अब पैन कार्ड रखने वाले फटाफट पढ़ लें ये खबर, नहीं तो लगेगा 10000 रूपए का जुर्माना और कार्ड हो जाएगा Inactive
इंडिया में सबसे ज्यादा लोग को अंतिम तिथि का ही इंतजार करते हैं। किसी भी आवेदन या डॉक्यूमेंट जमा करने की लास्ट डेट में ही जागते हैं। सरकार भी सभी को सहूलियत देती रहती है। सहूलियत के हिसाब से तिथि को बढ़ा दिया जाता है। क्योंकि धरना और आंदोलन जैसी गतिविधि भी यहां होती रहती है। को आयकर विभाग ने पिछले शनिवार देशवासियों को समय सीमा समाप्त के अंदर ही जरुरी काम कर लेने की सूचना जारी की है। अपने अलग-अलग आधार बायोमेट्रिक पहचान संख्या से अपना स्थायी खाता संख्या (PAN) को जोड़ने का आग्रह किया है। इससे पहले भी कई मौके दिए जा चुके हैं।
पेन कार्ड और आधार लिंक होने के बाद कोई भी परिवार अपनी फूटी कौड़ी भी नहीं छिपा सकता। इसके फायदे भी बहुत ज्यादा होने वाले हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे गरीब तबकों को भी राहत मिलेगी। उनके हिस्से का खाने वाले रसूख वाले लोगों डीमैट खाता क्या है? को सरकार सीधे लात मारेगी। सरकार के पास पर्याप्त आंकड़े होंगे। सिर्फ आधार नंबर डालते ही लिंक हुई फॅमिली और पूरे बैंक खातों की जानकारी सामने आ जाएगी।
PAN Aadhar Link
“आयकर अधिनियम, 1961 के अनुसार, सभी PAN धारकों 31 मार्च 2023 से आधार से लिंक करना अनिवार्य है। 1 अप्रैल 2023 से इस लिंक को निष्क्रिय कर दिया जाएगा। इसके बाद आपका पेन कार्ड महज एक प्लास्टिक का टुकड़ा होगा। लास्ट डेट आने से पहले ही आप अपना 2 मिनट का समय निकालकर पूरे परिवार का आधार लिंक करा देवें। विभाग ने एक सोशल मीडिया पोस्ट शेयर करके भी सभी नागरिकों से आग्रह किया है।
सभी वित्तीय कार्यों के लिए पैन की अनिवार्यता है, जैसे कि बैंक खाते खोलना, डीमैट खाता खोलना, जमीन खरीदना और बेचना। साथ ही पैन कार्ड देश में सभी सरकारी और गैर-सरकारी कार्यों के लिए एक वैद्य पहचान पत्र भी है। आयकर विभाग के लिए दोनों को आपस में लिंक कराना बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि आधार बायोमेट्रिक है। भविष्य में पेन कार्ड की जगह आधार लगाकर भी पूरी डिटेल्स ली जा सकेगी।
इन्हे रहेगी छूट
आयकर विभाग द्वारा जारी की गई अधिसूचना में असम, जम्मू और कश्मीर और मेघालय के नागरिकों को रियायत दी गई थी। क्योंकि जिनके पास आधार नहीं है, उन्हें बाहर रखा गया है। इसके अलावा, 1961 के आयकर अधिनियम के तहत अस्सी वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले और विदेशी नागरिक भी छूट में रहेंगे। आयकर विभाग का मुख्य उद्देश्य डुप्लीकेट पैन की संख्या को कम करना है।
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Demat vs Trading Account : डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या डीमैट खाता क्या है? अंतर है? दोनों के उपयोग क्या हैं?
Demat vs Trading Account : शेयर बाजार के निवेशकों ने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट (Demat and Trading Account) डीमैट खाता क्या है? के बारे में तो बहुत सुना है, लेकिन ज्यादातर लोगों को इन दोनों खातों में अंतर नहीं पता है। आइए आसान भाषा में जानते हैं कि डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है?
Table of Contents
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए दोनों का डीमैट अकाउंट होना जरूरी है।
आपको बता दें कि इक्विटी मार्केट (Equity Market ) में निवेश करने के लिए पहली शर्त किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट होना है। एक अन्य खाता डीमैट खाते से जुड़ा होता है जिसे ट्रेडिंग खाता कहा जाता है।
दोनों निवेशक जरूरत के हिसाब से दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग खाते दोनों अलग-अलग प्रकार के खाते हैं।
डीमैट खाता एक ऐसा खाता है जिसमें आप अपनी संपत्ति या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। दूसरी ओर, ट्रेडिंग खाता वह खाता है जिसके उपयोग से आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।
डीमैट खाता क्या है?
डीमैट खाता (Demat account) वह खाता है जिसके माध्यम से आप इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में अपनी इक्विटी हिस्सेदारी रखते हैं। डीमैट खाता भौतिक शेयरों (Physical Shares) को इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित करता है।
डीमैट खाता खोलने पर आपको एक डीमैट खाता संख्या दी जाती है जहां आप अपने इक्विटी शेयर रखते हैं। डीमैट अकाउंट काफी हद तक बैंक अकाउंट की तरह काम करता है।
यहां से आप इक्विटी मार्केट में किए गए अपने निवेश को जमा और निकाल सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि डीमैट खाता खोलने के लिए आपके पास कोई शेयर हो। खाते में जीरो बैलेंस होने पर भी आप डीमैट खाता खोल सकते हैं।
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?
यदि आप इक्विटी शेयरों को खाते में रखने के बजाय व्यापार करना चाहते हैं, तो आपको एक ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता है।
अगर आप शेयर बाजार में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है?
जहां एक डीमैट खाता (Demat Account) आपके शेयरों या प्रतिभूतियों को डीमैटरियलाइज्ड तरीके से रखने वाला खाता है, वहीं दूसरी ओर, एक ट्रेडिंग खाता आपके बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच की कड़ी है।
डीमैट खाते में शेयरों को सुरक्षित रखा जाता है, इसमें कोई लेन-देन नहीं है। ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) का इस्तेमाल शेयरों की ट्रेडिंग के लिए किया जाता है।
निवेशकों को डीमैट खाते पर सालाना कुछ शुल्क (Some Annual Fee) देना पड़ता है। लेकिन ट्रेडिंग खाता आमतौर पर मुफ्त होता है, हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि सेवा प्रदाता आपसे शुल्क लेगा या नहीं।
क्या मैं केवल डीमैट या ट्रेडिंग खाता रख सकता हूँ?
आमतौर पर डीमैट और ट्रेडिंग खाते एक साथ खोले जाते हैं। शेयरों में निवेश के लिए दोनों तरह के खाते जरूरी हैं। जब आप शेयर खरीदते हैं और उन्हें लंबे समय तक रखना चाहते हैं, तो आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता होती है।
दूसरी ओर, यदि आप केवल शेयरों का व्यापार करना चाहते हैं तो आपको एक ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता है। यदि आप केवल इंट्राडे शेयर ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शंस ट्रेडिंग और करेंसी ट्रेडिंग (Intraday Share Trading, Futures Trading, Options Trading and Currency Trading) करना चाहते हैं तो आपको केवल एक डीमैट खाता चाहिए। आप चाहें तो एक दूसरे के बिना भी दोनों तरह के अकाउंट रख सकते हैं।
Demat vs Trading Account : डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है? दोनों के उपयोग क्या हैं?
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शेयर बाजार में निवेश करने के लिए दोनों का डीमैट अकाउंट होना जरूरी है।
आपको बता दें कि इक्विटी मार्केट (Equity Market ) में निवेश करने के लिए पहली शर्त किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट होना है। एक अन्य खाता डीमैट खाते से जुड़ा होता है जिसे ट्रेडिंग खाता कहा जाता है।
दोनों निवेशक जरूरत के हिसाब से दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग खाते दोनों अलग-अलग प्रकार के खाते हैं।
डीमैट खाता एक ऐसा खाता है जिसमें आप अपनी संपत्ति या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। दूसरी ओर, ट्रेडिंग खाता वह खाता है जिसके उपयोग से आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।
डीमैट खाता क्या है?
डीमैट खाता (Demat account) वह खाता है जिसके माध्यम से आप इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में अपनी इक्विटी हिस्सेदारी रखते हैं। डीमैट खाता भौतिक शेयरों (Physical Shares) को इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित करता है।
डीमैट खाता खोलने पर आपको एक डीमैट खाता संख्या दी जाती है जहां आप अपने इक्विटी शेयर रखते हैं। डीमैट अकाउंट काफी हद तक बैंक अकाउंट की तरह काम करता है।
यहां से आप इक्विटी मार्केट में किए गए अपने निवेश को जमा और निकाल सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि डीमैट खाता खोलने के लिए आपके पास कोई शेयर हो। खाते में जीरो बैलेंस होने पर भी आप डीमैट खाता खोल सकते हैं।
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?
यदि आप इक्विटी शेयरों को खाते में रखने के बजाय व्यापार करना चाहते हैं, तो आपको एक ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता है।
अगर आप शेयर बाजार में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है।
डीमैट और ट्रेडिंग डीमैट खाता क्या है? अकाउंट में क्या अंतर है?
जहां एक डीमैट खाता (Demat Account) आपके शेयरों या प्रतिभूतियों को डीमैटरियलाइज्ड तरीके से रखने वाला खाता है, वहीं दूसरी ओर, एक ट्रेडिंग खाता आपके बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच की कड़ी है।
डीमैट खाते में शेयरों को सुरक्षित रखा जाता है, इसमें कोई लेन-देन नहीं है। ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) का इस्तेमाल शेयरों की ट्रेडिंग के लिए किया जाता है।
निवेशकों को डीमैट खाते पर सालाना कुछ शुल्क (Some Annual Fee) देना पड़ता है। लेकिन ट्रेडिंग खाता आमतौर पर मुफ्त होता है, हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि सेवा प्रदाता आपसे शुल्क लेगा या नहीं।
क्या मैं केवल डीमैट या ट्रेडिंग खाता रख सकता हूँ?
आमतौर पर डीमैट और ट्रेडिंग खाते एक साथ खोले जाते हैं। शेयरों में निवेश के लिए दोनों तरह के खाते जरूरी हैं। जब आप शेयर खरीदते हैं और उन्हें लंबे समय तक रखना चाहते हैं, तो आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता होती है।
दूसरी ओर, यदि आप केवल शेयरों का व्यापार करना चाहते हैं तो आपको एक ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता है। यदि आप केवल इंट्राडे शेयर ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शंस ट्रेडिंग और करेंसी ट्रेडिंग (Intraday Share Trading, Futures Trading, Options Trading and Currency Trading) करना चाहते हैं तो आपको केवल एक डीमैट खाता चाहिए। आप चाहें तो एक दूसरे के बिना भी दोनों तरह के अकाउंट रख सकते हैं।
[Demat Account] डीमैट खाता क्या होता है और डीमैट खाते कितने प्रकार के होते है (Hindi)
शेयर मार्केट में निवेशक के लिए डीमैट खाते की आवश्यकता होती है. बिना खाते के शेयर मार्केट में ऑनलाइन निवेश नही किया जा सकता पर बहुत सारे लोगो के Demat Account से जुड़े कई सवाल है. जैसे डीमैट खाता क्या होता है? डीमैट खाते कितने प्रकार के होते है? डीमैट खाता कहां खुलता है? तो आज हम इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे और इन सवालों के जवाब को विस्तार से समझेंगे. और साथ ही यह भी जानेंगे कि सबसे अच्छा डीमैट खाता कौन सा है?
डीमैट खाता क्या होता है – What is Demat Account
ऑनलाइन शेयर खरीदने और बेचने के लिए डीमैट खाते (Demat Account) की आवश्यकता होती है और ऑनलाइन के माध्यम से ही डीमैट खाता किसी भी ब्रोकर के साथ खोला जा सकता है. यह खाता बचत खाते के समान है. बस जैसे हम पैसो की बचत के लिए बैंक में बचत खाता खोलते है उसी तरह शेयर मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता होती है.
डीमैट खाते से आप निवेशक किसी भी कंपनी के शेयर खरीद और बेच सकते है. इसके अलावा बैंको के माध्यम से भी डीमैट खाता (Demat Account) खोला जा सकता है. तो चलिये सबसे पहले जानते है डीमैट खाते कितने प्रकार के होते हैं?
डीमैट खाते कितने प्रकार के होते है – What are the Types of Demat Accounts
डीमैट खाते तीन प्रकार के होते है. हर भारतीय और विदेशी नागरिक अपने पर्सनल दस्तावेज की मदद से डीमैट खाता खोल सकता है.
- Regular Demat Account (नियमित डीमैट खाता)
- Repatriable Demat Account (प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता)
- Non-Repatriable Demat Account (गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता)
Regular Demat Account: कोई भी निवेशक ऑनलाइन ब्रोकर के साथ रेगुलर डीमैट खाता ऑनलाइन खोल सकता है. इसमें आपको कुछ पर्सनल दस्तावेज देने होते है जैसे – पैन कार्ड डीटेल, आधार कार्ड, पहचान पत्र, अपना मोबाइल नंबर, ईमेल खाता, सिग्नेचर (एक सादे कागज पर सिग्नेचर की हुई फोटो) और अपनी खुद की फोटो.
Repatriable Demat Account: यह डीमैट खाता भारतीय होने के बाद भारत में नही रहने वाले लोगो (NRI) के लिए होता है. उन्हें इस डीमैट खाते को खोलने के लिए एनआरई बैंक खातों की आवश्यकता होगी. इस प्रकार का डीमैट अकाउंट (अपने देश को लौटकर आने वाले लोगो के लिए) होता है.
Non-Repatriable Demat Account: यह डीमैट खाता भारत में निवास न करने वाले लोगो (NRO) के लिए होता है. इस प्रकार के खाते से फंड को विदेश में ट्रांसफर नही किया जा सकता है. इस प्रकार का डीमैट खाता खोलने के लिए एनआरओ बैंक खाते की आवश्यकता होती है.
डीमैट खाता कहां खोला जाता है – Where to Open Demat Account
भारत में कई डिस्काउंट ब्रोकर कंपनी मौजूद है जिनके माध्यम से घर बैठे ऑनलाइन डीमैट खाता खोला जा सकता है. आप Upstox, Groww, Zerodha और 5Paisa जैसे टॉप ब्रोकर के साथ ऑनलाइन डीमैट खाता आसानी से खोल सकते है. और अगर आप विदेशी कंपनियों के शेयर खरीदना चाहते तो आप INDmoney पर डीमैट खाता खोल सकते है.
इसके लिए आपको पर्सनल दस्तावेज देने होते है जिनका उल्लेख हम ऊपर कर चुके है. अगर आप किसी एजेंट से डीमैट खाता चालू कराते है तो उसका आपको शुल्क देना होगा. लेकिन ब्रोकरेज कंपनी से खाता खुलवाने पर आपको किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नही देना होता है.
सबसे अच्छा डीमैट खाता कौन सा है – Which is the Best Demat Account
रेगुलर डीमैट खाता भारतीय लोग खोलते है. जो आप ऊपर बताई गई किसी भी ब्रोकरेज कंपनी द्वारा खोल सकते है. लेकिन हमारी आपको एक खास सलाह है, किसी भी ब्रोकरेज कंपनी के साथ डीमैट खाता खोलने से पहले आपको ब्रोकर चार्ज के बारे में जरूर जानना चाहिए. क्योंकि कई ब्रोकरेज कंपनियां ऐसी होती है जो बहुत ज्यादा ब्रोकर चार्ज करती है. जिसका पछतावा आपको आगे चलकर हो सकता है.
बात करे सबसे अच्छा डीमैट खाता कौन सा है तो आप Upstox के साथ अपना Demat Account आसानी से खोल सकते है. क्योंकि इस कंपनी में भारत के बड़े बिज़नेसमेन रतन टाटा का डीमैट खाता क्या है? निवेश है. और यह ब्रोकरेज कंपनी बहुत कम ब्रोकर चार्ज पर काम करती है. साथ ही इस कंपनी की कोई ऐसी छुपी हुई शर्त नही है जिससे आपको बाद में पछताना पड़ेगा.
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