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अंत में राहत!

क्रिप्टो में पिछले दो सप्ताह दो सप्ताह पहले की तुलना में तुलनात्मक रूप से कम अस्थिर रहे हैं और अंत में ऐसा लगता है कि हमें कुछ राहत मिल रही है। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने जिन बाजार परिचालनों में भाग लेना शुरू किया, वे पाउंड की बिक्री को ठंडा करने में सफल रहे क्योंकि इसने डॉलर के मुकाबले कुछ जमीन हासिल की है। ऐसा प्रतीत होता है, कम से कम अस्थायी रूप से, वित्तीय बाजारों में कुछ शांति ला दी है। इसके बाद, बिटकॉइन स्थिर बना हुआ है क्योंकि यह $ 18,000 से $ 20,500 की सीमा में कारोबार कर रहा है। यह हाल के हफ्तों में हमारे द्वारा देखे जा रहे बड़े मूल्य झूलों में एक स्वागत योग्य बदलाव के रूप में आता है।

तकनीकी दृष्टिकोण से, ऐसा प्रतीत होता है कि बिटकॉइन की कीमत एक आधार बिंदु पर पहुंच सकती है क्योंकि यह मुद्रा $17,600-$18,500 प्रमुख समर्थन सीमा पर बैठी है। भालू उम्मीद कर रहे होंगे कि हम इस सीमा को खो दें और एक और पैर नीचे देखें। इस सीमा को खोने से बाजार में 2020 के बाद से $15,800-$16,100 की सीमा के आसपास कम दिखाई देने की संभावना है, और इसके परिणामस्वरूप क्रिप्टो के लिए एक अल्पकालिक बाजार दृष्टिकोण होगा।

पिछले दो हफ्तों में बिटकॉइन की कीमत अपेक्षाकृत स्थिर होने के बावजूद, बिटकॉइन साप्ताहिक चार्ट से पता चलता है कि हम कुछ आतिशबाजी के लिए तैयार हो सकते हैं। सांडों को इस बात से सुकून मिलेगा कि साप्ताहिक चार्ट में गिरावट का स्पष्ट उदाहरण है। इस कील के ऊपर एक ब्रेकआउट बाजार की भावना में बदलाव का संकेत दे सकता है और बिटकॉइन को नई सीमा की ओर बढ़ने की अनुमति देता है, जिससे बैल भालू के खिलाफ कुछ खोई हुई जमीन को पुनः प्राप्त कर सकते हैं। एक और तेजी का संकेतक जो इस विचार को समर्थन प्रदान करता है, वह यह है कि साप्ताहिक चार्ट पर बिटकॉइन का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) कुछ समय के लिए ओवरसोल्ड स्तरों के आसपास मँडरा रहा है, यह दर्शाता है कि हम एक उलटफेर और भावना में बदलाव के लिए तैयार हो सकते हैं।

नजर रखने के लिए एक और जरूरी चीज है महंगाई के आंकड़े। यूएस सीपीआई मुद्रास्फीति सितंबर के महीने के लिए सिर्फ 8.2% पर आ गई, 0.1% की अपेक्षा 8.1% अधिक थी। हालांकि यह अपेक्षित मूल्य से थोड़ा सा विचलन है, हमने हाल के महीनों में देखा है कि मुद्रास्फीति का स्तर अपेक्षा से थोड़ा अधिक आने से क्रिप्टो सहित वित्तीय बाजारों के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यह निश्चित रूप से प्रतीत होता है कि फेड की दरों में वृद्धि ने अब तक कोर मुद्रास्फीति को कम करने के लिए बहुत कम किया है और आगे की दरों में बढ़ोतरी की बाजार की उम्मीदें मजबूत हैं। इस बीच और पाउंड की बिकवाली की धीमी गति के बावजूद, बाजार इस पर कड़ी नजर रखते हैं कि बढ़ते यूके पेंशन फंड संकट के साथ क्या होगा। मैक्रो-लेवल पर, चीजें दिलचस्प होने लगी हैं।

किसी भी तरह से, चाहे वह दर्द हो या लाभ, यह संभव है कि रविवार को साप्ताहिक समापन के समय तक क्या होगा, इसका हमें एक स्पष्ट विचार होगा।

जानिए क्या है बिटकॉइन और क्यों चढ़ रही है कीमत?

इन दिनों निवेश की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा में बिटकॉइन है. मगर क्या आप जानते हैं कि क्या है बिटकॉइन? लगातार क्यों चढ़ रही हैं इसकी कीमतें?

जानिए क्या है बिटकॉइन और क्यों चढ़ रही है कीमत?

भारत में भी नियामक संस्थाएं बिटकॉइन से खुश नहीं हैं. आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारी सुदर्शन सेन ने सितंबर में कहा था कि केंद्रीय बैंक इस तरह की 'गैर-व्यवस्थित' क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार से सहज नहीं है. मगर सवाल उठना लाजमी है कि बिटकॉइन क्या है और यह कैसे काम करता है?

क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है. अंग्रेजी शब्द 'क्रिप्टो' का अर्थ गुप्त होता है. यह एक प्रक्रार की डिजिटल करेंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर संचालित और बनाई जाती है. क्रिप्टोग्राफी का अर्थ को कोडिंग की भाषा को सुलझाने की कला है.

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बिटकॉइन को आप छू नहीं सकते यानी की यह डिडिटल फॉर्म में ही रहती हैं. यही इसकी सबसे खास बात है. दूसरे शब्दों में आप इसे विकेंद्रीकृत डिजिटल करेंसी भी कह सकते हैं. बिटकॉइन का आविष्कार साल 2009 में सतोषी नाकामोटो ने किया था.

कैसे करता हैं यह काम?
बिटकॉइन विशेषज्ञ हितेश मालवीय का कहना है कि बिटकॉइन वर्चुअल कॉइन (कृत्रिम सिक्के) हैं, जो अपनी कीमत बनाने और बढ़ाने के लिए डिजाइन किए गए हैं. इस तरह पैसों के लेन-देन के लिए आपकों बैंकों तक जाने की जरूरत नहीं है.

यदि आपके पास बिटकॉइन है, तो इसकी कीमत और वैल्यू उसी तरह मानी जाएगी जैसे ईटीएफ में कारोबार करते समय सोने की होती है. आप बिटकॉइन के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं और इसे निवेश के रूप में भी रख सकते हैं.

बिटकॉइन एक पर्सनल ई-वॉलेट से दूसरे पर्सनल ई-वॉलेट में ट्रांसफर किए जाते हैं. ये ई-वॉलेट्स आपका निजी डेटाबेस होते हैं, जिसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी ई-क्लाउड पर स्टोर करते हैं.

बिटकॉइन का रिटर्न
बिटकॉइन ने अपनी एंट्री के साथ ही गगनचुंबी रिटर्न दिए हैं. सात सालों में बिटकॉइन ने 10 रुपये के निवेश को 6.2 लाख रुपये कर दिया. इस साल बिटकॉइन ने जनवरी से नवंबर के दौरान 900 फीसदी का रिटर्न दिया है.

Bitcoin

Bitcoin is a digital currency that is not tied to a bank or government and allows users to spend money anonymously.

बुधवार को ही अमेरिकी बाजार में इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत $10,000 के स्तर के पार गई. कमाल की बात यह है कि क्या यह बिटकॉइन का अंत है? इसकी मांग और लोगों की बिटकॉइन के लिए दिवानगी का आलम यह था कि चंद ही घंटों में यह करेंसी 20 फीसदी की छलांग लगाकर $11,000 का स्तर भी पार कर गई.

इस करेंसी की अस्थिरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक ही दिन में इसकी कीमत $11,434 के सर्वोच्च क्या यह बिटकॉइन का अंत है? स्तर को छूने के बाद $9,009 तक भी लुढ़क गई. अमेरिकी बाजार पर काफी समय तक इसकी कीमतों में कोई फेरबदल देखने को नहीं मिला.

चिंता के बादल
गौरतलब है कि इस सितंबर के अंत तक इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत $4,171.25 थी. कई विशेषज्ञ इस गु्ब्बारे ही हवा निकलने के संकेत दे रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इतने कम समय में दोगुना रिटर्न देने के बाद असली सवाल यह कि वे निवेशकों को कब बाहर जाने कि सलाह दें.

इसमें कोई दो राय नहीं कि बिटकॉइन के रिटर्न असाधारण हैं. इस बुलबुल के फूटने के संकेत इस बात से भी लगाए जा रहे हैं कि जहां एक तरफ कुछ दिग्गजों को उम्मीद हैं कि बिटकॉइन 2018 के अंत तक $40,000 डॉलर के स्तर को पार कर जाएगा, वहीं 2017 में यह तीन दफा एक ही सत्र में 25 फीसदी तक टूट चुका है.

क्या होती है Bitcoin की हार्ड लिमिट, क्यों दुनिया में बस 2.1 करोड़ बिटकॉइन ही बनाए जा सकते हैं, जानते हैं?

Bitcoin Mining : Bitcoin इस लिमिट के साथ बनाया गया था कि दुनिया भर में 21 मिलियन बिटकॉइन ही माइन किया जा सकेगा. इस लिमिट में से 83 फीसदी कॉइन पहले ही माइन की जा चुकी है और अगले एक दशक में 97 फीसदी बिटकॉइन माइन किए जा चुके होंगे. सवाल है कि क्या लिमिट के बाद भी बिटकॉइन माइन किए जा सकते हैं?

क्या होती है Bitcoin की हार्ड लिमिट, क्यों दुनिया में बस 2.1 करोड़ बिटकॉइन ही बनाए जा सकते हैं, जानते हैं?

दुनिया में 21 मिलियन Bitcoin ही माइन किए जा सकते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

2009 में अस्तित्व में आने के बाद से क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने लंबा सफर तय किया है. 2010 में कभी 10,000 बिटकॉइन्स में 2 पिज़्जा खरीदे गए थे और आज बिटकॉइन का मार्केट कैप क्रिप्टो बाजार में सबसे ज्यादा है. इसकी कीमत आज 67,000 डॉलर यानी 54 लाख के ऊपर पहुंच चुकी है. ऐसे में कह सकते हैं कि बिटकॉइन का कायापलट हो चुका है. हालांकि, एक चीज है, जो नहीं बदली है, वो है बिटकॉइन माइनिंग की हार्ड लिमिट.

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बिटकॉइन के निर्माता माने जाने वाले सातोषी नाकामोतो नाम के शख्स ने बिटकॉइन बनाने के साथ ही सोर्स कोड में इसके माइनिंग की अपर लिमिट 21 मिलियन (2.1 करोड़) लगा दी थी, इसका मतलब है कि 21 मिलियन से ज्यादा बिटकॉइन माइन नहीं किए जा सकते हैं या सर्कुलेशन में नहीं लाए जा सकते हैं. नाकामोतो ने इसपर कुछ साफ नहीं किया कि लिमिट 21 मिलियन पर क्यों रखी गई, लेकिन बहुत से लोग इसे इस क्रिप्टोकरेंसी के लिए फायदे वाली बात मानते हैं क्योंकि, इससे बिटकॉइन की एक लिमिटेड सप्लाई बनी रहेगी, जिससे कि कई सालों तक इसकी कीमतें स्थिर रहेंगी.

अब तक कितने बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं?

अब तक 18.78 मिलियन बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं. यानी कि दुनिया में कभी भी जितने भी बिटकॉइन रहेंगे उसका लगभग 83 फीसदी हिस्सा अब तक माइन किया जा चुका है और ये हिस्सा सर्कुलेशन में है. मतलब अब बस लगभग 2 मिलियन बिटकॉइन ही माइनिंग के लिए रह गए हैं.

आखिर कब तक हर बिटकॉइन माइन किया जा चुका होगा?

अगर सबकुछ ऐसा ही रहा तो, एक दशक में 97 फीसदी बिटकॉइन माइन किए जा चुके होंगे. लेकिन बाकी के तीन फीसदी कॉइन अगली एक शताब्दी में माइन हो पाएंगे. इस हिसाब से आखिरी बिटकॉइन सन् 2140 के आसपास माइन किया जाएगा. माइनिंग के धीमा होने के पीछे की वजह एक प्रकिया है, जिसे हाविंग यानी halving कहते हैं. जिस रेट पर बिटकॉइन जेनरेट किए जाते हैं, क्या यह बिटकॉइन का अंत है? यह प्रक्रिया उस रेट को हर चार साल पर 50 फीसदी घटा देती है.

इस हार्ड लिमिट से बिटकॉइन को क्या फायदा होता है?

सीधा हिसाब है- जो चीज जितनी कम होगी, उसकी कीमत उतनी ज्यादा होगी. हां कीमत मांग पर निर्भर करती है. चूंकि क्रिप्टो की दुनिया में 21 मिलियन बिटकॉइन ही होंगे, लेकिन दिलचस्पी बढ़ने पर निवेशको की संख्या बढ़ेगी, यानी मांग बढ़ेगी. और मांग बढ़ेगी तो इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत भी बढ़ेगी.

क्या हार्ड लिमिट बदली जा सकती है?

अगर थ्योरी में देखें तो हां यह संभव है. लेकिन इसके लिए बहुत बड़े स्तर पर लोगों की सहमति लेनी होगी. जरूरत होगी कि अधिकतम बिटकॉइन निवेशक अपनी बिटकॉइन की पूंजी की कीमत को कम करने को तैयार हो जाएं, लेकिन ऐसा सोच पाना मुश्किल है कि कोई भी क्रिप्टो में अपने निवेश में ऐसा करके अपना नुकसान कराना चाहेगा.

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पिछले कुछ सालों में कैसा रहा है बिटकॉइन का सफर?

अर्थशास्त्री अभी तक इस बात पर स्टडी कर रहे हैं कि हार्ड लिमिट का बिटकॉइन पर क्या असर हुआ है, लेकिन लॉन्च होने के एक दशक बाद तक इसकी कीमतें अप्रत्याशित ढंग से बढ़ी हैं. 2009 में एक ब्लॉक की माइनिंग से 50 बिटकॉइन जेनरेट किए जा सकते थे, लेकिन उस वक्त इसकी कीमत कम थी. एक साल बाद यानी 2010 में एक शख्स ने दो पिज़्जा खरीदने के लिए 10,000 बिटकॉइन चुकाया था.

2012 में यानी कि लॉन्चिंग के चार साल बाद पहली बार ‘halving' की प्रक्रिया हुई, जिसक बाद हर ब्लॉक से 25 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे. इससे इस कॉइन की वैल्यू बढ़ी. 2013 के अंत तक इसकी कीमत 200 डॉलर थी. दूसरी 'halving' 2016 में हुई, जब एक ब्लॉक की माइनिंग से 12.5 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे. 2020 में अगली 'halving' के बाद एक ब्लॉक से 6.25 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे.

पिछले साल के शुरुआती महीनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 10,000 डॉलर थी और यह अप्रैल में 65,000 डॉलर के पार चली गई, जिसके बाद इसने तेज गिरावट देखा. हालांकि अगस्त, 2021 में यह करेंसी फिर से 50,000 के ऊपर के लेवल को छूने में कामयाब रही. इसके बाद अक्टूबर में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन फ्यूचर के तौर पर एक्सचेंज ट्रेडेड फंंड की शुरुआत होने से इसने बीते एक महीने में 65,000 से लेकर 67,000 डॉलर तक का सफर तय कर लिया है. बिटकॉइन की माइनिंग जितनी कठिन हुई है, इसकी कीमतें उतनी ही उछली हैं.

ईसीबी का कहना है कि एफटीएक्स के पतन के बाद बिटकॉइन अपने अंत के पास

क्रिप्टो करेंसी 30 नवंबर 2022 ,19:01

ईसीबी का कहना है कि एफटीएक्स के पतन के बाद बिटकॉइन अपने अंत के पास

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में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

जेफ्री स्मिथ द्वारा

Investing.com -- यूरोपियन सेंट्रल बैंक ऐसा नहीं है कि क्रिप्टो करेंसी के नीचे होने पर उसे किक करने का अवसर हाथ से जाने दे।

फ्रैंकफर्ट स्थित क्या यह बिटकॉइन का अंत है? केंद्रीय बैंक के अधिकारी, जो वर्षों से लगातार निजी डिजिटल मुद्राओं के प्रति शत्रुतापूर्ण रहे हैं, ने बुधवार को कहा कि बिटकॉइन और अन्य डिजिटल परिसंपत्तियां अपने "आखिरी स्टैंड" क्या यह बिटकॉइन का अंत है? का सामना कर रही हैं, क्योंकि एक विकसित करने में उनकी विफलता है। उपयोग के मामले और उनके नकारात्मक पर्यावरणीय प्रभाव तेजी से स्पष्ट हो जाते हैं।

एक ब्लॉग पोस्ट में, वरिष्ठ अधिकारी उलरिच बिंदसील और जुरगेन शहाफ ने कहा कि क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के शानदार विस्फोट से पहले भी - जिसने ऋण देने वाले प्लेटफॉर्म ब्लॉकफी को दिवालिएपन में खींच लिया है और अपने प्रतिद्वंद्वी उत्पत्ति को अपंग कर दिया है - बिटकॉइन "अप्रासंगिकता के रास्ते पर" असमर्थ था। नए धन के प्रवाह को बनाए रखना जिस पर सभी सट्टा उपकरण निर्भर करते हैं।

उन्होंने तर्क दिया कि विफलता ने केवल एक आवश्यक उपयोग के मामले की कमी को उजागर किया है, न तो मूल्य का भंडार (इसकी अस्थिरता और रिटर्न उत्पन्न करने में असमर्थता के कारण) और न ही फ़िएट मुद्रा की तरह विनिमय का साधन।

"बिटकॉइन का बाजार मूल्यांकन पूरी तरह से अटकलों पर आधारित है," उन्होंने तर्क दिया, "सट्टा बुलबुले नए पैसे बहने पर भरोसा करते हैं।"

इस साल की शुरुआत में टेरा/लूना नेटवर्क के पतन के बाद से नया पैसा वास्तव में दुर्लभ हो गया है, जिसने पिछले महीने एफटीएक्स के बहुत बड़े दिवालिया होने की घटनाओं की एक श्रृंखला को बंद कर दिया। दोनों मामलों ने जोखिम प्रबंधन और अन्य बुनियादी कॉर्पोरेट प्रशासन सिद्धांतों की व्यापक विफलताओं को उजागर किया।

Bindseil और Schaaf ने नोट किया कि वेंचर कैपिटल इंडस्ट्री, FTX पराजय में एक बड़ा नुकसान, अभी भी क्रिप्टो के प्रति भावना को बढ़ावा देने के लिए एक शक्तिशाली प्रोत्साहन है, जिसने अंतरिक्ष में $ 18 बिलियन से कम का निवेश किया है। उस पैसे का एक अच्छा हिस्सा अमेरिकी नियामकों की पैरवी करने के लिए डायवर्ट किया जा रहा है, उन्होंने निहित किया।

ईसीबी के अधिकारियों ने कहा, "अकेले अमेरिका में, क्रिप्टो लॉबिस्टों की संख्या 2018 में 115 से 2021 में 320 से लगभग तीन गुना हो गई है। उनके नाम कभी-कभी अमेरिकी नियामकों की तरह पढ़ते हैं।"

उन्होंने कहा कि लॉबिंग ने यू.एस. में अन्य जगहों की तुलना में क्रिप्टो को विनियमित करने में धीमी प्रगति में योगदान दिया है, इस तथ्य के बावजूद कि वित्तीय स्थिरता बोर्ड, जो जी20 वित्तीय नियामकों की गतिविधियों का समन्वय करता है, ने जुलाई में क्रिप्टो संपत्ति और बाजारों को प्रभावी होने के लिए कहा था। विनियमन और पर्यवेक्षण।

बैंकमैन-फ्राइड ने, विशेष रूप से, डेमोक्रेटिक पार्टी को अपने विशाल दान के लिए आलोचना को आकर्षित किया है, जिसने 2022 के मध्यावधि चुनाव से पहले पार्टी के उम्मीदवारों को $40M दिया था। हालांकि, उन्होंने बुधवार को कहा कि उदारवादी सोच वाले पत्रकारों के प्रकोप से बचने की उम्मीद में उन्होंने इतनी ही राशि रिपब्लिकन उम्मीदवारों को "अंधेरे" आधार पर दी थी।

Cryptocurrency : क्या Bitcoin को करेंसी की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं? आइए जानें

Cryptocurrency in India: भारत में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड अभी रेग्युलेट नहीं किया जाता है, लेकिन भारतीय कंपनियां भी धीरे धीरे क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट मोड के तौर पर स्वीकार करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं.

Cryptocurrency : क्या Bitcoin को करेंसी की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं? आइए जानें

Cryptocurrency Bitcoin पॉपुलर है, लेकिन इसका इस्तेमाल अभी सीमित है.

बिटकॉइन (Bitcoin) दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है. साल 2009 में Satoshi Nakamoto छद्म नाम के शख्स ने इसे बनाया था. बिटकॉइन बनाने वाले की असली पहचान आज तक एक रहस्य है. बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में सबसे पॉपुलर जरूर है लेकिन इसके बारे ज्यादातर लोगों को कम जानकारी ही होती है. ऐसे में आपके मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि क्या इस क्रिप्टोकरेंसी को सच में असली करेंसी के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है? चलिए इस बारे में हम आपको बताते हैं.क्या यह बिटकॉइन का अंत है?

भारत में करेंसी के तौर पर बिटकॉइन

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भारत में क्रिप्टोकरेंसी न तो कानूनी है और न ही गैरकानूनी. भारत में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड अभी रेग्युलेट नहीं किया जाता क्या यह बिटकॉइन का अंत है? है, लेकिन भारतीय कंपनियां भी धीरे धीरे क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट मोड के तौर पर स्वीकार करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं. भारत में कई बिजनेस कंपनियां बिटकॉइन और इथीरियम (Ethereum) को पेमेंट मोड के तौर पर स्वीकार करने लगी हैं. दिल्ली की एक होम डेकोर कंपनी Rug Republic बिटकॉइन को पेमेंट के रूप में स्वीकार करती है. इसके अलावा Purse नाम की एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी और बेंगलुरु में सूर्यवंशी रेस्टोरेंट्स पर भी आप इसे करेंसी के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं.

एक करेंसी के तौर पर बिटकॉइन का इस्तेमाल

अमेरिका की सबसे बड़ी रेस्टोरेंट कंपनियों में से एक Quiznos ने अपने रेस्टोरेंट्स पर बिटकॉइन को मोड ऑफ पेमेंट के तौर पर लेना शुरू कर दिया है यानी कस्टमर्स इस Quiznos के रेस्टोरेंट्स में बिटकॉइन के रूप में पेमेंट कर सकते हैं. मेरिका की ही एक और कंपनी AMC Entertainment ने क्या यह बिटकॉइन का अंत है? भी घोषणा की है कि साल के अंत तक मूवी टिकट्स की पेमेंट बिटकॉइन के जरिए शुरू हो जाएगी.

क्या बिटकॉइन से खरीद सकते हैं प्रॉडक्ट्स?

मौजूदा दौर में बिटकॉइन को करेंसी जरूर मानते हैं, मगर इसका इस्तेमाल अभी काफी सीमित है. इसका इस्तेमाल अभी वैल्यूड करेंसी के तौर पर होता है, यानी कोई कंपनी या बिजनेस क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट लेती है, तो आप इसे करेंसी के तौर पर यूज कर सकते हैं, मगर आप किसी स्टोर पर जाकर बिटकॉइन के बदले प्रॉडक्ट्स नहीं खरीद सकते.

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