प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से भारतीय रुपया पिछले कुछ हफ्तों में कमजोर होकर नए सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है। पिछले हफ्ते रुपया इतिहास में पहली बार डॉलर के मुकाबले 83 रुपये के स्तर को पार कर गया था। इस साल अब तक रुपये में करीब 10-12 फीसदी तक की गिरावट आई है।

Foreign Exchange Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार में शानदार इजाफा, 641 अरब डॉलर पर पहुंचा आंकड़ा

By: abp news | Updated एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा at : 23 Oct 2021 12:37 PM (IST)

Foreign Exchange reserves: इस हफ्ते देश के विदेशी मुद्रा भंडार में अच्छी बढ़त देखने को मिली है. 15 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में फॉरेक्स एक्सचेंज रिजर्व 1.492 अरब डॉलर बढ़कर 641.008 अरब डॉलर हो गया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने ताजा आंकड़े जारी कर इस बारे में जानकारी दी है. वहीं, इससे पहले वाले हफ्ते की बात करें यानी 8 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह नें यह भंडार 2.039 अरब डॉलर के इजाफे के साथ 639.516 अरब डॉलर पर पहुंच गया था.

क्या है इजाफे का कारण?
इसके अलावा अगर इसका रिकॉर्ड स्तर देखें तो 3 सितंबर 2021 को खत्म हुए हफ्ते में 642.453 अरब डॉलर की सर्वकालिक ऊंचाई पर आ गया था. आरबीआई की ओर से शुक्रवार एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा को जारी किए गए साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, 15 अक्टूबर को खत्म हुए समीक्षाधीन हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी की मुख्य वजह फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCAs) में इजाफा रहा, जो कुल रिजर्व का मुख्य हिस्सा है.

Forex Reserves: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर, स्वर्ण भंडार भी घटा, एसडीआर बढ़ा

फॉरेक्स

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बीते 21 अक्तूबर को घटकर दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है 524.520 बिलियन डॉलर हो गया है। उससे एक हफ्ते पहले की तुलना में विदेशी मुद्रा भंडार में 3.85 बिलियन डॉलर की कमी दर्ज की गई। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले 14 अक्तूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 528.367 बिलियन डॉलर था। बता दें कि दो वर्ष पहले भारत का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 577.00 बिलियन डॉलर था।

आरबीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Foreign Currency Assets) में 3.59 बिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर 465.075 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।

विस्तार

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बीते 21 अक्तूबर को घटकर दो वर्षों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है 524.520 बिलियन डॉलर हो गया है। उससे एक हफ्ते पहले की तुलना में विदेशी मुद्रा भंडार में 3.85 बिलियन डॉलर की कमी दर्ज की गई। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले 14 अक्तूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 528.367 बिलियन डॉलर था। बता दें कि दो वर्ष पहले भारत का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 577.00 बिलियन डॉलर था।

आरबीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Foreign Currency Assets) में 3.59 बिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर 465.075 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।

देश का स्वर्ण भंडार (गाेल्ड रिजर्व) इस दौरान 247 मिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 37.206 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया। हालांकि, आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारत के विशेष आहरण अधिकार (Special Drawing Rights, एसडीआर) का मूल्य 70 लाख डॉलर बढ़कर 17.440 अरब डॉलर हो गया।

Foreign Exchange: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर बढ़ा, यूको बैंक एफडी पर देगा 1.35% तक अधिक ब्याज

विदेशी मुद्रा भंडार

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 25 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.142 अरब डॉलर पहुंच गया। 18 नवंबर वाले हफ्ते में भंडार 2.54 अरब डॉलर बढ़कर 547.25 अरब डॉलर पहुंचा था। अक्तूबर, 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड 645 अरब डॉलर रहा था। आरबीआई के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान विदेशी मुद्रा संपत्ति 3 अरब डॉलर बढ़ी है। हालांकि, देश के सोने का भंडार 7.3 करोड़ डॉलर घटकर 39.938 अरब डॉलर रह गया।

यूको बैंक एफडी पर देगा 1.35% तक अधिक ब्याज
नई दिल्ली। यूको बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम एफडी पर 1.35 फीसदी तक ब्याज बढ़ा दिया है। बैंक ने कहा, 46 से 90 दिन पर 0.50 फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा। जबकि 181 से 364 दिन के एफडी पर 6 फीसदी ब्याज मिलेगा जो पहले की तुलना में 1.35% अधिक है।

विस्तार

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 25 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.142 अरब डॉलर पहुंच गया। 18 नवंबर वाले हफ्ते में भंडार 2.54 अरब डॉलर बढ़कर 547.25 अरब डॉलर पहुंचा था। अक्तूबर, 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड 645 अरब डॉलर रहा था। आरबीआई के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान विदेशी मुद्रा संपत्ति 3 अरब डॉलर बढ़ी है। हालांकि, देश के सोने का भंडार 7.3 करोड़ डॉलर घटकर 39.938 अरब डॉलर रह गया।

यूको बैंक एफडी पर देगा 1.35% तक अधिक ब्याज
नई दिल्ली। यूको बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम एफडी पर 1.35 फीसदी तक ब्याज बढ़ा दिया है। बैंक ने कहा, 46 से 90 दिन पर 0.50 फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा। जबकि 181 से 364 दिन के एफडी पर 6 फीसदी ब्याज मिलेगा जो पहले की तुलना में 1.35% अधिक है।

रूस सहित सभी देशों से तेल खरीदता रहेगा भारत
भारत रूस सहित सभी देशों से कच्चा तेल खरीदता रहेगा। यूरोपीय संघ ने 27 सदस्य देशों से रूसी तेल की कीमत को 60 डॉलर पर सीमित करने को कहा है। उधर, तेल मंत्रालय कंपनियों को होने वाले घाटे की भरपाई वित्त मंत्रालय से करने की मांग कर सकता है।

विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे काम करता है

हिंदी

सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि विदेशी मुद्रा बाजार क्या है। विदेशी मुद्रा या विदेशी मुद्रा बाजार वह जगह है जहां एक मुद्रा का दूसरे के लिए कारोबार किया जाता है। यह दुनिया के सबसे सक्रिय रूप से कारोबार किए गए वित्तीय बाजारों में से एक है। वॉल्यूम इतने विशाल हैं कि वे दुनिया भर के शेयर बाजारों में सभी संयुक्त लेनदेन से अधिक हैं।

विदेशी मुद्रा बाजार की एक वैश्विक पहुंच है जहां दुनिया भर से खरीदार और विक्रेता व्यापार के लिए एक साथ आते हैं। ये व्यापारी एक दूसरे के बीच सहमत एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा मूल्य पर धन का आदान प्रदान करते हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से व्यक्ति, कॉर्पोरेट और देशों के केंद्रीय बैंक एक मुद्रा का दूसरे में आदान-प्रदान करते हैं। जब हम विदेश यात्रा करते हैं, तो हम सभी विदेशी देश की कुछ मुद्रा खरीदते हैं। यह अनिवार्य रूप से एक विदेशी मुद्रा लेनदेन है।

विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे करें?

अब जब आप जानते हैं कि विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे काम करता है, तो मुद्रा व्यापार करने के लिए तीन अलग-अलग प्रकार के विदेशी मुद्रा बाजारों को समझना आवश्यक है।

स्पॉट मार्केट:

यह एक मुद्रा जोड़ी के भौतिक आदान-प्रदान को संदर्भित करता है। एक स्पॉट लेनदेन एक ही बिंदु पर होता है – व्यापार को ‘स्पॉट’ पर बसाया जाता है। ट्रेडिंग एक संक्षिप्त अवधि के दौरान होता है। मौजूदा बाजार में, मुद्राएं मौजूदा कीमत पर खरीदी और बेची जाती है। किसी भी अन्य वस्तु की तरह, मुद्रा की कीमत आपूर्ति और मांग पर आधारित होती है। मुद्रा दरें अन्य कारकों से भी प्रभावित होती हैं जैसे ब्याज दरों, अर्थव्यवस्था की स्थिति, राजनीतिक स्थिति, दूसरों के बीच अन्य। एक स्पॉट सौदे में, एक पार्टी किसी अन्य पार्टी को एक विशेष मुद्रा की एक निश्चित राशि प्रदान करती है। बदले में, यह एक सहमत मुद्रा विनिमय दर पर दूसरी पार्टी से एक और मुद्रा की एक सहमत राशि प्राप्त करता है।

विदेशी मुद्रा व्यापार भारत में कैसे करें:

अब जब हमने मुद्रा व्यापार की मूल बातें देखी हैं, तो हम भारत में मुद्रा व्यापार करने के तरीके के बारे में और बात करेंगे।

भारत में, बीएसई और एनएसई मुद्रा वायदा और विकल्पों में व्यापार करने की पेशकश करते हैं। यू एस डॉलर /भारतीय रुपया सबसे अधिक कारोबार वाली मुद्रा जोड़ी है। हालांकि, जब मुद्रा व्यापार की बात आती है तो अन्य अनुबंध भी लोकप्रिय हो रहे हैं। यदि आप एक व्यापारी जो मुद्रा बदलावों पर एक स्थान लेना चाहता है, तो आप मुद्रा वायदा में व्यापार कर सकते हैं। मान लीजिए कि आप उम्मीद करते हैं कि अमेरिकी डॉलर जल्द ही भारतीय रुपए मुकाबले बढ़ जाएगा । आप तो अमरीकी डालर/ भारतीय रुपया वायदा खरीद सकते हैं। दूसरी ओर, यदि आप उम्मीद करते हैं कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले INR मजबूत होगा, तो आप यू एस डॉलर /भारतीय रुपया वायदा बेच सकते हैं।

हालांकि, यह समझने की जरूरत है कि विदेशी मुद्रा व्यापार हर किसी के लिए नहीं है। यह उच्च स्तर के जोखिम के साथ आता है। विदेशी मुद्रा में व्यापार करने से पहले, अपने जोखिम की भूख को जानना आवश्यक है और इसमें आवश्यक स्तर का ज्ञान और अनुभव भी होना चाहिए। विदेशी मुद्रा में व्यापार करते समय, आपको पता होना चाहिए कि कम से कम शुरुआत में पैसे खोने का एक अच्छा डर बना रहता है।

India's Foreign Exchange Reserve: दो साल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर विदेशी मुद्रा भंडार, RBI की इस स्ट्रैटजी ने गिराई सेहत

रुपया रिकॉर्ड लो पर फिसल चुका है। इसकी गिरावट को थामने के लिए केंद्रीय बैंक Foreign Reserve से RBI अब तक 10 हजार डॉलर से अधिक निकाल चुका है।

India's Foreign Exchange Reserve: रुपये में गिरावट को थामने की कवायद विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserve) पर भारी पड़ रहा है। 21 अक्टूबर को समाप्त होने वाले सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो साल के एक्सचेंज पर कमाई विदेशी मुद्रा निचले स्तर पर फिसल गया। यह खुलासा केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) के हर हफ्ते जारी होने वाले आंकड़ों से हुआ है।

शुक्रवार को जारी आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 385 करोड़ डॉलर घट गया है। 21 अक्टूबर को समाप्त होने वाले सप्ताह में यह 52452 करोड़ डॉलर रह गया है। यह जुलाई 2020 के बाद से यानी करीब दो साल का सबसे निचला स्तर है।

रेटिंग: 4.17
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 572