प्राइवेट एंड पब्लिक लिमिटेड इकाई संरचना के मामले में ऋण जुटाने के लिए विशिष्ट दिशानिर्देशों का पालन करते हुए पूंजी के रूप में और/या ऋण के माध्यम से एक भारतीय इकाई क्या भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार करना कानूनी है? द्वारा वित्त जुटाया जा सकता है। साथ ही, भारतीय बैंकों से पर्याप्त मूर्त सुरक्षा, ऋण और कार्यशील पूंजी की सुविधा को गिरवी रखकर प्राप्त किया जा सकता है।
भारत में व्यापार करना
व्यवसाय की स्थापना के लिए चुनी गई इकाई का प्रकार उस अवधि को निर्धारित करता है जिसके भीतर एक व्यवसाय स्थापित किया जा सकता है। मोटे तौर पर व्यवसाय स्थापित करने में लगभग 25 -30 दिन लग सकते हैं, जिसमें न्यूनतम आवश्यक व्यवसाय लाइसेंस प्राप्त करना, व्यवसाय के उचित स्थान की पहचान करना, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर पंजीकरण प्राप्त करना, एक इकाई निगमन प्रमाण पत्र आदि शामिल हैं।
यह ध्यान दिया जा सकता है कि एक कंपनी को शामिल करना और एक व्यवसाय स्थापित करना दो अलग-अलग पहलू हैं। इसके अलावा, यदि गतिविधि एक है जिसके लिए विदेशी मुद्रा नियामक से अनुमोदन की आवश्यकता है तो इसमें अधिक समय लग सकता है - कहीं भी 60 दिनों से 90 दिनों के बीच।
इसके अलावा, व्यवसाय क्या भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार करना कानूनी है? सेटअप प्रक्रिया में लेखांकन, मानव संसाधन, बिक्री और विपणन, संचालन आदि जैसी व्यावसायिक प्रक्रियाएं भी शामिल होंगी, जिसमें अतिरिक्त 20 से 25 दिनों का समय लगेगा।
FEMA : Foreign Exchange M Act
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US dollar का टूटेगा दबदबा! रुपये में विदेशी व्यापार को बढ़ावा क्या भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार करना कानूनी है? देगी सरकार, कारोबारियों को मिलेंगे ये सारे फायदे
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: September 07, 2022 12:41 IST
Photo:FILE US dollar vs rupee
Highlights
- घरेलू मुद्रा की गिरावट रोकने में भी मदद मिलेगी
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहम मुद्रा बनाने में मदद मिलेगी
- आयात के लिए डॉलर की मांग कम हो जाएगी
US dollar का दबदबा आने वाले दिनों में टूट सकता है। दरअसल, भारत सरकार विदेशी व्यापार में रुपये के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए आज अहम बैठक करने जा क्या भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार करना कानूनी है? रही है। इसमें वित्त मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के प्रतिनिधि समेत सभी प्रमुख बैंकों के अधिकारी शामिल होंगे। वित्तीय सेवा सचिव संजय मल्होत्रा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार लेनदेन की अनुमति देने से व्यापार सौदों के निपटान के लिए विदेशी मुद्रा की मांग घटने के साथ घरेलू मुद्रा की गिरावट रोकने में भी मदद मिलेगी। इससे रुपये को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेनदेन के लिए अहम मुद्रा बनाने में मदद मिलेगी। इस समय भारत और रूस के बीच हो रहे व्यापार के बड़े हिस्से का लेनदेन रुपये में ही हो रहा है। आइए, जानते हैं कि रुपये में विदेशी व्यापार बढ़ने से क्या भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार करना कानूनी है? कारोबारियों को क्या फायदे मिलेंगे।
भारत को क्या लाभ मिलेगा
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद वैश्विक हालात बदले हैं। कई देश दिवालिया हो गए हैं तो कई फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में इन देशों के साथ भारत का व्यापार प्रभावित हो रहा है। रुपये में विदेशी व्यापार को बढ़ावा देने से इन देशों के साथ कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी। भारतीय कारोबारी को बड़ा बाजार मिलेगा। इसके साथ ही द्विपक्षीय व्यापार में बैलेंस बनाने में इस प्रक्रिया से मदद मिल सकती है। रुपये में इनवॉयस और पेमेंट से ट्रांजैक्शन कॉस्ट और फॉरेन करेंसी में ट्रांजैक्शन से जुड़े मार्केट रिस्क भी कम होंगे। एक्सपोर्टर्स को रुपये की कीमत में मिले इनवॉयस के बदले एडवांस भी मिल सकेगा। वहीं, कारोबारी लेनदेन के बदले बैंक गारंटी के नियम भी FEMA (Foreign Exchange Management Act) के तहत कवर होंगे।
मैसूर के केन्द्रीय उत्पाद शुल्क की आधिकारिक वेबसाइट
मैसूर के केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क विभाग के बारे में जानकारी प्राप्त करें। संघ बजट, अधिनियम, टैरिफ, नियम, प्रपत्र आदि जैसे केंद्रीय उत्पाद शुल्क से संबंधित जानकारी दी जाती है। अधिनियमों, नियमों, टैरिफ, विनियमन, पुस्तिका, परिपत्रों, प्रमाणीकरण, आदि जैसे सीमा शुल्क से संबंधित विवरण क्या भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार करना कानूनी है? उपलब्ध हैं। प्रयोक्ता वित्त मंत्रालय, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड, बैंगलोर आदि पर सूचना प्राप्त कर सकते हैं। सलाहकार समिति, व्यापार सुविधा, सूचना अधिकार, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और सेवा कर (एसीईएस) स्वचालन लाभ उठाने से संबंधित सूचना दी गई है।
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