क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए?

बचपन से ही हम सब कछुए और खरगोश की कहानी सुनते आये हैं – धीमी, सधी और स्थिर चाल ही जीत दिलाती है| यह नैतिक उक्ति जीवन के हर क्षेत्र में प्रासंगिक और सही साबित हुई है, निवेश क्षेत्र में भी| इसलिए SIP निवेशकों में लोकप्रिय हो पाए हैं जिसके अंतर्गत नियमित बचत और निवेश होता रहता है जो लम्बी अवधि में संपत्ति सृजन में सहायक होते हैं|
संपत्ति सृजन हेतु आप कितना निवेश करना चाहते हैं, इस बात पर आपका SIP निवेश किस प्रकार का होगा, साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक होगा, ये निर्भर है| कुछ फंड्स गृहों ने दैनिक SIP भी आरम्भ लिया है| क्या दैनिक SIP में मासिक SIP की तुलना में अधिक संपत्ति सृजन की संभावना है? चूंकि SIP का उद्देश्य ही लम्बी अवधि के लक्ष्यों की योजना है, अगले १० - १५ वर्ष की अवधि में बने संपत्ति निर्माण में इनका कोई ख़ास फर्क दिखाई नहीं देता, SIP दैनिक हो या मासिक, छोटी अवधि में इनके परिणामों में असर शायद दिखाई दे जाए| दैनिक SIP से आपके लेन - देन कार्यवाही एक दिन के बजाय बीस दिन हो जायेगी जिसका प्रबंधन कभी कभी मुश्किल हो जाता है| अगर आप अब भी “मैं अपना निवेश कैसे करूं”? के अनिश्चय से गुज़र रहे हैं, मासिक SIP आपके लिए अच्छी शुरुआत रहेगी|
Mutual Funds SIP: एसआईपी में पहली बार करने जा रहे हैं निवेश? बेहतर रिटर्न के लिए इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान
SIP Mutual Fund: Article Body- Systematic Investment Plan (SIP) Investment: SIP के तहत, आप अपनी इनकम और फाइनेंशियल गोल्स के आधार पर निश्चित अवधि जैसे हर हफ्ते, महीने, तिमाही या छमाही में एक निश्चित राशि निवेश कर सकते हैं.
इन्वेस्टमेंट जर्नी शुरू करने के लिए म्यूचुअल फंड सबसे अच्छे निवेश विकल्पों में से एक है.
Systematic Investment Plan (SIP): इन्वेस्टमेंट जर्नी शुरू करने के लिए म्यूचुअल फंड सबसे अच्छे निवेश विकल्पों में से एक है. इसमें आप या तो एकमुश्त निवेश कर सकते हैं या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) चुन सकते हैं. SIP में आप नियमित अंतराल में एक निश्चित राशि निवेश कर सकते हैं. पहली बार निवेश करने वालों के लिए SIP सबसे अच्छा विकल्प है. इसमें आप कम जोखिम के साथ ज्यादा रिटर्न हासिल कर सकते हैं. आप अपनी इनकम और फाइनेंशियल गोल्स के आधार पर निश्चित अवधि जैसे हर हफ्ते, महीने, तिमाही या छमाही में एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं.
पहली बार निवेश करने वाले निवेशक अक्सर म्यूचुअल फंड में बड़ी रकम जमा करने से हिचकिचाते हैं, लेकिन SIP में निवेश के लिए बड़ी राशि की जरूरत नहीं होती है, आप 500 रुपये से कम से एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं. अपने वित्तीय लक्ष्यों को निर्धारित करके अपने निवेश की सावधानीपूर्वक योजना बनाएं. पहली बार SIP में निवेश करते समय इन पांच बातों का ध्यान जरूर रखें.
अपने इन्वेस्टमेंट गोल्स को पहचानें
अपना निवेश शुरू करने के लिए आपके पास शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों तरह का लक्ष्य होना चाहिए. एसआईपी शुरू करने से पहले इस निवेश के जरिए हासिल किए जाने वाले लक्ष्य को समझना जरूरी है. यह आसान कदम आपको यह तय करने में मदद करेगा कि आप कितनी राशि कितने समय तक के लिए निवेश करना चाहते हैं. आपके पास अलग-अलग वित्तीय लक्ष्य हो सकते हैं जैसे कि कार खरीदना, घर खरीदना, बच्चे की शिक्षा, शादी आदि. इसलिए एक SIP आपके सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता है. फाइनेंशियल गोल्स की संख्या के आधार पर आप इनमें से प्रत्येक लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई एसआईपी में निवेश कर सकते हैं.
महंगाई के आधार पर करें निवेश
निवेश के जरूरी नियमों में से एक निवेश करते समय महंगाई को ध्यान में रखना है. एसआईपी चुनते समय आपको मौजूदा और भविष्य की मुद्रास्फीति को ध्यान में रखना चाहिए. हो सकता है कि आप अभी निवेश कर रहे हों, लेकिन आपके भविष्य के लक्ष्य बदल सकते हैं और आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अधिक राशि की जरूरत पड़ सकती है. यह अक्सर देखा जाता है कि लोगों को कई निवेशों के बावजूद पैसे कम पड़ जाते हैं क्योंकि वे मुद्रास्फीति को ध्यान में नहीं रखते. यह सलाह दी जाती है कि निवेश अवधि में अनुमानित मुद्रास्फीति को देखते हुए आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों के लिए फंड तय करना चाहिए और उसी के अनुसार क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? एसआईपी राशि तय करनी चाहिए.
सावधानी से चुनें इन्वेस्टमेंट स्कीम
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए बाजार विकल्पों से भरा है. आप इक्विटी फंड, डेट फंड या हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं. जोखिम लेने की क्षमता, रिटर्न की उम्मीदों और आपके वित्तीय लक्ष्य के आधार पर म्यूचुअल फंड स्कीम चुन सकते हैं. उदाहरण के लिए, अगर आपकी जोखिम उठाने की क्षमता अधिक है और आप उच्च रिटर्न की उम्मीद करते हैं और लंबी अवधि के निवेश करना चाहते हैं, तो आप इक्विटी एसेट क्लास का विकल्प चुन सकते हैं. कम जोखिम वाले निवेशक डेट फंड में निवेश कर सकते हैं. औसत रिटर्न की तलाश में मध्यम जोखिम लेने वाले निवेशक हाइब्रिड फंड का विकल्प चुन सकते हैं.
डायवर्सिफिकेशन जरूरी
अपने निवेश में विविधता लाना एक अच्छी निवेश रणनीति है. जैसा कि पहले भी कहा गया है कि आपको अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और रिटर्न की उम्मीदों के अनुसार निवेश करना चाहिए. उम्र, वित्तीय जिम्मेदारियां, निवेश की अवधि, आय, देनदारी जैसी चीजें निवेशक की जोखिम उठाने की क्षमता को प्रभावित करते हैं. डायवर्सिफिकेशन जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है. डायवर्सिफिकेशन के लिए, आपको अलग-अलग एसेट क्लास, स्कीम और म्यूचुअल फंड कंपनियों में निवेश करना चाहिए.
SIP इन्वेस्टमेंट को चेक करते रहें
निवेश का मतलब यह नहीं है कि आप अपना पैसा कुछ प्रोडक्ट्स में लगा दें और इसे भूल जाएं. आपको नियमित अंतराल पर अपने निवेश प्रदर्शन पर नज़र रखनी चाहिए. कई बार आपका निवेश उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करता है. यह गलत स्कीम या मार्केट में नेगेटिव सेंटीमेंट के कारण हो सकता है. अगर आप नियमित रूप से अपने फंड के प्रदर्शन को चेक कर रहे हैं, तो उम्मीद के मुताबिक रिटर्न हासिल करने के लिए आप जरूरी कदम उठा सकते हैं. आप खराब प्रदर्शन करने वाली स्कीम को हटा सकते हैं और निवेश को किसी अन्य फंड में स्विच कर सकते हैं. जितना अधिक समय तक आप एसआईपी के माध्यम से निवेश करते हैं, उतना ही अधिक रिटर्न अर्जित करने की संभावना बेहतर होती है.
Mutual Fund से भी बना सकते हैं करोड़ों का फंड, जान क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? लीजिए इसके 5 बड़े फायदे
Mutual Fund Benefits: म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश करने के कई फायदे हैं. इसमें एकमुश्त के अलावा एसआईपी यानी बैंक आरडी की तरह मंथली निवेश की सुविधा मिलती है.
Mutual Fund Benefits: बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बावजूद म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेशकों का रुझान बना हुआ है. इसमें सबसे ज्यादा आकर्षण SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) को लेकर है. आंकड़ों के मुताबिक, SIP नवंबर 2021 में मंथली SIP कंट्रीब्यूशन ने पहली बार 11 हजार क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? का आंकड़ा पार किया और यह 11,005 करोड़ रुपये हो गया. म्यूचुअल फंड स्कीम्स (Mutual Fund Schemes) में निवेश करने के कई फायदे हैं. इसमें एकमुश्त के अलावा एसआईपी यानी बैंक आरडी की तरह मंथली निवेश की सुविधा मिलती है. 100 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड के जरिए लॉन्ग टर्म में आसानी से बड़ा कॉर्पस बनाया जा सकता है. जानते हैं इसके 5 बड़े फायदे.
100 रुपये से शुरू कर सकते हैं निवेश
Mutual Fund में निवेश शुरू करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपको बड़ी रकम की जरूरत पड़ेगी. आप महज 100 रुपये की छोटी बचत से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. कई म्यूचुअल फंड्स स्कीम्स में महज 100 रुपये मंथली SIP निवेश किया जा सकता है. SIP में लॉन्ग टर्म क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? का निवेश किया जाए तो, इसमें कम्पाउंडिंग का जबरदस्त फायदा मिलता है. कई ऐसे फंड्स हैं, जिन्होंने मंथली निवेश से करोड़ों का फंड बना दिया.
हर एसेट क्लास में निवेश का ऑप्शन
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप किसी भी एसेट क्लास में निवेश कर सकते हैं. गोल्ड खरीदने का प्लान है, तो आपको गोल्ड फंड का ऑप्शन मिलेगा. इसी तरह, फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए डेट फंड, रीयल एस्टेट के लिए इंफ्रा फंड जैसे ऑप्शन आपको मिल जाएंगे.
म्यूचुअल फंड में निवेश की प्रक्रिया काफी आसान है. आपको नो योर कस्टमर (KYC) पूरी करानी होगी. KYC के लिए डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है. इनमें एड्रेस प्रूफ और आईडेंटिटी प्रूफ डॉक्यूमेंट्स शामिल हैं. आज के समय में कई मोबाइल ऐप हैं, जिनके जरिए आसानी से म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू किया जा सकता है.
निवेशक को मिलती है एक्सपर्ट की सलाह
Mutual Fund में निवेश का मैनजमेंट म्यूचुअल फंड हाउसेस करते हैं. इसके लिए डेडिकेटेड फंड मैनेजर होते हैं, जो आपके निवेश का मैनेजमेंट करता है. यानी, एक प्रोफेशनल व्यक्ति आपके पैसे को किस जगह, कब और कितना लगाना क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? है, इसका फैसला करता है. जिससे कि निवेशक को ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सके.
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पेमेंट का डिजिटल ऑप्शन
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए पेमेंट मोड भी काफी सुविधानजक है. पूरा प्रॉसेस डिजिटल और कॉन्टेक्टलेस है. आपको सिर्फ मंथली निवेश की लिमिट के लिए फंड हाउस को देनी होगी. जिससे कि बैंक से ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाए. इसके अलावा मोबाइल ऐप से आप अपनी सुविधानुसार पेमेंट कर सकते हैं.
जान सकते हैं क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? अपने 1-1 रुपये का निवेश
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश में पूरी तरह ट्रांसपरेंसी यानी पारदर्शिता रहती है. फंड मैनेजर आपका कितना पैसा किस स्टॉक में लगा रहा है, इसकी पूरी डिटेल आप ऑनलाइन जब चाहें देख सकते हैं. इसके अलावा, आप रोज अपनी स्कीम की परफॉर्मेंस चेक कर सकते हैं.
Mutual Funds: पसंदीदा एसेट क्लास में निवेश की सुविधा, मंथली SIP से बन सकते हैं करोड़पति; जानिए म्यूचुअल फंड के फायदे
Mutual Fund: शेयर बाजार में बीते कई महीने से उतार-चढ़ाव के बावजूद म्यूचुअल फंड में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. महंगाई और बढ़ती ब्याज दरों की चिंताओं के बीच लगातार इस साल जुलाई में 17वें महीने इक्विटी स्कीम्स में इनफ्लो देखा गया.
Mutual Fund: शेयर बाजार में बीते कई महीने से उतार-चढ़ाव के बावजूद म्यूचुअल फंड में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. महंगाई और बढ़ती ब्याज दरों की चिंताओं के बीच लगातार इस साल जुलाई में 17वें महीने इक्विटी स्कीम्स में इनफ्लो देखा गया. म्यूचुअल फंड एक ऐसा इंस्ट्रूमेंट है, जिसमें निवेशक को उसकी सुविधा के मुताबिक निवेश का ऑप्शन मिलता है. वह एकमुश्त या हर महीने सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश पर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर होता है. यानी, निवेश में जोखिम रहता है. बावजूद इसके कई ऐसे फायदे हैं, जो दूसरे निवेश ऑप्शन में नहीं मिलते हैं.
बना सकते हैं करोड़ों का फंड
म्यूचुअल फंड में आप महज 100 रुपये क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? की छोटी बचत से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. SIP में लॉन्ग टर्म का निवेश किया जाए तो, इसमें कम्पाउंडिंग का जबरदस्त फायदा मिलता है. कई ऐसे फंड्स हैं, जिन्होंने मंथली निवेश से करोड़ों का फंड बना दिया. लंबी अवधि में SIP का सालाना औसत रिटर्न 12 फीसदी रहा है. SIP Calculator के मुताबिक, अगर 5,000 रुपये की मंथली एसआईपी अगले 25 साल तक बनाए रखते हैं, तो 12 फीसदी सालाना औसत रिटर्न पर करीब 95 लाख का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका निवेश करीब 15 लाख रुपये होगा. जबकि, अनुमानित वेल्थ गेन करीब 80 लाख हो सकता है.
म्यूचुअल फंड के जरिए हर एसेट क्लास में निवेश
म्यूचुअल फंड एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए आप किसी भी एसेट क्लास में निवेश कर सकते हैं. गोल्ड खरीदने का प्लान है तो आपको गोल्ड फंड का ऑप्शन मिलेगा. इसी तरह, फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए डेट फंड, रीयल एस्टेट के लिए इंफ्रा फंड जैसे ऑप्शन आपको मिल जाएंगे. यानी, आप अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश के लक्ष्य को देखकर अपनी पसंद के एसेट क्लास की स्कीम्स चुन सकते हैं.
निवेश करना बेहद आसान
म्यूचुअल फंड में निवेश की प्रक्रिया काफी आसान है. आपको नो योर कस्टमर (KYC) पूरी करानी होगी. KYC के लिए डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है. इनमें एड्रेस प्रूफ और आईडेंटिटी प्रूफ डॉक्यूमेंट्स शामिल हैं. आज के समय में कई मोबाइल ऐप हैं, जिनके जरिए आसानी से म्यूचुअल फंड में निवेश क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? शुरू किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए पेमेंट मोड भी काफी सुविधानजक है. पूरा प्रॉसेस डिजिटल और कॉन्टेक्टलेस है. आपको सिर्फ मंथली निवेश की लिमिट के लिए फंड हाउस को देनी होगी. जिससे कि बैंक से ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाए. इसके अलावा मोबाइल ऐप से आप अपनी सुविधानुसार पेमेंट कर सकते हैं.
फंड मैनेजर की सुविधा
म्यूचुअल फंड में निवेश का मैनजमेंट म्यूचुअल फंड हाउसेस करते हैं. इसके लिए डेडिकेटेड फंड मैनेजर होते हैं, जो आपके निवेश का मैनेजमेंट करता है. यानी, एक प्रोफेशनल व्यक्ति आपके पैसे को किस जगह, कब और कितना लगाना है, इसका फैसला करता है. जिससे कि निवेशक को ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सके. वहीं, म्यूचुअल फंड में निवेश में पूरी तरह ट्रांसपरेंसी यानी पारदर्शिता रहती है. फंड मैनेजर आपका कितना पैसा किस स्टॉक में लगा रहा है, इसकी पूरी डिटेल आप ऑनलाइन जब चाहें देख सकते हैं. इसके अलावा, आप रोज अपनी स्कीम की परफॉर्मेंस चेक कर सकते हैं.
Investment Tips: करोड़पति बन कर होना चाहते हैं रिटायर? रोजाना बचाने होंगे सिर्फ 30 रुपये और यहां करना होगा निवेश
Investment Tips: मान लीजिए आपकी 20 साल की उम्र में पहली नौकरी लगती है। आपको इस उम्र से ही रोज 30 रुपये बचाने है। आप यह पैसा एसआईपी में निवेश करके 60 साल की उम्र तक करोड़पति बन सकते हैं। रोजना 30 रुपये के हिसाब से आप महीने के 900 रुपये बचा पाएंगे।
इस तरह छोटी सी बचत बना देगी आपको करोड़पति
इक्विटी म्यूचुअल फंड भी है अच्छा विकल्प
इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) भी निवेश का एक अच्छा विकल्प है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में आप एसआईपी (SIP) के जरिए अपनी छोटी-छोटी बचत निवेश कर सकते हैं। यह बचत आपको करोड़पति बना सकती है। जो निवेशक एक बड़ा फंड जमा करना चाहते हैं और उनके पास निवेश के लिए एकमुश्त राशि नहीं है, तो वे एसआईपी के जरिए निवेश कर सकते हैं। दस साल के लिए म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में एसआईपी आपको कम से कम 12 फीसद सालाना ब्याज (Interest Rate) दे सकती है।
एन्युअल स्टेप-अप है कमाल की चीज
इक्विटी म्यूचुअल फंड में आप 10 वर्षों का लक्ष्य लेकर भी चल सकते हैं। इन दस वर्षों के निवेश से आप एक करोड़ रुपये का फंड जमा कर सकते हैं। इस टार्गेट को पाने के लिए आप मंथली एसआईपी में एन्युअल स्टेप-अप (Annual Step-up) का उपयोग कर सकते हैं। स्टेप-अप एसआईपी का एक ऐसा फीचर है, जो एसआईपी में आपके योगदान को एक विशेष अवधि के बाद बढ़ा देता है। आप हर साल अपनी एसआईपी की राशि में कुछ फीसदी की बढ़ोतरी कर सकते हैं। इस तरह आप अपनी आय में सालाना इंक्रीमेंट ( Yearly Increments) और अपने वित्तीय गोल (Financial Goals) के अनुसार एसआईपी की राशि में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
इस फंड में 10 लाख बन गया ढ़ाई करोड़ रुपये, महज 18 साल में
इस तरह बनेंगे करोड़पति
अगर आप 10 साल की एसआईपी से एक करोड़ रुपये की राशि जुटाने की योजना बना रहे हैं, तो आप एन्युअल स्टेप-अप को 20 फीसदी पर रख सकते हैं। एसआईपी कैलकुलेटर (SIP calculator) के अनुसार यहां 12 फीसदी वार्षिक रिटर्न के हिसाब से आपको 21,000 रुपये की मासिक एसआईपी (Monthly SIP) के साथ शुरुआत करनी होगी। मंथली एसआईपी 21,000 क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? रुपये हो, अनुमानित एन्युअल रिटर्न रेट 12 फीसदी हो और एन्युअल स्टेप-अप 20 फीसदी हो और अवधि 10 वर्ष रखी जाए तो एक करोड़ रुपये का क्या म्यूच्यूअल फंड्स में रोज़ निवेश करना चाहिए? फंड आप जमा कर सकते हैं। एसआईपी कैलकुलेटर के अनुसार दस वर्ष बाद कुल निवेश राशि 65,41,588 रुपये होगी और रिटर्न अमाउंट 38,34,556 रुपये होगा। इस तरह आपके पास 1,03,76,144 रुपये का फंड जमा हो जाएगा। इस तरह आप कम अवधि में ही करोड़पति बन सकते हैं।
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