जोखिम वाले निवेश में क्रिप्टोकरेंसी में भारी मात्रा में गिरावट दर्ज की गयी है। सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में बीते 7 दिनों में लगभग 21.5 फीसदी की गिरावट देखी गयी है। जिससे कि लोग क्रिप्टो में निवेश करने से बच रहे है। BitCoin kya hai

What is Cyrptocurrency: क्या है क्रिप्टोकरंसी, जिसके खतरों ने भारत समेत दुनियाभर की सरकारों की नींद उड़ा कर रख दी

What is Bitcoin: क्रिप्टोकरंसी की ओर लोगों की बढ़ती रुचि ने सरकारों को टेंशन में डाल दिया है. सिडनी डायलॉग में खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस पर चिंता जता चुके हैं.

By: ABP Live | Updated at : 19 Nov 2021 07:19 AM (IST)

Cyrptocurrency News: क्रिप्टोकरंसी की ओर लोगों की बढ़ती रुचि ने सरकारों को टेंशन में डाल दिया है. सिडनी डायलॉग में खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस पर चिंता जता चुके हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि क्रिप्टोकरंसी को लेकर दुनिया भर की सरकारों को साथ काम करना चाहिए. अगर यह गलत नेटवर्क में चला गया तो युवाओं की जिंदगी तबाह हो सकती है. 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार इसे लेकर बिल ला सकती है.

सबसे पहले जानें क्या है क्रिप्टोकरंसी?

क्रिप्टोकरंसी में कंप्यूटरों का एक नेटवर्क क्रिप्टोग्राफी तकनीक से लेनदेन करवाता है. इस क्रिप्टोग्राफी तकनीक में ना तो पेमेंट लेने वाले की पहचान और न ही पेमेंट देने वाले की पहचान सामने आती है. बिटकॉइन भी एक तरह की क्रिप्टोकरंसी है. बिटकॉइन की तरह कई और क्रिप्टोकरंसी इस वक्त Bitcoin का मालिक कौन है बाजार में मौजूद हैं. जैसे डार्क कॉइन, लाइट क्वाई, बाइनस कॉइन वगैरह. इन सब में सबसे प्रचलित क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन है. बिटकॉइन का अपना माइनिंग एक्सचेंज है.

बिटकॉइन पर किसी सरकार, राज्य या बैंक का कंट्रोल नहीं होता है. इसे ना तो जब्त किया जा सकता है ना ही इसके ट्रांजेक्शन को कोई सरकार रोक सकती है. इस मुद्रा का असली मालिक कौन है? और उसने किस-किस को भुगतान किया है? इसका पता लगाना असंभव है. अपने ट्रांजेक्शन को केवल वही देख सकता है, जिसने वो भुगतान लिया है या दिया है. इसमें लेनदेन करने वालों की पहचान एक डिजिटल "की" यानी चाबी के रूप में रहती है. इस करंसी में किसी नाम या पते की कोई जरूरत नहीं है.

क्रिप्टोग्राफी क्या होती है?

बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरंसी है. यानी इसका लेनदेन क्रिप्टोग्राफी तकनीक पर होता है. क्रिप्टोग्राफी का मतलब होता है गोपनीय संचालन. यानी एक सुरक्षित कम्युनिकेशन. इस तकनीक में कंप्यूटरों के एक नेटवर्क में डेटा को इस तरह इनक्रिप्ट किया जाता है, जिससे केवल बिटकॉइन लेने और देने वालों के अलावा इस सूचना को कोई ना देख पाए. यहां तक कि क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज का ऑपरेटर भी इससे दूर रहता है. ये सारा काम केवल मशीनों के जरिए संचालित होता है. मशीन को भी असली लेने वाले और देने वाले की पहचान नहीं दी जाती. वो इन्हें केवल एक नंबर की तरह समझता है और ये नंबर केवल दो लोगों के पास होता है जो बिटकॉइन खरीद रहा है और जो बेच रहा है.

क्रिप्टोकरंसी यानी बिटकॉइन की माइनिंग कैसे होती है ?

माइनिंग का मतलब होता है खुदाई. चूंकि बिटकॉइन का कोई आकार नहीं है, जैसे परंपरागत करंसी का होता है. ये एक वर्चुअल यानी डिजिटल करंसी है. इसे क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज से क्रिएट किया जाता है. इसे ही माइनिंग कहते हैं. यानी जितनी ज्यादा माइनिंग उतना ज्यादा प्रचलन. चूंकि एक्सचेंज में बिटकॉइन एक सीमित संख्या में होता है. इसलिए इसकी माइनिंग जब ज्यादा होगी यानी मांग ज्यादा होगी तो इसकी कीमत बढ़ती है और अगर इसकी मांग कम हो तो कीमत कम हो जाती है.

क्रिप्टोकरंसी पर भारत सरकार का पक्ष क्या है?

भारत सरकार बिटकॉइन को अपनी अर्थव्यवस्था में मान्यता नहीं देती. 2007 और 2017 में रिजर्व बैंक ने इस करंसी के इस्तेमाल को लेकर अलर्ट जारी किया था. इसमें कहा गया था कि इस मुद्रा के प्रचलन की आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है और इसका लेनदेन जोखिम भरा है.

सरकार के लिए बिटकॉइन के खतरे क्या हैं?

चूंकि बिटकॉइन में इस मुद्रा के लेन-देन करने वालों की जानकारी लेना असंभव है. इसलिए किसी भी सरकार के अपनी अर्थव्यवस्था नियंत्रित करने के सारे साधन बिटकॉइन पर लागू नहीं होंगे और आपात स्थिति में सरकार अपनी अर्थव्यवस्था के जोखिम को नियंत्रित नहीं कर पाएगी. इस करंसी में मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवाद, हथियार और ड्रग्स के कारोबार के संचालन और उसके अपराधियों की पहचान करना असंभव होगा और इसे रोकना बेहद मुश्किल हो जाएगा.

अगर ये करंसी किसी भी देश की परंपरागत मुद्रा से ज्यादा मात्रा में उस देश में प्रचलित हो जाएगी तो वहां के बैंक और सरकारों को अपने नागरिकों की आय या फिर टैक्स प्रणाली में उन्हें शामिल करना असंभव हो जाएगा. राज्य की आर्थिक शक्ति कंप्यूटरों के हाथ में चली जाएगी. यानी सरकार की मुद्रा जारी करने की शक्ति और उसकी संप्रभुता दोनों खत्म हो जाएगी.

आम आदमी के लिए खतरे

आप इसे खरीदने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन इसे बेचना पूरी तरह से इसके खरीददारों या फिर क्रिप्टो एक्सचेंज पर निर्भर करता है. यानी आप इस दुनिया में अपनी मर्जी से शामिल तो हो सकते हैं लेकिन इससे पूरी तरह निकलने में सिर्फ आपकी मर्जी नहीं चलेगी. अगर आपके साथ धोखा होता है. आपकी क्रिप्टोकरंसी चोरी कर ली जाती है या फिर उसे लूट लिया जाता है तो आप को वो वापस कभी नहीं मिलेगी. क्योंकि एक्सचेंज को भी ये नहीं पता होगा कि जो क्रिप्टोकरंसी लूटी गई है उसके असली मालिक आप ही थे.

लूटने वाला आराम से उससे खरीददारी कर लेगा और उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा क्योंकि उसके असली नाम और पते के बारे में भी एक्सचेंज को कुछ नहीं पता होगा. इसकी कीमतें कैसे बढ़ रही हैं और कब कम होंगी इसका कोई भी प्रमाणिक और पारदर्शी तरीका नहीं है. यानी इसकी आर्टिफिशियल हाइक और डिप क्रिएट कर के आपको लूटा भी जा सकता है.

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Published at : 19 Nov 2021 07:15 AM (IST) Tags: Cryptocurrency Cryptocurrencies Bitcoin News cryptocurrency news हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, Bitcoin का मालिक कौन है कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

700 करोड़ की क्रिप्टोकरंसी खत्म करेगी ये कंपनी, जानिए अब खरीदने वालों का क्या होगा

इथीरियम के को-फाउंडर विटालिक ब्यूटेरिन ने शिबा इनू में बड़े पैमाने पर निवेश किया है. अब वे उसमें से हटना चाहते हैं. शिबा इनू का निर्माण अगस्त 2020 में किया गया था.

700 करोड़ की क्रिप्टोकरंसी खत्म करेगी ये कंपनी, जानिए अब खरीदने वालों का क्या होगा

क्रिप्टोकरंसी इथीरियम (cryptocurrency Ethereum) के को-फाउंडर विटालिक ब्यूटेरिन ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि शिबा इनू होल्डिंग्स में इथीरियम (Ethereum) का 90 Bitcoin का मालिक कौन है फीसद हिस्सा वे खत्म कर देंगे. बाकी के बचे 10 परसेंट कॉइन को दान में बांट देंगे. ब्यूटेरिन के इस ऐलान से क्रिप्टो (cryptocurrency) की दुनिया में तहलका मच गया है. इथर में पैसा लगाने वालों को कुछ सूझ नहीं रहा कि वे क्या करें, उनके निवेश का आगे भविष्य क्या है.

‘बिजनेस इनसाइडर’ की एक रिपोर्ट बताती है कि ब्यूटेरिन के ऐलान के बाद मार्केट से 40 परसेंट तक इथीरियम को लोगों ने हटा लिया है. ब्यूटेरिन ने कहा है कि उनके सामने अभी दो ही रास्ते बचते हैं. या तो इथर को खत्म (burning) कर दें या उसे दान में बांट दें. इसके बाद तेजी से मार्केट से इथीरियम हटाए जाने लगे हैं. इथीरियम के जितने भी शिबा इनू (shiba Inu holdings) टोकन या कॉइन हैं, उसमें आधा हिस्सा उन लोगों ने दिया है जो कॉइन की माइनिंग करते हैं, उसे तैयार करते हैं. ब्यूटेरिन शिबा इनू होल्डिंग से हटना चाहते हैं और इसके लिए वे या तो इथर को खत्म करें या फिर लोगों में बांट दें, यही अंतिम विकल्प है.

कब शुरू हुआ था शिबा इनू

शिबा इनू बिटकॉइन, इथर या डोजकॉइन की तरह डिजिटल करंसी है. इसे क्रिप्टोकरंसी भी कहते हैं. इथीरियम के को-फाउंडर विटालिक ब्यूटेरिन ने शिबा इनू में बड़े पैमाने पर निवेश किया है. अब वे उसमें से हटना चाहते हैं. शिबा इनू का निर्माण अगस्त 2020 में किया गया था. तब इसे रयोशी के नाम से पुकारा जाता था. इसे जोक कॉइन का नाम भी दिया गया है. साल भर पहले Bitcoin का मालिक कौन है डोजकॉइन का बड़ा नाम हो रहा था. उसे रोकने के लिए शिबा कॉइन की इजाद की गई. देखते-देखते शिबा इनू ने डोजकॉइन का रास्ता रोक दिया. डोजकॉइन के कस्टमर्स शिबा में निवेश करने लगे. इस करंसी का नाम जापानी कुत्ते की प्रजाति शिबा इनू के नाम पर रखा गया.

कैसे करते हैं ट्रेडिंग

भारत में शिबा Bitcoin का मालिक कौन है इनू की ट्रेडिंग वजीरएक्स एक्सचेंज के जरिये होती है. ब्यूटेरिन के ऐलान के बाद शिबा इनू के दाम में बड़ी गिरावट देखी जा रही है. वजीरएक्स के अलावा शिबा इनू (Shiba Inu) की ट्रेडिंग यूनीस्वैप और कॉइनडीसीएक्स से भी कर सकते हैं. यह एक्सचेंज इथीरियम और उस पर आधारित टोकन-कॉइन को बेचने और खरीदने का काम करता है. शिबा इनू को डॉलर या BUSD यानी कि बिनेंस यूएस डॉलर में ही खरीद और बेच सकते हैं.

बर्निंग का मतलब क्या है

ब्यूटेरिन ने शिबा इनू (shiba Inu holdings) को ‘बर्न’ करने की बात कही है. यहां बर्न से मतलब शिबा इनू को खत्म करना है. क्रिप्टो कॉइन को खत्म करने का भी एक प्रोसेस होता है जो पूरी तरह से डिजिटल होता है. शिबा इनू में पैसा लगाने वाले या बाकी लोगों को भी बर्निंग का प्रोसेस समझना चाहिए. कोई भी क्रिप्टो कॉइन या करंसी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से बनाई जाती है. यह सबकुछ एक कोड में होता है जो खरीदने वालों की कंपनी या उसके डेवलपर की ओर से दी जाती है. यह जानकारी पूरी तरह से सीक्रेट होती है और कोड के बारे में खरीदार और बेचने वाले को ही जानकारी होती है. कोड की हैकिंग न हो सके, इसके लिए अलग से वॉलेट बनाया जाता है जो इंटरनेट से जुड़ा नहीं होता.

इतने रुपये की खत्म होगी करंसी

बेचने वाले लोग इसी कोड को बेचते हैं और उसका ट्रांजेक्शन डॉलर आदि में करते हैं. शिबा इनू को बर्न किया जाएगा, यानी कि इसके कोड तक लोगों की पहुंच Bitcoin का मालिक कौन है नहीं होगी. जो कॉइन पहले से है, वह बेकार हो जाएगी. अब तक 40 परसेंट शिबा इनू (shiba Inu holdings) बर्न कर दिया गया है. यह पूरी राशि 7 अरब डॉलर की है और इसमें 410 खरब कॉइन को खत्म किया गया है. ब्यूटेरिन के इस ऐलान के बाद निवेशकों में चिंता बढ़ गई है. निवेशकों को लग रहा है कि शिबा इनू का आगे क्या होगा और क्रिप्टोकरंसी कहां जाएगी.

Top 10 Metaverse Crypto Coins List In India

METAVERSE CRYPTO NEWS DAILY

मैं यहां पर टॉप 15 मेटावर्स क्रिप्टोकरंसी की लिस्ट दे रहा हूं जिसे आप किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफार्म से खरीद सकते है या निवेश कर सकते हैं तो चलिए लिस्ट Bitcoin का मालिक कौन है देखते है :

> List Of Metaverse Crypto Coins In India

  • Decentraland (MANA) ₹241.52
  • The Sandbox (SAND) ₹324.19
  • Theta Network (THETA) ₹284.94
  • Axie Infinity (AXS) ₹4,632.46
  • Enjin Coin (ENJ) ₹145.25
  • WAX (WAXP) ₹26.67
  • Render Token (RNDR) ₹235.47
  • SushiSwap (SUSHI) ₹321.22
  • Ontology (ONT) ₹42.74
  • Illuvium (ILV) ₹50,685.12

Important FAQs :

1. सबसे सस्ती क्रिप्टोकोर्रेंसी कौन सी है?

Ans : Shiba Coin है

2. क्रिप्टो करेंसी कितने प्रकार की होती है?

Ans :बिटकॉइन, एथेरियम, डॉग कॉइन, बिटकॉइन कैश, बिटकॉइन गोल्ड यह सब प्रकार है।

3. क्रिप्टोकरंसी में कैसे निवेश करें ?

Ans : क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने के लिए आपके पास एक एक्सचेंज प्लेटफार्म होना चाहिए।

What is Bitcoin Bitcoin का मालिक कौन है in Hindi | BitCoin kya hai | बिटकॉइन में भारी गिरावट का कारण क्या है?

BitCoin kya hai

BitCoin kya hai

BitCoin kya hai: बिटकॉइन एक प्रकार की विकेन्द्रीकृत या वर्चुअल करेंसी या डिजिटल मुद्रा है। जिसका अर्थ होता है कि यह किसी विशिष्ट देश या बैंक से संचालित नहीं होता है। यह ब्लॉकचैन या Pear-to-Pear मॉडल पर आधारित है। कम्प्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान हेतु इसे विकसित किया गया। इसका विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियन्ता ने किया है। सातोशी का यह छद्म नाम है।

Table of Contents

BitCoin kya hai (बिटकॉइन क्या है?)

Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है। जो पुरी तरह से मुक्त रुप से कार्य करती है। इस पर किसी देश या केन्द्रीय बैंक का हस्तक्षेप नहीं होता है। यह पूरी तरह से वर्चुअल करेंसी है। इसे हम इस तरह से समझ सकते है कि जैसे बैंक में जमा किया हुआ पैसा ऑनलाइन माध्यम से उपयोग में लेते है। दोनों में यह अंतर है कि बिटकॉइन किसी देश या केंद्रीय बैंक द्वारा रेगुलेट नहीं किया जाता है, वही बैंकों में जमा पैसा किसी देश या केन्द्रीय बैंक द्वारा रेगुलेट किया जाता है।

Bitcoin की शुरुआत कब हुई?

BitCoin kya hai: वर्तमान में दुनिया भर में बिटकॉइन Bitcoin का मालिक कौन है काफी लोकप्रिय है। इसका आविष्कार सातोशी नकामोतो नामक एक अभियन्ता ने 2008 में किया था और 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था। जब बिटकॉइन जारी किया गया था तब इसकी कीमत बहुत कम थी। आप इसे 3 US$ में एक बिटकॉइन खरीद सकते थे।

BitCoin kya hai

BitCoin kya hai

Bitcoin Price Table, 2010-2022 (Yearly)

BitCoin में गिरावट के कारण

क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट लगातार जारी है। बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में बीते कुछ दिनों से बड़ी गिरावट देखने को मिली है। बीते गुरुवार क्रिप्टोकरेंसी में लगभग 21.5% तक की गिरावट दर्ज की गयी है।

BitCoin kya hai

जोखिम वाले निवेश में क्रिप्टोकरेंसी में भारी मात्रा में गिरावट दर्ज की गयी है। सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में बीते 7 दिनों में लगभग 21.5 फीसदी की गिरावट देखी गयी है। जिससे कि लोग क्रिप्टो में निवेश करने से बच रहे है। BitCoin Bitcoin का मालिक कौन है kya hai

बता दे कि इस साल के शुरुआत में बिटकॉइन अपने उच्चतम स्तर से 61 फीसदी टुट गया था। जो बीते 30 मार्च को 48,243 डॉलर प्रति बिटकॉइन देखने को मिला था। पिछले कुछ दिन से यानि जून मे से इसमें और भी गिरावट दर्ज की गयी है। शुक्रवार को 8.84 फीसदी गिरावट के साथ 21,337 डॉलर प्रति यूनिट पर आ गया है।

क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट का कारण क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी में यह गिरावट वैश्विक बाजार में उथल-पुथल के कारण हुई है। कोरोना काल में लगे लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था में गिरावट आयी थी। जिसका असर अब क्रिप्टोकरेंसी पर देखने को मिल रहा है। दूसरा कारण यूक्रेन और रूस के युद्ध के कारण वैश्विक स्तर पर फूड और तेल बाजारों में तेजी देखने को मिला है। इसके अलावा बढ़ती महंगाई तथा हाल ही में फेडरल बैंक द्वारा की गई ब्याज दरों में वृद्धि के कारण हुआ है।

Q. बिटकॉइन क्या है कैसे काम करती है?

Ans: बिटकॉइन एक प्रकार की विकेन्द्रीकृत या वर्चुअल करेंसी या डिजिटल मुद्रा है। जिसका अर्थ होता है कि किसी विशिष्ट देश या बैंक से संचालित नहीं होता है। यह ब्लॉकचैन या Pear-to-Pear मॉडल पर आधारित है।

Q. बिटकॉइन का मालिक कौन है?

Ans: BitCoin का कोई मालिक नहीं है। इसका विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियन्ता ने किया है।

Q. क्या भारत में बिटकॉइन लीगल है?

Ans: भारत ने अभी तक कोई इस प्रकार की नोटिस नहीं जारी की है। लेनिक इस वर्ष यानि 2022 में एक प्रस्ताव पेश किया था जिसे कैबिनेट नें मान्यता दे दी है। इस पर 30 फीसदी टैक्स लगना की बात की गयी है।

मुझे उम्मीद है कि अगर आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो तो आप कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर दें। अगर आप जानना चाहते हैं कि बिटकॉइन कैसे खरीदें तो कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। तो अगले पोस्ट में इसकी जानकारी जरूर दूंगा।

डिस्क्लेमरः इस पोस्ट में दी गयीय सभी जानकारी एक सामान्य जानकारी है। इस किसी अर्थशास्त्री या प्रोफेसर के तौर पर न ले। इसमें वित्तीय जोखिम है कृपया अपनी समझदारी से निवेश करें।

NFT को बढ़ावा देने के लिए Binance ने की क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ पार्टनरशिप

NFT को बढ़ावा देने के लिए Binance ने की क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ पार्टनरशिप

ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (cryptocurrency exchange), Binance ने हाल ही में कहा कि उसने NFTs (non-fungible tokens) को बढ़ावा देने के लिए मशहूर पुर्तगाली फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) के साथ पार्टनरशिप की है.

इस पार्टनरशिप के तहत, रोनाल्डो और  Binance  कंपनी के प्लेटफॉर्म पर बिक्री के लिए NFT कलेक्शन की सीरीज़ तैयार करेंगे. Binance के मुताबिक पहला कलेक्शन इस साल के अंत में जारी किया जाएगा.

NFT एक डिजिटल एसेट है जो एक ब्लॉकचेन (blockchain) पर मौजूद है. वहीं, ब्लॉकचेन - नेटवर्क कंप्यूटर पर रखे गए ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड है. ब्लॉकचेन एक पब्लिक लेजर की तरह काम करता है, जिससे कोई भी NFT की प्रामाणिकता Bitcoin का मालिक कौन है को सत्यापित कर सकता है और जांच सकता है कि इसका मालिक कौन है.

जोखिम भरी संपत्तियों के प्रति निवेशकों की भावनाओं में खटास के कारण बिटकॉइन (bitcoin) सहित क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट आई है. यह NFT में भी फैल गई है. पिछले साल NFT की लोकप्रियता चरम पर थी.

क्रिप्टो कंपनियां मुख्यधारा में जाने के लिए स्पोर्ट्स पार्टनरशिप्स पर भरोसा कर रही हैं. पिछले साल, Crypto.com ने लॉस एंजिल्स में Staples Center का नाम बदलकर Crypto.com Arena करने के लिए 700 मिलियन डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए, जबकि क्रिप्टो एक्सचेंज FTX Trading Ltd ने नेशनल फुटबॉल लीग (National Football League) क्वार्टरबैक टॉम ब्रैडी (Tom Brady) को हिस्सेदारी बेची.

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