SBI में खोल सकते हैं ये 8 तरह के सेविंग्स अकाउंट, मुफ्त में मिलेंगी ये सुविधाएं
देश में ज्यादातर लोग सेविंग्स अकाउंट जरूर खुलवाते हैं. एसबीआई में 8 तरह के सेविंग्स अकाउंट उपलब्ध हैं. आइए इन सभी के मेन फीचर्स जानते हैं.
SBI Savings Accounts: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) देश का सबसे बड़ा बैंक है. बैंक की देश में सबसे ज्यादा शाखाएं हैं और इसकी पहुंच दूर-दराज के इलाकों तक है. सेविंग्स अकाउंट आम आदमी के लिए बचत का सबसे सरल तरीका है. देश में ज्यादातर लोग सेविंग्स अकाउंट जरूर खुलवाते हैं. एसबीआई में 8 तरह के सेविंग्स अकाउंट उपलब्ध हैं. आइए इन सभी के मेन फीचर्स जानते हैं.
1. बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट
SBI की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, इसे कोई भी व्यक्ति खोल सकता है, जिसके पास मान्य केवाईसी दस्तावेज मौजूद हैं. यह मुख्य तौर पर समाज के गरीब तबकों के लिए है, जिससे उन्हें बिना किसी शुल्क के बचत शुरू करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा सके.
फीचर्स
- यह सभी ब्रांचों पर उपलब्ध है.
- इसमें न्यूनतम बैलेंस राशि शून्य है.
- अधिकतम बैलेंस की राशि की कोई सीमा नहीं है.
- अकाउंट के लिए चेकबुक की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
- विद्ड्रॉल केवल ब्रांच या एटीएम के जरिए किया जा सकता है.
- बेसिक रूपे एटीएम-कम-डेबिट कार्ड जारी किया जाएगा.
2. बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट स्मॉल अकाउंट
इस अकाउंट को कोई भी व्यक्ति खोल सकता है, जिसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है और जिसके पास कोई आधिकारिक मान्य केवाईसी दस्तावेज मौजूद नहीं है. इसमें केवाईसी में रियायत दी गई है. केवाईसी दस्तावेजों को सब्मिट करके इसे रेगुलर सेविंग्स अकाउंट में बदला जा सकता है. यह मुख्य तौर पर समाज के गरीब तबकों के लिए है, जिससे उन्हें बिना किसी शुल्क के बचत शुरू करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा सके.
फीचर्स
- यह स्पेशलाइज्ड ब्रांचों के अलावा सभी ब्रांचों में उपलब्ध है.
- ब्रांच या एटीएम के जरिए विद्ड्रॉल किया जा सकता है.
- बेसिक रूपे एटीएम कम डेबिट कार्ड जारी किया जाएगा.
- न्यूनतम बैलेंस की जरूरत शून्य है.
- अधिकतम बैलेंस की सीमा 50,000 रुपये है.
3. सेविंग बैंक अकाउंट
फीचर्स
- मोबाइल बैंकिंग
- SMS अलर्ट
- इंटरनेट बैंकिंग
- योनो
- स्टैट बैंक एनीवेयर
- SBI क्विक मिस्ड कॉल फैसिलिटी
- वित्त वर्ष में पहले 10 चेक मुफ्त हैं. उसके बाद 10 चेक की कीमत 40 रुपये प्लस जीएसटी और 25 चेक की कीमत 75 रुपये प्लस जीएसटी है.
- मंथली एवरेज बैलेंस के आधार पर फ्री विद्ड्रॉल पर प्रतिबंध है.
- मासिक औसत बैलेंस की जरूरत शून्य है.
- अधिकतम बैलेंस पर कोई सीमा नहीं है.
4. सेविंग अकाउंट फॉर माइनर
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, पहला कदम और पहली उड़ान बच्चों को पैसा बचत करने के महत्व को सीखने में मदद करता है. दोनों अकाउंट्स में इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग आदि सुविधाएं मिलती हैं.
फीचर्स
- मंथली एवरेज बैलेंस की जरूरत लागू नहीं है.
- अधिकतम 10 लाख रुपये का बैलेंस रखा जा सकता है.
- चेकबुक की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
- पहला कदम और पहली उड़ान दोनों में बच्चे की फोटो वाला एटीएम कम डेबिट कार्ड पांच हजार रुपये की विद्ड्रॉल या पीओएस लिमिट के साथ जारी किया जाता है.
- मोबाइल बैंकिंग व्यूइंग राइट्स और लिमिटेड ट्रांजैक्शन जैसे बिल पेमेंट, टॉप अप के साथ मिलती हैं. प्रति दिन ट्रांजैक्शन की लिमिट 2,000 रुपये है.
5. सेविंग्स प्लस अकाउंट
सेविंग्स प्लस अकाउंट करेंसी अकाउंट्स के फीचर्स एसबीआई मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (MODS) से लिंक्ड सेविंग्स बैंक अकाउंट है, जिसमें सेविंग्स बैंक अकाउंट से सीमा से ज्यादा सरप्लस फंड को टर्म डिपॉजिट में ट्रांसफर कर दिया जाता है, जो 1000 रुपये के मल्टीपल में खुलती हैं.
फीचर्स
- डिपॉजिट की अवधि 1 से 5 करेंसी अकाउंट्स के फीचर्स साल है.
- एटीएम कार्ड की सुविधा मिलती है.
- मोबाइल बैंकिंग
- इंटरनेट बैंकिंग
- एसएमएस अलर्ट
- MOD डिपॉजिट के अगेंस्ट लोन
- MOD में ट्रांसफर के लिए न्यूनतम सीमा- 35,000 रुपये.
6. मोटर एक्सीडेंट क्लेम अकाउंट (MACT)
मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल (MACT) मोटर एक्सीडेंट क्लेम एनुयटी डिपॉजिट पर कंपेनसेशन की राशि या ब्याज को घायलों को भेजता है.
फीचर्स
- मौजूदा बैंक की ब्याज दर लागू
- नॉमिनेशन की सुविधा उपलब्ध
- पासबुक की सुविधा
- वेलकम किट
- चेक बुक की सुविधा
- एटीएम कम डेबिट कार्ड उपलब्ध
- इंटरनेट बैंकिंग उपलब्ध
7. रेडिजेंट फॉरेन करेंसी (डॉमेस्टिक) अकाउंट
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, कोई भारतीय फॉरेन करेंसी अकाउंट खोल सकता है. इससे वह फॉरेन करेंसी को रख सकता है. अकाउंट को USD, GBP और यूरो करेंसी में रखा जा सकता है.
PPF Scheme में इंवेस्ट करने की सोच रहें? जानिए इस योजना से जुड़ी 5 बड़ी बातें
PPF Scheme Features: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) सबसे पॉपुलर सेविंग स्कीम में से एक है. हालांकि, अधिकतर निवेशक इस स्कीम के फीचर्स और बेनिफिट्स से बहुत अधिक अवगत नहीं हैं. अगर आप भी इस स्कीम में इंवेस्ट करने की सोच रहे हैं तो आपको इस योजना से जुड़ी करेंसी अकाउंट्स के फीचर्स अहम बातें पता होनी चाहिए. इस स्कीम से जुड़ी 5 बड़ी बातें इस प्रकार हैं.
4. PPF से लिया जा सकता है सस्ता लोन
अगर आपका पीपीएफ अकाउंट है, तो आप अकाउंट खुलने के तीसरे से लेकर छठे साल के बीच PPF से लोन ले सकते हैं. आप पिछले के आखिर में आपके पीपीएफ अकाउंट में जमा रकम के 25 फीसदी से ज्यादा रकम का लोन नहीं ले सकते हैं.
5. मैक्सिमम इंवेस्टमेंट और मिनिमम इंवेस्टमेंट का रखें ध्यान
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में आपको एक फाइनेंशियल ईयर में कम-से-कम 500 रुपये का निवेश करना होता है. वहीं, एक वित्त वर्ष में आप मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये तक का इंवेस्टमेंट कर सकते हैं.
Signal ला रहा नया फीचर, बिना बैंक अकाउंट और डेबिट कार्ड के कर पाएंगे पेमेंट
इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप Signal अपने यूजर्स को ध्यान में रखते हुए नए फीचर्स शामिल करती रहती है। अब यह कंपनी यूजर्स के बेनिफिट को ध्यान में रखते हुए नया पेमेंट फीचर टेस्ट कर रही है। अब ऐप के नए पेमेंट फीचर के जरिए यूजर्स प्राइवेसी फोक्सड पेमेंट कर सकेंगे।
Signal ला रहा नया फीचर, बिना बैंक अकाउंट और डेबिट कार्ड के कर पाएंगे पेमेंट
हाइलाइट्स
- Signal यूजर्स के बेनिफिट को ध्यान में रखते हुए नया पेमेंट फीचर टेस्ट कर रही है
- यह फीचर फिलहाल यूके में बीटा बिल्ड वर्जन पर
- पेमेंट फीचर को इस्तेमाल करने के लिए आपको बैंक अकाउंट या डेबिट कार्ड लिंक नहीं करना पड़ेगा
आपको बता दें कि Signal में पेमेंट फीचर Mobilecoin वॉलेट फीचर के जरिए किया जा रहा है। Mobilecoin वॉलेट की खुद की करेंसी है, जिसे MOB कहते हैं। जानकारी के अनुसार, जब कोई यूजर Mobilecoin वॉलेट को Signal से जोड़ते हैं तो उसके बाद पैसे भेजे जा सकते हैं और प्राप्त किए जा सकते हैं।
Mobilecoin का डिजाइन कुछ इस प्रकार है कि Signal के पास इन ट्रांजेक्शन पर कोई अधिकार नहीं होगा। सिर्फ पैसा भेजने वाले और प्राप्त करने वाले के पास ही लेनदेन की जानकारी होगी। यानी कि यूजर्स के पास कितने पैसे हैं या कितने पाए आए गए इसकी जानकारी सिग्नल के पास नहीं होगी। MobileCoin में कोई भी ट्रांजेक्शन पर अधिकार नहीं पा सकता है। यूजर्स जितनी मर्जी ट्रांजेक्शन करें तो इसकी जानकारी Signal ऐप को नहीं मिलेगी। यह फीचर भारत में कब आएगा इसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
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