बिटकॉइन ट्रेडिंग के नाम पर दो व्यापारियों से 5.90 लाख रुपए ठगे, एसपी ने क्राइम ब्रांच को सौंपा मामला

ग्वालियर। शहर में बिटकॉइन ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने का पहला मामला सामने आया है। व्यापारियों को 21 महीने में रकम दोगुनी करने और हर महीने 12 प्रतिशत रिटर्न का झांसा देकर फंसाया गया। ठगी आधा दर्जन व्यापारियों के साथ हुई है, लेकिन अभी दो व्यापारी ही शिकायत करने सामने आए हैं। व्यापारी सोमवार को एसपी से शिकायत करने पहुंचे। इन दोनों से 5.90 लाख रुपए की ठगी हुई है। अन्य व्यापारियों से ठगी गई रकम करीब 20 लाख रुपए बताई जा रही है। बिटकॉइन ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के मामले अभी तक दिल्ली, नोयडा, मुंबई और अन्य बड़े शहरों में ही सामने आ रहे थे, लेकिन अब ग्वालियर में भी वर्चुअल करेंसी के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है।

ग्वालियर के व्यापारी रामजी अग्रवाल, दतिया के व्यापारी सुधीर गुप्ता के साथ चार अन्य व्यापारी सोमवार को एसपी ऑफिस पहुंचे। इन्होंने शिकायत की कि इनके संपर्क में सिटी सेंटर का रहने वाला अनिल सिंह आया। उसने खुद को मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी का प्रतिनिधि बताकर बिटकॉइन में निवेश करने का झांसा दिया। इन्हें बताया गया कि बिटकॉइन की कीमत बाजार में लगातार बढ़ रही है। इससे या तो निवेश की गई रकम 21 महीने में दोगुनी हो जाएगी या फिर हर महीने 12 प्रतिशत रिटर्न दिया जाएगा। इस पर रामजी ने 5 लाख और सुधीर ने 90 हजार रुपए निवेश किए। इसके अलावा चार और व्यापारियों ने निवेश किया। पहले तो 3 महीने इन्हें रिटर्न मिला, इसके बाद रिटर्न मिलना बंद हो गया। उन्होंने ब्रोकर से संपर्क किया तो फोन बंद मिला। घर से भी गायब मिला। सोमवार को एसपी नवनीत भसीन से शिकायत की। उन्होंने एएसपी क्राइम पंकज पांडे को मामले की जांच सौंपी है।

10 साल में 1 हजार गुना कीमत बढ़ने का लालच दिया

ठगी करने वाले ने बिटकॉइन ट्रेडिंग के लिए व्यापारियों के साथ एक होटल में मीटिंग की। उन्हें झांसा दिया कि बिटकॉइन की कीमत आने वाले दस साल में 1 हजार गुना तक बढ़ जाएगी, उन्हें ऑनलाइन कीमत भी दिखाई। व्यापारियों को इसमें निवेश करने का झांसा दिया। माइनिंग, ट्रेडिंग के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल दिखाया, जिससे व्यापारी फंस गए।

कैसे लिया रुपया: व्यापारियों से ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पैसा ई-वॉलेट में ट्रांसफर कराया गया। कुछ व्यापारियों से नकद और चेक भी लिया।

क्या है बिटकॉइन: बिटकॉइन वर्चुअल मनी है। लीगल टेंडर के रूप में आरबीआई द्वारा अधिकृत नहीं है। यानी भारत में यह मान्य नहीं है।

बिटकॉइन की ट्रेडिंग करते हैं तो जान लें नियम, कितना और कैसे चुकाना होगा टैक्स

Bitcoin: 3 साल के बाद अगर कोई निवेशक क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency investment) बेचता है तो उस पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (long term capital gains) के हिसाब से टैक्स लगेगा. लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 20 परसेंट का टैक्स देना होगा.

बिटकॉइन की ट्रेडिंग करते हैं तो जान लें नियम, कितना और कैसे चुकाना होगा टैक्स

भारत में बिटकॉइन (bitcoin) जैसी क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) में तेजी से निवेश बढ़ रहा है. लोग इसमें अपनी गाढ़ी कमाई खपा रहे हैं. कुछ रुपये का बिटकॉइन आज कई लाख रुपये में पहुंच गया है. कई लोग इसे खरीद और बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं. ऐसी स्थिति में बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है टैक्स से जुड़े नियम जरूर जान लेने चाहिए. जब टैक्स फाइल करते हैं तो उसमें इसका भलीभांति जिक्र करना होगा कि बिटकॉइन या इथर जैसी डिजिटल करंसी से कितनी कमाई हो रही है. फिर उसी हिसाब से आपको टैक्स भी चुकाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो इनकम टैक्स की कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.

लोगों के मन में सवाल है कि अगर उन्होंने बिटकॉइन से कमाई (bitcoin investment) की है तो उसे इनकम टैक्स के किस हेड में दिखाया जाए. उस पर टैक्स की कितनी देनदारी बनेगी और उसे किस तरह चुकाना चाहिए. लोगों के ये सवाल इसलिए भी बड़े हो गए हैं क्योंकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से इस बारे में अभी कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया है. इनकम टैक्स ने अभी क्रिप्टोकरंसी को लेकर कोई नियम साफ नहीं किया है. बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी में पैसा लगाने वाले लोग जानना चाहते हैं कि उन्हें टैक्स कैसे, कब और कितना देना होगा. निवेशक इस बारे में स्पष्टीकरण की मांग कर रहे हैं. ऐसे में निवेश करने वाले व्यक्ति को या तो खुद से इसे समझ कर टैक्स चुकाना होगा या किसी टैक्स एक्सपर्ट से सलाह लेकर कर की अदायगी करनी होगी.

क्या है income tax का रूल

इनकम टैक्स (income tax) का नियम कहता है कि सिर्फ खेती से हुई कमाई ही टैक्स बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है फ्री है. बाकी हर तरह की कमाई पर टैक्स की देनदारी बनती है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति बिटकॉइन या किसी दूसरी क्रिप्टोकरंसी से कमाई करता है बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है तो उसे टैक्स चुकाना होगा. अगर कोई निवेशक क्रिप्टो ट्रेडिंग करता है तो उसकी आमदनी को बिजनेस आय मानी जाएगी और इसी हिसाब से टैक्स देना होगा. ऐसी स्थिति में कैपिटल गेन के हिसाब से टैक्स लगेगा. इसके लिए प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट और बैलेंसशीट बनानी होगी.

कितना देना होगा Tax

3 साल के बाद अगर कोई निवेशक क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency investment) बेचता है तो उस पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (long term capital gains) के हिसाब से टैक्स लगेगा. लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 20 परसेंट का टैक्स देना होगा. अगर आप बिटकॉइन को 3 साल से पहले बेचते हैं तो उस पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन (short term capital gains) के हिसाब से टैक्स देना होगा. अगर खरीद-बेच की फ्रिक्वेंसी बहुत ज्यादा है, यानी कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी को तेजी से खरीद और बेच रहे हैं तो इसका मतलब हुआ कि इसका बिजनेस करते हैं. ऐसी स्थिति में बिजनेस मानकर ही उसका टैक्स चुकाना होगा. अगर आपने क्रिप्टोकरंसी खरीद कर रख लिया और कई साल बाद बेच रहे हैं तो यह निवेश की श्रेणी में आएगा और उसी टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा.

रुपये-पैसे की कमाई की तरह bitcoin का धंधा

सरकार के एक नोटिफिकेशन में इस बात का जिक्र है कि बिटकॉइन में ट्रेडिंग (bitcoin investment) बिजनेस इनकम के तौर पर देखा जाएगा. इस पर टैक्स स्लैब की अलग-अलग कैटगरी के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा. जो लोग बिटकॉइन की ट्रेडिंग करते हैं, वे अपने टैक्स स्लैब को जानकर आयकर चुका सकते हैं. ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है. बिटकॉइन (bitcoin) की कमाई को पैसे की कमाई के रूप में देखा जाएगा और जिसके हाथ बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है में यह इनकम जाएगी, उसे टैक्स चुकाना होगा. जिस बिजनेस या पेशे में कमाई हो रही है, उसी के मुताबिक टैक्स लगेगा. हालांकि सरकार की तरफ से अभी कोई स्पष्ट निर्देश नहीं है, लेकिन कमाई कर रहे हैं तो उस पर टैक्स अदायगी (tax rules) का नियम जरूर लागू होता है.

Crypto Prices Today: Shiba Inu और Dogecoin में 4 फीसदी की तेजी, Bitcoin में फ्लैट ट्रेडिंग

Cryptocurrency Prices: शेयर बाजार से लेकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों की नजर Jerome Powell के कमेंट पर टिकी है.

By: ABP Live | Updated at : 26 Aug 2022 01:44 PM (IST)

प्रतिकात्मक फोटो ( Image Source : Art Rachen/Unsplash )

Cryptocurrency Prices Today: क्रिप्टो बाजार में शुक्रवार 26 अगस्त, 2022 को भी तेजी देखी जा रही है. शेयर बाजार के समान क्रिप्टो बाजार को भी अमेरिकी फेड रिजर्व के चेयरमैन Jerome Powell के Wyoming के जैक्शन होल में होने वाले भाषण का इंतजार है, जिसमें वे महंगाई और ब्याज दरें बढ़ाने को लेकर क्या संकेत देते हैं. शेयर बाजार से लेकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों की नजर Jerome Powell के कमेंट पर टिकी है. उसी के आधार पर शेयर बाजार और क्रिप्टो मार्केट की चाल निर्भर करेगी.

Solana और Pokadot को छोड़ ज्यादातर क्रिटोकरेंसी बढ़त के साथ कारोबार कर रहा हैं. Shiba Inu 4 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. तो कारडानो, बीएनबी, डोजिकोइन भी बढ़त के साथ ट्रेड कर रहा है.

ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 1.04 बिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. बीते 24 घंटे में इसमें एक फीसदी की तेजी आई है. लेकिन कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट आया है. बिटकॉइन मौजूदा समय में 21,500 डॉलर यानि 17.98 लाख रुपये में ट्रेड कर रहा है. हालांकि बिट्कॉइन में 0.05 फीसदी की गिरावट आई है. लेकिन जानकारों के मुताबिक Bitcoin 22000 डॉलर के लेवल को पार कर सकता है. इथेरियम 1,40,600 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. टीथर 84.05 रुपये, बाइनैंस कॉइन 24,720 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की क्रिप्टो मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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Published at : 26 Aug 2022 01:44 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin Cryptocurrency Prices Today Cryptocurrency Prices Shiba Inu Jerome Powell Solana Pokadot हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

भारत से सबसे बड़े क्रिप्टो ऐप CoinSwitch का ऑफर, बिटकॉइन ट्रेडिंग पर कोई फीस नहीं!

भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो निवेश ऐप है CoinSwitch.

कॉइन स्विच (CoinSwitch) ने अपने यूजर्स के लिए एक खास तोहफा दिया है. प्लेटफॉर्म ने सीमित समय के लिए बिटकॉइन की सभी ट्रां . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 26, 2022, 16:39 IST

हाइलाइट्स

CoinSwitch ने सीमित समय के लिए बिटकॉइन की सभी ट्रांजेक्शन्स पर ट्रेडिंग फीस हटा दी है.
यह ऑफर कॉइन स्विच के उन सभी यूजर्स के लिए है, जिन्होंने अपनी KYC पूरी करा रखी है
कॉइन स्विच का जीरो फीस ट्रेडिंग ऑफ़र सभी तरह की बिटकॉइन लेनदेन के लिए लागू होगा.

नई दिल्ली. भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो निवेश कराने वाले ऐप कॉइन स्विच (CoinSwitch) ने अपने यूजर्स के लिए एक खास बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है तोहफा दिया है. इस प्लेटफॉर्म ने सीमित समय के लिए बिटकॉइन की सभी ट्रांजेक्शन्स पर ट्रेडिंग फीस हटा दी है. मतलब अब आप बिना किसी फीस के बिटकॉइन खरीद-बेच सकते हैं.

यह ऑफर कॉइन स्विच के उन सभी यूजर्स के लिए है, जिन्होंने अपनी KYC पूरी करा रखी है और उनके पास एक भारतीय अकाउंट बिटकॉइन ट्रेडिंग क्या है है. यूजर भारतीय करेंसी में शून्य शुल्क (जीरो फीस) के साथ बिटकॉइन में ट्रेड कर पाएंगे.

SIP और लिमिट ऑर्डर पर भी लागू
मनीकंट्रोल की एक खबर के अनुसार, बिटकॉइन बाजार पूंजीकरण के हिसाब से सबसे बड़ा क्रिप्टोकॉइन है और फिलहाल भारतीय क्रिप्टो बाजार सूचकांक CRE8 पर इसका डोमिनेंस 35% से अधिक है. कॉइन स्विच का जीरो फीस ट्रेडिंग ऑफ़र सभी बिटकॉइन लेनदेन के लिए लागू होगा. इसमें SIP और लिमिट ऑर्डर, रेफरल और अन्य प्रोमोशनल एक्टिविटीज़ से प्राप्त बिटकॉइन की बिक्री भी शामिल है.

आंशिक और हाई-वेल्यू वाले दोनों तरह के निवेशक इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं, क्योंकि ऑर्डर वेल्यू पर कोई निचली या ऊपरी सीमा नहीं है. CoinSwitch अपने ब्लॉग और YouTube वीडियो के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को क्रिप्टो में ट्रेड करने संबंधी सीखने योग्य सामग्री भी उपलब्ध करता है.
CoinSwitch ने पिछले महीने अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर 100वां कॉइन लिस्ट किया है, जिससे उपयोगकर्ता सुरक्षित निवेश दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इन क्रिप्टो एसेट्स को भारतीय रुपये में खरीद और बेच सकते हैं.

कॉइनस्विच का मिशन
CoinSwitch एक मिशन पर काम कर रहा है, जिसका नाम है मेक मनी इकुअल फॉर ऑल (Make Money Equal for All). भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो निवेश ऐप CoinSwitch एक ऐसा ईको-सिस्टम भी बना रहा है, ताकि क्रिप्टो को अधिक आसान बनाया जाए और 18 मिलियन से अधिक रजिस्टर्ड यूजर्स इस पर भरोसा कायम रख पाएं.

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Explainer: क्या है कर्नाटक का Bitcoin Scam, 5240 करोड़ के अवैध ट्रांजैक्शन के क्या हैं आरोप?

कर्नाटक में पिछले साल सामने आए Bitcoin scam को लेकर इन दिनों सियासत तेज हो गई है. एक ओर कांग्रेस ने जहां इस घोटाले में प्रभावशाली लोगों के शामिल होने का आरोप लगाया है तो दूसरी ओर कर्नाटक के सीएम बोम्मई ने इसे खारिज किया है.

बिटकॉइन घोटाले को लेकर इन दिनों सियासत तेज हो गई है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 नवंबर 2021,
  • (अपडेटेड 15 नवंबर 2021, 2:00 PM IST)
  • नवंबर 2020 में सामने आया था बिटकॉइन घोटाला
  • बेंगलुरु के श्रीकृष्ण को माना जाता है मास्टरमाइंड

Bitcoin Scam Explainer: कर्नाटक में बिटकॉइन स्कैम को लेकर देश में राजनीतिक बवाल जारी है. कांग्रेस ने इस घोटाले में 'प्रभावशाली' लोगों के शामिल होने का आरोप लगाया है. वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavraj Bommai) ने कहा कि अगर कांग्रेस के पास उन प्रभावशाली लोगों के नाम है तो बताए, हम उन पर कार्रवाई करेंगे. कर्नाटक में बिटकॉइन स्कैम (Bitcoin Scam) पिछले साल नवंबर में सामने आया था. लेकिन ये घोटाला क्या है, क्या-क्या आरोप लगाए जा रहे हैं, आइए जानते हैं.

ड्रग्स के जरिए पकड़ा गया बिटकॉइन घोटाला

4 नवंबर 2020 को बेंगलुरु पुलिस ने ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया था. उसके पास से 500 ग्राम हाइड्रो गांजा जब्त किया गया था. उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने श्रीकृष्ण रमेश उर्फ श्रीकी (Srikrishna, alias Sriki) समेत 10 और आरोपियों को गिरफ्तार किया था.

बेंगलुरु पुलिस के मुताबिक, पूछताछ के दौरान श्रीकृष्ण ने क्रिप्टो करेंसी वेबसाइट में हैकिंग (Hacking) की बात कबूल की थी. पुलिस ने श्रीकृष्ण के पास से 9 करोड़ रुपये के 31 बिटकॉइन (Bitcoin) बरामद किए थे. श्रीकृष्ण पहले भी कई सरकारी वेबसाइटों की हैकिंग में शामिल रहा था.

बिटकॉइन हैक कर क्या किया जाता था?

इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड श्रीकृष्ण को बताया जाता है. श्रीकृष्ण ब्लैक कैट हैकर था. वो इंटरनेट रिले चैट (IRC) के जरिए दुनियाभर के हैकरों के संपर्क में था. हैकिंग की दुनिया में श्रीकृष्ण को 'रोज' और 'बिग बॉस' के नाम से जाना जाता था. उसे शराब और ड्रग्स की लत थी. उसने पैसे कमाने के लिए कई वेबसाइटों को हैक किया था. वो बिटकॉइन खरीदता था और डार्क नेट पर ड्रग्स खरीदने के लिए उसका इस्तेमाल करता था.

सूत्रों के मुताबिक, श्रीकृष्ण ने ड्रग्स खरीदने के लिए डार्क नेट पर रॉबिन खंडेलवाल नाम के शख्स को बिटकॉइन ट्रांसफर किए थे. खंडेलवाल बिटकॉइन ट्रेडिंग कंपनी चलाते थे. पुलिस ने जब खंडेलवाल से पूछताछ की तो श्रीकृष्ण का सारा पिटारा खुल गया. श्रीकृष्ण बिटकॉइन होल्डर्स के अकाउंट को हैक कर उसे बेच देता था. इस मामले में ED ने भी उसके खिलाफ केस दर्ज किया है और हाल ही में पूछताछ भी की थी.

5,240 करोड़ रुपये के अवैध ट्रांजेक्शन का क्या है आरोप?

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बिटकॉइन घोटाले में 'प्रभावशाली लोगों' के शामिल होने का आरोप लगाया. सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए सवाल किया कि सरकार बताए कि 'बिटकॉइन कवर स्कैम' में कौन-कौन शामिल हैं? क्या कथित हैकर श्रीकृष्ण के अकाउंट से बिटकॉइन ट्रांसफर किए गए थे? ये किसके बिटकॉइन थे और इनकी कितनी कीमत थी? उन्होंने ये भी सवाल किया कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को भी इस मामले में अपनी भूमिका साफ करनी चाहिए, जो उस वक्त कर्नाटक के गृह मंत्री थे.

सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये घोटाला बहुत बड़ा हो सकता है कि क्योंकि सिर्फ दो दिन 1 दिसंबर 2020 और 14 अप्रैल 2021 को 5,240 करोड़ रुपये का अवैध ट्रांजेक्शन हुआ था.

वहीं, इस आरोप पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने जवाब देते हुए कहा कि सुरजेवाला ने एक ट्विटर हैंडल के भरोसे 5,240 करोड़ रुपये के अवैध ट्रांजेक्शन का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि एक ट्विटर हैंडल के भरोसे ऐसा आरोप लगाना एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रवक्ता को शोभा नहीं देता. वहीं, पुलिस ने भी इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि न तो कोई बिटकॉइन गायब हुए हैं और न ही ट्रांसफर किए गए हैं.

कौन हैं श्रीकृष्ण रमेश?

श्रीकृष्ण रमेश की उम्र लगभग 25 साल है. जब वो चौथी क्लास में था, तभी उसे कम्प्यूटर में इंट्रेस्ट आ गया और यहीं से उसने कम्प्यूटर लैंग्वेज सीखनी शुरू की. बताया जा रहा है कि उसने अपने स्कूल की वेबसाइट को हैक कर लिया था और उससे अपनी अटेंडेंस और मार्क्स बदल देता था. श्रीकृष्ण जब 8वीं क्लास में था, तभी वो ब्लैक कैट हैकर बन गया. बेंगलुरु के जयनगर में रहने वाला श्रीकृष्ण की स्कूली पढ़ाई यहीं से हुई और फिर कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई करने के लिए एम्सटर्डम चला गया.

यहां से लौटने के बाद भी वो हैकिंग में लग गया और पैसे कमाने के लिए कई वेबसाइटों को हैक किया. वो कई यूजर्स का डेटा भी चुरा लेता था और उसे लीक करने की धमकी देकर उनसे पैसे भी ऐंठता था. 2018 में भी उसके खिलाफ एक शख्स के साथ मारपीट करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था.

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