- स्नो वैली रिसॉर्ट्स शिमला – एक आदर्श छुट्टी के लिए एक संपूर्ण गाइड
- आपके लिए हॉल होम टाइल्स डिजाइन विचार
- घर में किस तरह की सीढ़ियां बनवाएं
- अनंतिम प्रमाण पत्र: सूचना, उद्देश्य और प्रकार
- पीएम स्कॉलरशिप: जानें लाभ और आवेदन प्रक्रिया
- विंडो ग्लास डिज़ाइन आपको दुनिया को स्टाइल में देखने में मदद करने के लिए
डीमैट खाता क्या है ? कहाँ और कैसे खोलें | Demat Account क्या है – यहाँ देखे
आज, इस ऑनलाइन इंटरनेट की दुनिया में पैसा कमाना अब और अधिक सरल हो गया है, खासकर, कोरोनावायरस लॉकडाउन के बाद, हम ऑफ़लाइन से ऑनलाइन इंटरनेट की दुनिया में स्विच हो गए हैं। ऑनलाइन पैसे कमाने के कई तरीके हैं, लेकिन इन सबके बीच शेयर बाजार अब सबके बीच मशहूर हो गया है |
एक सरकारी रिपोर्ट से पता चलता है कि, 2020 में, दस लाख से अधिक नए खुदरा निवेशक भारत में उभरे हैं और एक नया डीमैट खाता खोला है। इससे पता चलता है कि लोग शेयर बाजार की ओर कितना आकर्षित होते हैं, खासकर कोरोनावायरस लॉकडाउन सत्र में।
जैसा कि अब हम समझते हैं कि शेयर बाजार ही एकमात्र तरीका है जिसके माध्यम से आप उच्चतम रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। आप धैर्य के साथ लंबी अवधि के लिए मौलिक रूप से विश्लेषण किए गए शेयरों में निवेश करके भी बहुत पैसा कमा सकते हैं।
और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अब आपको धोखाधड़ी के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि सेबी (स्टॉक मार्केट पुलिस) ने सुरक्षा सुनिश्चित की है और सब कुछ डिजिटल कर दिया है। तो, आप अपने मोबाइल पर क्लिक करके सब कुछ देख सकते हैं। अब, समझते हैं कि कैसे शेयर बाजार में निवेश करें और शानदार रिटर्न कमाएं।
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको एक डीमैट खाता खोलना होगा।
डीमैट खाता क्या है ?
डीमैट खाते को “डीमैटरियलाइज अकाउंट” के रूप में भी जाना जाता है। डीमैट खाता एक बैंक खाते की तरह है जहां हम किसी भी सूचीबद्ध कंपनी के शेयर या स्टॉक को डिजिटल रूप में स्टोर कर सकते हैं।
आप किसी भी कंपनी के शेयरों को अपने डीमैट खाते में आसानी से डिजिटल रूप में जमा कर सकते हैं और बैंक खाते की तरह अपने खाते की शेष राशि भी देख सकते हैं। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले किसी भी व्यक्ति को एक नया डीमैट खाता खोलना होगा।
डीमैट खाता कहाँ खोलें ? [ स्टॉक ब्रोकर क्या है ]
अब, आप डीमैट खाते के बारे में पूरी तरह से अवगत हैं। तो, अब आपको यह जानना होगा कि डीमैट खाता कहां खोलना है। यह समझने से पहले कि आपको यह समझना होगा कि नया डीमैट खाता कहां खोलना है।
आमतौर पर स्टॉक ब्रोकर किसी भी व्यक्ति का डीमैट खाता खोलते हैं। भारत में कई स्टॉक ब्रोकर हैं।
स्टॉक ब्रोकर्स क्या है ?
स्टॉक ब्रोकर स्टॉक मार्केट और प्रत्येक व्यक्तिगत निवेशक के बीच का बिचौलिया होता है। स्टॉक ब्रोकर निवेशक द्वारा कंपनी के शेयर के सभी खरीद और बिक्री ऑर्डर के लिए भी जिम्मेदार होते हैं।
भारत में कई स्टॉक ब्रोकर हैं। भारतीय शेयर बाजार में मूल रूप से दो तरह के स्टॉक ब्रोकर होते हैं।
- पूर्णकालिक ब्रोकर।
- डिस्काउंट ब्रोकर।
फुल-टाइम ब्रोकर (Full Time Broker) :- फुल टाइम ब्रोकर वे ब्रोकर होते हैं जो निवेशक को विभिन्न और विशेष सेवा प्रदान करते हैं और उच्च शुल्क भी लेते हैं। कुछ सुविधाएं हैं –
- कॉलिंग ट्रेड।
- निवेश संबंधी सलाह।
- 24X7 कॉल सपोर्ट ।
- समय पर नवीनतम अपडेट।
- विशेष ध्यान।
कुछ प्रसिद्ध भारतीय पूर्णकालिक ब्रोकर HDFC Securities, ICICI Securities, Kotak Securities Angel Broker and SBI Securities.
डिस्काउंट ब्रोकर (Discount Brokers) :- डिस्काउंट ब्रोकर वो स्टॉक ब्रोकर होते हैं जो आपको फुल टाइम स्टॉक ब्रोकर की तुलना में कम सुविधाएं प्रदान करते हैं। लेकिन यह सभी के लिए पर्याप्त है और बहुत कम चार्ज भी करता है। डिस्काउंट ब्रोकरों द्वारा प्रदान की जाने वाली कुछ बुनियादी सुविधाएं हैं –
- डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
- सोम-शुक्र कॉल और चैट सहायता
- नवीनतम अपडेट
- कम शुल्क (Low Charge)
- कभी भी होल्डिंग ट्रैकिंग सिस्टम
कुछ भारतीय डिस्काउंट ब्रोकर अपस्टॉक्स , Zerodha , Upstox, Paytm Stock, 5 Paise, Angel One , Groww और आदि हैं ।
डीमैट खाता कैसे खोलें ? [ How To Open Demat Account ]
डीमैट खाता आमतौर पर स्टॉक ब्रोकर और बैंक द्वारा खोला जाता है। और आप पहले से ही जानते होंगे कि भारत में दो प्रकार के स्टॉक ब्रोकर हैं।
आप अपना नया डीमैट खाता अपने मोबाइल या लैपटॉप के माध्यम से भी कुछ ही मिनटों में खोल सकते हैं। आपको किसी भी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सभी स्टॉक ब्रोकर सेबी (स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया, SEBI) की देखरेख में आते हैं । इसलिए आप आसानी से संपर्क कर सकते हैं और अपने खाते में किसी भी प्रकार की अनियमितता के लिए शिकायत कर सकते हैं।
सेबी का फुल फॉर्म “स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया” है जिसे शेयर मार्केट पुलिस के नाम से भी जाना जाता है। सेबी सरकारी सांविधिक निकाय है जो भारत में शेयर बाजार को विनियमित और पर्यवेक्षण करता है।
नया डीमैट खाता खोलने से पहले, आपके पास अपने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और विवरण होने चाहिए। नया डीमैट खाता खोलने के लिए आपके पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज होने चाहिए: –
- आधार कार्ड:- ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने के लिए आधार कार्ड नंबर होना अनिवार्य है।
- पैनकार्ड:- ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने के लिए पैनकार्ड नंबर होना भी अनिवार्य है।
- आरएमएन (पंजीकृत मोबाइल नंबर):- आपका मोबाइल नंबर आपके आधार कार्ड और पैनकार्ड के साथ पंजीकृत होना चाहिए। आधार कार्ड और पैनकार्ड आपको डीमैट अकाउंट क्यों खोलना चाहिए? दोनों के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर समान होना चाहिए। यह आपको ओटीपी के साथ प्रमाणित करने में मदद करता है।
- बैंक विवरण:- आपका बैंक विवरण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके माध्यम से आप कंपनी के शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए आसानी से पैसे का लेन-देन कर सकते हैं।
- फोटो और हस्ताक्षर:- नए डीमैट खाते के लिए आवेदन करते समय आपको ऑनलाइन फोटो और ई-साइन भी अपलोड करना होगा।
डीमैट खाता कैसे खोलें ?
एक नया डीमैट खाता खोलने के लिए आपको नीचे दिए गए चरणों का पालन करना होगा –
डीमैट खाते के बारे में सब कुछ
डीमैट या डीमैटरियलाइज्ड फॉर्मेट एक ऐसा तरीका है जिसमें आपके भौतिक शेयरों और प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से परिवर्तित और संग्रहीत किया जाता है। डीमैट अकाउंट होने का सबसे बड़ा फायदा पारदर्शिता है। इसलिए, कदाचार का कोई खतरा नहीं है। ऑनलाइन ट्रेडिंग करते समय, आपको केवल एक डीमैट नंबर की आवश्यकता होती है और बड़ी कागजी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होती है। शेयर आपके डीमैट खाते से खरीदे या बेचे जा सकते हैं और इन्हें क्रेडिट और डेबिट के रूप में रखा जाएगा। डीमैट खाते का उपयोग करके, आप विभिन्न प्रकार के वित्तीय साधनों जैसे म्युचुअल फंड , इक्विटी शेयर, सरकारी प्रतिभूतियों, बांड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड आदि में व्यापार कर सकते हैं। ध्यान दें, डीमैट खाता खोलते समय, एक शेयर का मालिक होना अनिवार्य नहीं है। यह भी देखें: शेयरों के अंकित मूल्य के बारे में सब कुछ
Recent Podcasts
- स्नो वैली रिसॉर्ट्स शिमला – एक आदर्श छुट्टी के लिए एक संपूर्ण गाइड
- आपके लिए हॉल होम टाइल्स डिजाइन विचार
- घर में किस तरह की सीढ़ियां बनवाएं
- अनंतिम प्रमाण पत्र: सूचना, उद्देश्य और प्रकार
- पीएम स्कॉलरशिप: जानें लाभ और आवेदन प्रक्रिया
- विंडो ग्लास डिज़ाइन आपको दुनिया को स्टाइल में देखने में मदद करने के लिए
Read in other Languages
Polls
- Property Tax in Delhi
- Value of Property
- BBMP Property Tax
- Property Tax in Mumbai
- PCMC Property Tax
- Staircase Vastu
- Vastu for Main Door
- Vastu Shastra for Temple in Home
- Vastu for North Facing House
- Kitchen Vastu
- Bhu Naksha UP
- Bhu Naksha Rajasthan
- Bhu Naksha Jharkhand
- Bhu Naksha Maharashtra
- Bhu Naksha CG
- Griha Pravesh Muhurat
- IGRS UP
- IGRS AP
- Delhi Circle Rates
- IGRS Telangana
- Square Meter to Square Feet
- Hectare to Acre
- Square Feet to Cent
- Bigha to Acre
- Square Meter to Cent
- Stamp Duty in Maharashtra
- Stamp Duty in Gujarat
- Stamp Duty in Rajasthan
- Stamp Duty in Delhi
- Stamp Duty in UP
These articles, the information therein and their other contents are for information purposes only. All views and/or recommendations are those of the concerned author personally and made purely for information purposes. Nothing contained in the articles should be construed as business, legal, tax, accounting, investment or other advice or as an advertisement or promotion of any project or developer or locality. Housing.com does not offer any such advice. No warranties, guarantees, promises and/or representations of any kind, express or implied, are given as to (a) the nature, standard, quality, reliability, accuracy or otherwise of the information and views provided in (and other contents of) the articles or (b) the suitability, applicability or otherwise of such information, views, or other contents for any person’s circumstances.
Housing.com shall not be liable in any manner (whether in law, contract, tort, by negligence, products liability or otherwise) for any losses, injury or damage (whether direct or indirect, special, incidental or consequential) suffered by such person as a result of anyone applying the information (or any other contents) in these articles or making any investment decision on the basis of such information (or any such contents), or otherwise. The users should exercise due caution and/or seek independent advice before they make any decision or take any action आपको डीमैट अकाउंट क्यों खोलना चाहिए? on the basis of such information or other contents.
Demat Account क्या है और डीमैट अकाउंट कैसे खोलें ?
दोस्तों आज हम आपको Demat Account के बारे में बताएंगे कि डिमैट अकाउंट क्या होता है और यह अकाउंट हम कैसे खोलें दोस्तों आज के जमाने में बहुत कम लोग होंगे जिन्होंने शेयर मार्केट के बारे में नहीं सुना होगा और जो लोग शेयर मार्केट के बारे में जानते हैं उन्हें यह भी पता होता है कि डीमैट अकाउंट क्या है डिमैट अकाउंट में शेयर होल्डर अपने शेयर रखता है जैसे कि हम बैंक अकाउंट में अपने पैसे रखते हैं और शेयर की खरीद-फरोख्त इन्वेस्टर इसी अकाउंट के द्वारा करता है जो डिपॉजिटरी द्वारा खोला जाता है और इससे जुड़ी सभी बातें हैं इस के क्या फायदे हैं डिमैट अकाउंट कैसे खोला जाता है और कहां खोला जाता है Demat Account से जुड़ी सभी जानकारी हम आपको दे रहे हैं जो निम्नलिखित है।
Table of Contents
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डिमैट अकाउंट एक ऐसा अकाउंट है जिसमें आपके द्वारा खरीदे गए शेयर डिपॉजिट किए जाते हैं और इसके साथ साथ म्यूच्यूअल फंड, डिवेंचर, यूनिट और सिक्योरिटी भी इसी खाते में होती है शेयर की खरीद-फरोख्त करने के लिए आपके पास एक डिमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है Demat Account एक बैंक अकाउंट की तरह कार्य करता है जिसमें आपकी रकम नहीं होती बल्कि किसी कंपनी के शेयर होते हैं जब आप किसी कंपनी के शेयर को बेचना चाहते हैं तो यह दूसरे निवेशक के अकाउंट में यहीं से ट्रांसफर हो जाते हैं
जिस प्रकार आप बैंक अकाउंट से मनी ट्रांसफर करते हो। इससे पहले यह प्रक्रिया बड़ी मुश्किल थी पहले जब आप शेयर खरीदते थे तो आपको कंपनी उसके डॉक्यूमेंट देती थी और जब आपको शेयर बेचने होते थे तो सारे कागजात कंपनी में डिपॉजिट करने पड़ते थे लेकिन जब से डिपॉजिटरी ने Demat Account की प्रक्रिया को शुरू किया है यह काम बहुत आसान हो गया है।
डीमैट अकाउंट के प्रकार क्या है?
शेयर मार्केट में उपलब्ध तीन प्रकार के डीमैट अकाउंट होते हैं। इन अकाउंट को निवेशकों की प्रोफाइल के हिसाब से तैयार किया जाता है। डीमैट अकाउंट के प्रकार निम्नलिखित हैं।
रेगुलर डीमैट खाता (Regular Demat A6ccount)
शेयर बाजार में एंट्री करने वाले निवेशक को का रेगुलर डीमैट अकाउंट खोला जाता है। यह खाता आप किसी भी डिपॉजिट सीडीएसएल या एनएसडीएल पन रजिस्टर ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं। इस खाते के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिकली शेयरों में निवेश और ट्रेड किया जाता है।
रिपेट्रायबल डीमैट खाता (Repatriable Demat Account)
यह खाता नॉनरेजिडेंट इंडियंस के लिए होता है। इस खाते के माध्यम से n.r.i. शेयर बाजार में निवेश करते हैं। एन आर आई इस अकाउंट का उपयोग करके विदेश में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। साथ ही साथ लोग इस अकाउंट इन इयर जॉइंट होल्डर भी शामिल कर सकते हैं जो केवल एक भारतीय नागरिक होना चाहिए। इस डीमैट खाते में नॉमिनेशन सुविधा भी उपलब्ध होती है।
नॉन रिपेट्रायबल डीमैट खाता (Non-Repatriable Demat Account)
यह खाता भी एन आर आई के लिए होता है परंतु इस खाते से कोई भी विदेश में फंड ट्रांसफर नहीं किए जा सकते। इस खाते में लोगों को एनआरओ बैंक अकाउंट की आवश्यकता नहीं पड़ती है। यह खाता वह लोग खोलते हैं जिनकी आय भारत और विदेश दोनों में उपलब्ध है।
Demat Account खोलने से पहले किन बातों का ध्यान रखना है?
यदि आप भी अपना डीमैट खाता खोलना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना है:-
- जहां कोई अपने शहर रखता है वहां खाता खोल सकते हैं और उसकी सुरक्षा इलेक्ट्रॉनिक तरीके से की जाती है।
- आप भारत में शेयर बेचना और खरीदना चाहते हैं तो आपका डीमेट खाता होना अनिवार्य है।
- अगर आप अपने शेयरों को इनिशियल पब्लिक आफरिंग मैं लागू करना चाहते हैं तो आपके पास डीमैट खाता होना अनिवार्य है।
Demat Account कैसे खोलें
जब आप अपना खाता डिपॉजिटरी में खुलवाते हैं तो उस खाते को डीमैट खाता कहते हैं इसका फैसला हमारा ब्रोकर करता है कि वह कौन सी डिपॉजिटरी में आपका खाता खुलवाता है इस खाते को खुलवाने के लिए भारत में एसईबीआई के द्वारा निर्देशित दो बड़ी डिपॉजिटरी कंपनी एनएसडीएल और सीडीएसएल है जो Demat Account को निर्धारित करती हैं और आपने देखा होगा कि पैन कार्ड भी यही दोनों कंपनियां बनाती हैं। जो निम्नलिखित हैं।
1- एनएसडीएल
इंडिया की सबसे पुरानी और विश्वसनीय डिपाजिटरी मानी जाती है नवंबर सन 1996 में इसको शुरू किया गया था जिसका पूरा नाम National Securities Depositories Ltd है।
2- सीडीएसएल
- यह इंडिया की दूसरी डिपॉजिटरी है जिसका संबंध बीएसई यानी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज से है इसको फरवरी सन 1999 में शुरू किया गया था इसका पूरा नाम Central Depositories Services Ltd है ।
- डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको इन दोनों कंपनियों के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है आप किसी भी बैंक या स्टॉक ब्रोकर के पास जाकर अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं।
SBI Mein Demat Khata Kaise Kholen
कुछ खास स्टॉक ब्रोकर
इसके अलावा आप कुछ खास स्टॉक ब्रोकर के आपको डीमैट अकाउंट क्यों खोलना चाहिए? यहां भी अपना Demat Account खुलवा सकते हैं।
- शेरखान प्राइवेट लिमिटेड
- ज़ेरोधा
- एंजल ब्रोकर प्राइवेट लिमिटेड
Demat Account खुलवाने के लिए जरूरी दस्तावेज
डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक बैंक अकाउंट नंबर
- पासपोर्ट या राशन कार्ड ( एड्रेस प्रूफ के लिए)
डिमैट अकाउंट फीस
डीमैट अकाउंट खोलने की फीस अलग-अलग बैंकों और स्टॉकब्रोकर्स की अलग अलग हो सकती है इसके अलावा एनुअल मेंटेनेंस चार्ज भी होते हैं जो साल में एक बार लिए जाते हैं
Demat Account नॉमिनेशन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिस तरह आप बैंक अकाउंट, एफडी, ऑल लाइफ इंश्योरेंस में नॉमिनी का नाम भरते हैं उसी प्रकार डिमैट अकाउंट में भी नॉमिनी का होना जरूरी है जिस वक्त आप डिमैट अकाउंट खोलने के लिए फॉर्म भरे तो अपने नॉमिनी का नाम जरूर भरें यह आपके सुरक्षित भविष्य के लिए बहुत जरूरी है।तो दोस्तों इस तरह आप अपना Demat Account खुलवा सकते हैं और स्टॉक एक्सचेंज से शेयरों की खरीद-फरोख्त भी आसानी से कर सकते हैं।
डीमैट अकाउंट के नुकसान|Demat Account Disadvantages In Hindi
नमस्कार दोस्तो:आज तक आपने सिर्फ और सिर्फ डीमैट अकाउंट के फायदों के बारे में सुना होगा.लेकिन इस से होने वाले नुकसान के बारे में बहुत कम लोग बात करते है,इसलिए इसके बारे में जानकारी भी बहुत कम लोगो को होती है.तो आज के इस आर्टिकल में हम डीमैट अकाउंट के नुकसान बारे में बात करेंगे.तो आपको डीमैट अकाउंट क्यों खोलना चाहिए? चलिए आज का आर्टिकल शुरू करते है.
Table of Contents
डीमैट अकाउंट के नुकसान
दोस्तो ये बात सही है की डीमैट अकाउंट होने से इन्वेस्टर्स और ट्रेडर की लाइफ आसान हो चुकी है.लेकीन हर सिक्के के दो पेहलु होते है,अगर अच्छी बाते होती है,तो बुरी बाते भी होती है.तो क्या होते है डीमैट अकाउंट के नुकसान ? चलिए एक एक करके इसे समझ लेते है.
डीमैट अकाउंट के नुकसान
1.Annual Maintenance Charge.(AMC)
दोस्तो काफी सारे रिसर्च करके अगर आपने अपना डीमैट अकाउंट ओपन किया है,तो एक बाद याद रखे इस डीमैट अकाउंट को ओपन करने के बाद आपको इसके सालाना कुछ चार्जेस Paid करने होते है.और उन चार्जेस को Annual Maintenance Charge जिसे शॉर्ट में AMC बोला जाता है.
जीतने सालो तक आप इस डीमैट अकाउंट की सर्विस को यूज करोगे.उतने हर साल तक आपको ये चार्जेस Paid करने होते है.और ये AMC चार्जेस 300 रुपए से लेकर 800 रुपए तक हो सकते है,डिपेंड करता है आपके स्टॉक ब्रोकर के उपर.
2. Account Freezing
काफी लंबे दिनों तक अगर आपने अपने डीमैट अकाउंट में log In नही किया है,तो आपका डीमैट अकाउंट फ्रीज किया जा सकता है.
तो इस प्रॉब्लम से बचने के लिए आपको आपको डीमैट अकाउंट क्यों खोलना चाहिए? अपने डीमैट अकाउंट को हर एक Specific Time के बाद log In करके चेक करते रेहना चाहिए.ताकि आपका डीमैट अकाउंट फ्रीज ना हो सके.
3.Technology की जानकारी ना होना.
जब भी टेक्नोलॉजी की बात आती है,तो इसके सिर्फ फायदों को देखा जाता है,लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है,इसके नुकसान भी हो सकते है.
पहिले के टाइम क्या होता था सारे काम पेपर वर्क में हुआ करते थे जैसे की,शेयर को इश्यू करने के बाद शेयरहोल्डर (मतलब शेयर खरीदने वाला आदमी) को शेयर सर्टिफिकेट दिया जाता था.और ये शेयर सर्टिफिकेट सबूत था आपके ओनरशिप का.इसलिए इन सर्टिफिकेट को संभाल कर रखना भी एक चैलेंजिंग काम भी था.
लेकिन उस वक्त के लोगो को इसकी आदत लग चुकी थी, लेकिन अब जमाना डिजिटल हो चुका है.सब कुछ मोबाइल और आपको डीमैट अकाउंट क्यों खोलना चाहिए? आपको डीमैट अकाउंट क्यों खोलना चाहिए? कंप्यूटर पर एक क्लिक में हो जाता है.तो इस डिजिटल प्रोसेस को समझ ना उनके लिए थोड़ा डिफिकल्ट हो गया है.
डिजिटल जमाना होने के चलते अगर आपको टेक्नोलॉजी का नॉलेज नही है,तो आपको काफी सारे प्रॉब्लम्स को फेस करना पड़ सकता है जैसे की,
आज के जमाने में अगर आपको अपना पोर्टफोलियो चेक करना नही आता ऑनलाइन तरीके से,तो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करना तो काफी दूर की बात है.
4.Additional Contract
दोस्तो कई बार क्या होता है,कुछ DP ( Depository Participate) को Dematorization की प्रोसेस को कंप्लीट करने के लिए अलग अलग स्टेजेस पर Additional Contract शामिल करने पड सकते है.जो इन्वेस्टर के Point Of You से एक कठिन प्रोसेस साबित हो सकती है.
5.डीमैट अकाउंट को चेक करते रहो.
किसी भी स्टॉक ब्रोकर के पास आपने अपना डीमैट अकाउंट ओपन किया है,तो आपके डीमैट अकाउंट की इनफॉर्मेशन उस ब्रोकर के पास भी होती है.इसलिए थोड़ा सावधान रहे.
क्युकी उन ब्रोकर के पास मार्केट को चलाने की पावर होती है.और एक डीमैट अकाउंट होल्डर होने के नाते आपको अपना डीमैट अकाउंट चेक करते रेहना चाहिए.ताकि डीमैट अकाउंट से कोई गलत लेनदेन (ट्रांजैक्शन) ना हो जाए.
वैसे नॉर्मली ऐसा नही होता,ब्रोकर्स को भी इस Competition के जमाने में अपना बिज़नस चलाना है,इसलिए वो बेस्ट से बेस्ट सर्विस अपने यूजर्स को देने की ट्राइ करते. लेकिन फिर भी सावधानी के लिए आपको अपनें डीमैट अकाउंट के ट्रांजैक्शन पर नजर रखना चाहिए.
Also Read:
डीमैट अकाउंट अच्छा है या बुरा ?
स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत होती ही है.और इसके कई सारे फायदे है,लेकिन फायदे के साथ कुछ नुकसान भी होते जिसके बारे में मैंने उपर आपको बताया है.तो इन नुकसान को अगर छोड़ दिया जाए तो डीमैट अकाउंट एक अच्छी चीज है.
क्या डीमैट अकाउंट बनाना सुरक्षित है?
डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?
डीमैट अकाउंट के दो प्रकार है फुल सर्विस ब्रोकर और डिस्काउंट ब्रोकर आप इन मैसे किसी भी ब्रोकर के पास जाकर डीमैट अकाउंट ओपन कर सकते हो.
क्या डीमैट अकाउंट में खाता खोलना फ्री है ?
नॉर्मली डीमैट ओपन करने के लिए कुछ चार्ज देने होते है,मगर कुछ ब्रोकर ऑफर के चलते पहिले साल के लिए फ्री में डीमैट अकाउंट ओपन करवा कर देते है.
Conclusion
दोस्तो में उम्मीद करता हु आज के हमारे आर्टिकल में दी गई जानकारी (डीमैट अकाउंट के नुकसान) आपको पसंद आई होगी.आज का आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे नीचे कॉमेंट करके या फिर ईमेल करके जरूर बताए.
अपने उन दोस्तो के साथ जरूर इस आर्टिकल को शेयर करो,जिन्हे Finance,Taxation, Economics और Stock Market के बारे में कुछ न कुछ नया सिखना अच्छा लगता है.और ऐसे ही नए नए इनफॉर्मेशन रीड करने के लिए हमारे वेबसाइट पर दोबारा जरूर विजिट करे.
दोस्तो एक जरूरी बात,अगर आपको हमारे वेबसाईट पर लिखे आर्टिकल पसंद आते है,और आप अपनी खुशी से हमारी टीम को कुछ Monetary Support करना चाहते हो,तो आप UPI ID ( [email protected] ) या फिर QR Codes के जरिए हमें सपोर्ट कर सकते हो.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 624