संसद टीवी संवाद
क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान वित्तीय दुनिया में हो रहे बहुत सारे तकनीकी परिवर्तनों में से एक का उदाहरण है और अब नई चुनौतियों को स्वीकार करने के साथ-साथ प्रतिभूति बाज़ार सहित मुद्रा बाज़ारों के लिये एक नए एकीकृत विनियमन की अनुमति देने का मौका है।
यह डिजिटल तकनीक में एक नई क्रांति पैदा कर सकती है जिसे भारत खोना नहीं चाहेगा, लेकिन साथ ही वह आंतरिक सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों को लेकर भी जोखिम नहीं उठा सकता है।
विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
“ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी” के क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (वर्ष 2020)
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने चेताया, अगले वित्तीय संकट की वजह बन सकती है निजी किप्टोकरेंसी
उन्होंने साथ ही बिटकॉइन जैसे साधनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की. दास ऐसे साधनों के प्रबल विरोधी रहे हैं और आरबीआई इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय तक गया है.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास
निजी क्रिप्टोकरेंसी जैसे सट्टेबाजी के साधनों को अगर बढ़ने की इजाजत दी गई, तो ये अगले वित्तीय संकट की वजह बन सकते हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह चेतावनी दी. उन्होंने साथ ही बिटकॉइन जैसे साधनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की. दास ऐसे साधनों के प्रबल विरोधी रहे हैं और आरबीआई इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय तक गया है.
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उन्होंने यहां बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘क्रिप्टोकरेंसी. में व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता से जुड़े बड़े जोखिम शामिल हैं और हम इस बारे में हमेशा बताते रहे हैं.''
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पिछले एक साल के घटनाक्रम इस तरह के साधनों से पैदा होने वाले खतरों के बारे में बताते हैं. इनमें क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स का धराशायी होना शामिल है, जो अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी में से एक है.
दास ने कहा, ‘‘इतना सब होने के बाद, मुझे नहीं लगता कि हमें अपने रुख के बारे में कुछ और कहने की जरूरत है।'' निजी क्रिप्टोकरेंसी का मूल्यांकन 190 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर 140 अरब डॉलर रह गया है.
विकासशील देशों में डिजिटल मुद्रा – cryptocurrency पर रोक लगाने की पुकार
संयुक्त राष्ट्र के व्यापर और विकास संगठन – UNCTAD ने बुधवार को प्रकाशित तीन नीति पत्रों में, विकासशील देशों में डिजिटल मुद्रा – क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर रोक लगाने के लिये कार्रवाई किये जाने की पुकार लगाई है.
यूएन एजेंसी ने आगाह किया है कि अलबत्ता व्यक्तिगत डिजिटल मुद्राओं ने कुछ व्यक्तियों और संस्थानों को लाभान्वित किया है, मगर वो एक ऐसी अस्थिर वित्तीय सम्पदा हैं जो सामाजिक जोखिम और लागतें उत्पन्न कर सकती हैं.
अंकटाड ने कहा है कि कुछ लोगों या संस्थानों को डिजिटल मुद्रा के लाभ, वित्तीय स्थिरता, घरेलू संसाधन सक्रियता, और मुद्रा प्रणालियों की सुरक्षा के लिये उत्पन्न उनके जोखिमों के साए में दब जाते हैं.
क्रिप्टो मुद्रा में उछाल
क्रिप्टो करेंसी भुगतान का एक वैकल्पिक रूप हैं. इनके मामलों में वित्तीय भुगतान गुप्त व सुरक्षित टैक्नॉलॉजी के ज़रिये डिजिटल माध्यमों से किया जाता है जिन्हें ब्लॉकचेन कहा जाता है.
क्रिप्टो करेंसी कोविड-19 महामारी के दौरान, दुनिया भर में बहुत तेज़ी से बढ़ी, जिससे पहले से ही मौजूद चलन और भी ज़्यादा मज़बूत हो गया. इस समय दुनिया भर में लगभग 19 हज़ार क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं.
वर्ष 2021 में क्रिप्टो करेंसी रखने वाली आबादी के मामले में, शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं वाले 20 देशों में से, 15 देश विकासशील देश थे.
इस सूची में 12.7 प्रतिशत के साथ यूक्रेन सबसे ऊपर था, उसके बाद रूस 11.9 प्रतिशत और वेनेज़ुएला 10.3 प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर थे.
उतना स्वर्णिम नहीं
अंकटाड का कहना है कि बाज़ार में हाल के समय में डिजिटल मुद्रा को लगे झटकों से झलकता है कि क्रिप्टो करेंसी रखने के निजी जोखिम तो हैं ही, मगर केन्द्रीय बैंक, वित्तीय स्थिरता की हिफ़ाज़त करने के लिये हस्तक्षेप करते हैं तो ये समस्या सार्वजनिक बन जाती है.
उससे भी ज़्यादा, अगर क्रिप्टो करेंसी भुगतान के एक माध्यम के रूप में विकसित होना जारी रखती है, और यहाँ तक कि अनौपचारिक रूप में घरेलू मुद्राओं की जगह भी ले लेती है, तो भी देशों की वित्तीय सम्प्रभुता ख़तरे में पड़ सकती है.
कर चोरी का भय
अंकटाड के एक नीति पत्र में बताया गया है कि क्रिप्टो करेंसी विकासशील देशों में किस तरह से घरेलू संसाधन सक्रियता को कमज़ोर करने का एक नया चैनल बन गई है, और साथ ही इस बारे में, बहुत कम कार्रवाई और उसमें भी देरी करने के जोखिमों के बारे में भी आगाह किया गया है.
अंकटाड ने आगाह किया है कि क्रिप्टो करेंसी से वैसे तो विदेशों से अपने मूल स्थानों को रक़म भेजना आसान होता है, मगर उनसे कर चोरी व अवैध वित्तीय लेनदेन के ज़रिये टैक्स से बचाना भी शामिल हो सकता है. बिल्कुल टैक्स स्वर्ग कहे जाने वाले स्थानों की तरह, जहाँ धन का स्वामित्व स्पष्ट नहीं होता है.
एजेंसी ने कहा है कि इस तरह से, क्रिप्टो करेंसी मुद्रा नियंत्रणों की प्रभावशीलता को भी कमज़ोर कर सकती है, जोकि विकासशील देशों को उनके नीतिगत स्थान और छोटे पैमाने पर आर्थिक स्थिरता के लिये एक अहम उपकरण है.
Cryptocurrency को लेकर आरबीआई गवर्नर ने चेताया, कहा- फाइनेंशियल सिस्टम के लिए है खतरा
क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में नियामकीय स्पष्टता अभी तक नहीं आई है.
Cryptocurrency: अगर क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? आपका रुझान क्रिप्टोकरेंसी की तरफ है तो पहले ये खबर जरूर पढ़ लीजिए. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने अलर्ट करते हुए कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) फाइनेंशियल सिस्टम के लिए खतरा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, आरबीआई गवर्नर ने क्रिप्टोकरेंसी को 'स्पष्ट खतरा' बताते हुए गुरुवार को कहा कि किसी अंतर्निहित मूल्य के बगैर सिर्फ काल्पनिक कीमत वाली कोई चीज महज अटकल भर है. सरकार विभिन्न हितधारकों और संस्थानों से जानकारी जुटाने के बाद क्रिप्टोकरेंसी पर एक कंसल्टेशन पेपर को आखिरी रूप देने की प्रक्रिया में है. आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लगातार चिंता जताता रहा है.
साइबर जोखिम बढ़ रहे हैं
खबर के मुताबिक, दास ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) के 25वें अंक की प्रस्तावना में कहा है कि जैसे-जैसे फाइनेंशियल सिस्टम तेजी से डिजिटल होती जा रही है, साइबर जोखिम बढ़ रहे हैं और इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. दास ने कहा हमें उभरते जोखिमों को लेकर अलर्ट रहना चाहिए क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)एक स्पष्ट खतरा है. उनका कहना था कि कोई भी चीज जो क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? बिना किसी अंतर्निहित मूल्य के सिर्फ विश्वास के आधार पर मूल्य हासिल करती है, उसके लिए रिफाइंड नाम अटकलबाजी ही हो सकती है.
नियामकीय स्पष्टता अभी तक नहीं
पिछले कुछ सप्ताह में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कीमतों में दुनिया के लेवल पर लगातार अस्थिरता देखी गई है. रिजर्व क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? बैंक ने पहली बार 2018 में क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में एक सर्कुलर जारी किया था और अपनी रेगुलेटेड बॉडी को इस तरह के वित्तीय साधन से रोक दिया था. हालांकि, वर्ष 2020 क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय बैंक (RBI) के उस सर्कुलर को निरस्त कर दिया था.
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क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में नियामकीय स्पष्टता अभी तक नहीं क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? आई है. सरकार विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) सहित विभिन्न हितधारकों और संस्थानों की राय के साथ क्रिप्टोकरेंसी पर एक कंसल्टेशन पेपर को आखिरी रूप देने के लिए काम कर रही है.
क्रिप्टो मुद्रा नहीं, एक अलग संपत्ति वर्ग है, जानिए किसने कहा
गांधी ने कहा है कि वर्षों की बहस के बाद लोग पूरी तरह से समझ गए हैं कि क्रिप्टो (Cryptocurrency) मुद्रा क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? नहीं हो सकती। क्योंकि, मुद्रा का मूल तत्व है कि यह कानूनी (Legal) रूप से वैध होनी चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी मुद्रा नहीं है (File Photo)
हाइलाइट्स
- भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर. गांधी ने मंगलवार को कहा कि ‘क्रिप्टो’ को मुद्रा नहीं माना जाना चाहिए
- उनका कहना है कि इसे एक अलग संपत्ति वर्ग की तरह माना जाना चाहिए
- क्रिप्टो का नियमन भी क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? उसी रूप में किया जाना चाहिए
क्या कहा गांधी ने
गांधी ने कहा है कि वर्षों की बहस क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? के बाद लोग पूरी तरह से समझ गए हैं कि क्रिप्टो मुद्रा नहीं हो सकती। क्योंकि, मुद्रा का मूल तत्व है कि यह कानूनी रूप से वैध होनी चाहिए। क्रिप्टो के मामले क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई भी किसी अन्य व्यक्ति को क्रिप्टो स्वीकार करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। क्योंकि, यह कानूनी रूप से वैध नहीं क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? है।
इसे एक संपत्ति के रूप में समझा जाना चाहिए
गांधी ने कहा कि कई नीति निर्माताओं के बीच इसको लेकर आम सहमति है कि इसे एक संपत्ति के रूप में समझा जाना चाहिए, न कि एक मुद्रा के रूप में। इसे एक भुगतान साधन के रूप में या एक वित्तीय साधन के रूप में भी नहीं स्वीकार करना चाहिए, क्योंकि इसका कोई स्पष्ट जारीकर्ता नहीं है। उन्होंने भारतीय इंटरनेट एवं मोबाइल संघ (IAMAI) और ब्लॉकचैन एवं क्रिप्टो संपत्ति परिषद (BACC) द्वारा आयोजित एक आभासी कार्यक्रम में कहा, ‘‘इसलिए एक बार जब हम समझ जाते हैं और इस बात की स्वीकृति मिल जाती है कि यह एक संपत्ति है (मुद्रा नहीं), तो इसका विनियमन करना अपेक्षाकृत आसान हो जाता है।’’
आपराधिक गतिविधि के लिए हो सकता है उपयोग
उन्होंने आशंका जताई क्या क्रिप्टोकरेंसी एक नया वित्तीय साधन है? कि नियमन के अभाव में इस आभासी संपत्ति का आपराधिक गतिविधि के लिए उपयोग हो सकता है और इसका संकेत देने वाले कई उदाहरण हैं। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने कहा था कि क्रिप्टो मुद्रा के संबंध में प्रस्तावित कानून केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष लंबित है।
निजी क्रिप्टो करेंसी को प्रतिबंधित किया जाए
क्रिप्टो मुद्रा पर अंतर-मंत्रालयी समिति ने अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की है कि भारत में राज्य द्वारा जारी किसी भी आभासी मुद्रा को छोड़कर, सभी निजी क्रिप्टो करेंसी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। इस बीच आरबीआई ने बाजार में आ चुकी क्रिप्टो मुद्रा पर चिंता जताई है और उसने सरकार को भी इससे अवगत करा दिया है।
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