आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (एफसीए) जो समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 28 अक्टूबर तक 5.772 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 470.847 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है।

फॉरेक्स रिजर्व

भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि 28 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 6.561 अरब डॉलर बढ़कर 531.081 अरब डॉलर हो गया है। बता दें कि इससे पिछले समीक्षाधीन सप्ताह में देश में विदेशी मुद्रा का समग्र भंडार 3.847 बिलियन डॉलर घटकर 524.52 डॉलर हो गया था।

बता दें कि अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन अमरीकी डालर के सर्वकालिक उच्चततम स्तर पर पहुंच गया था। उसके बाद वैश्विक परिस्थितियों के बीच केंद्रीय बैंक आरबीआई को गिरते रुपये को बचाने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग करना पड़ा है, जिससे इसमें गिरावट आई।

शुक्रवार को आरबीआई की ओर से जारी साप्ताहिक सांख्यिकीय आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (एफसीए) जो समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 28 अक्टूबर तक 5.772 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 470.847 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है। इसके अंतर्गत डॉलर, यूरो व पाउंड पैसा विदेशी मुद्रा जैसी विदेशी मुद्रा आते हैं। इसके तहत डॉलर के मुकाबले अन्य विदेशी मुद्राओं पर पड़ने प्रभावों की भी गणना की जाती है।

28 अक्तूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 556 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 37.762 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 185 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 17.625 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि आईएमएफ के साथ देश की आरक्षित स्थिति भी समीक्षाधीन सप्ताह में 48 मिलियन अमरीकी डालर बढ़कर 4.847 बिलियन अमरीकी डालर हो गई।

विस्तार

भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि 28 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 6.561 अरब डॉलर बढ़कर 531.081 अरब डॉलर हो गया है। बता दें कि इससे पिछले समीक्षाधीन सप्ताह में देश में विदेशी मुद्रा का समग्र भंडार 3.847 बिलियन डॉलर घटकर 524.52 डॉलर हो गया था।

बता दें कि अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन अमरीकी डालर के सर्वकालिक उच्चततम स्तर पर पहुंच गया था। उसके बाद वैश्विक परिस्थितियों के बीच केंद्रीय बैंक आरबीआई को गिरते रुपये को बचाने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग करना पड़ा है, जिससे इसमें गिरावट आई।

शुक्रवार को आरबीआई की ओर से जारी साप्ताहिक सांख्यिकीय आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (एफसीए) जो समग्र भंडार का एक प्रमुख घटक है समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 28 अक्टूबर तक 5.772 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 470.847 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है। इसके अंतर्गत डॉलर, यूरो व पाउंड जैसी विदेशी मुद्रा आते हैं। इसके तहत डॉलर के मुकाबले अन्य विदेशी मुद्राओं पर पड़ने प्रभावों की भी गणना की जाती है।

28 अक्तूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य पैसा विदेशी मुद्रा भी 556 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 37.762 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 185 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 17.625 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि आईएमएफ के साथ देश की आरक्षित स्थिति भी समीक्षाधीन सप्ताह में 48 मिलियन अमरीकी डालर बढ़कर 4.847 बिलियन अमरीकी डालर हो गई।

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