वैसे तो दुनिया भर के जानकार कहते हैं कि जैसे-जैसे बड़ी संस्थाएं और बैंक इसका इस्तेमाल शुरू करेंगे वैसे-वैसे इस पर भरोसा क़ायम होगा. क्योंकि भारत में 100 रुपये के नोट की छपाई में सिर्फ़ 1.51 रुपये का खर्च आता है, तो बाकी रकम कहां से आती है? जवाब है-भरोसा. नोट पर आरबीआई गवर्नर के सिगनेचर के साथ-साथ उस पर धारक को 100 रुपये अदा करने का वचन होता है. अगर ये नहीं हो तो 100 रुपये का नोट सिर्फ एक कागज़ है. भारतीय सरकार बिटकॉइन क्या हैं इसके लिए नियम बनाने की तैयारी में है. पिछले दिनों RBI-SEBI और वित्त बिटकॉइन क्या हैं मंत्रालय ने इसको लेकर कई अहम बैठक की है.

बिटकॉइन क्या है | Bitcoin Kya Hai

Mr. Nemi Chand Prajapat 0

बिटकॉइन एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है Bitcoin अंग्रेजी भाषा के शब्द ‘Crypto’ से बना है, जिसका अर्थ गुप्त/ रहस्यात्मक होता है, बिटकॉइन से कोई भी व्यक्ति बिना किसी मध्यस्थ के सीधे खरीद - फरोख्त और विनिमय कर सकता है बिटकॉइन वर्चुअल बिटकॉइन क्या हैं करेंसी है। बिटकॉइन की शुरुआत वर्ष 2009 में हुई थी, जो आज धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये के बराबर पहुंच गई है। बिटकॉइन का जनक/निर्माता सातोशी नकामोतो को कहा जाता है इनके ही प्रयासों से बिटकॉइन प्रचलन में आया है बिटकॉइन को अनेको कंपनियों ने स्वीकार किया है जैसे – Microsoft, Tesla आदि ने इसे एक्सचेंज के रूप में अपना लिया हैं। बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट Satoshi हैं 1 Bitcoin = 10,00,00,000 Satoshi होता है Satoshi Nakamoto को Bitcoin का Founder भी कहा जाता है।

क्रिप्टो करेंसी क्या है | Crypto Currency kya hai

बिटकॉइन को ही क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है।

Bitcoin

यह पेनी क्रिप्टो टोकन 24 घंटे में 2400% से अधिक उछला, निवेशक हुए मालामाल

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Cryptocurrency Prices: क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। जहां एक तरफ आज बिटकॉइन (Bitcoin), ईथेरियम, बीएनबी समेत क्रिप्टोकरेंसी में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही हैं, वहीं कुछ ऐसे भी क्रिप्टो टोकन हैं, जिनमें शानदार उछाल है।

Krause कोटन में तेजी
Coinmarket.com के मुताबिक, आज सबसे अधिक Krause नामक टोकन में तेजी है। खबर लिखे जाने तक इस क्रिप्टो टोकन में 2445.02 फीसदी की जोरदार तेजी थी। इस क्रिप्टो टोकन की कीमत 18.73 डाॅलर पर पहुंच गई थी। पिछले 24 घंटे में Krause की ट्रेडिंग वाॅल्युम में 2270.00% का उछाल रहा है। हालांकि, मार्केट कैप का कोई डेटा उपलब्ध नहीं है।

फीचर आर्टिकल: बिटकॉइन को वैध मुद्रा का दर्जा मिलने के पूरे क्रिप्टो मार्केट के लिए क्या मायने हैं?

बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहली डीसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टोकरेंसी या कहें कि डिजिटल कॉइन है। इसका आविष्कार 2008 में हुआ लेकिन मुख्य इस्तेमाल 2010 से शुरू हुआ। पहले बिटकॉइन को संदेह की नजरों से देखा गया लेकिन अब ये दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बन चुकी है। दुनिया में हजारों कंपनियां लेनदेन के लिए बिटकॉइन को अपना चुकी हैं। अब मध्य अमेरिकी देश अल-साल्वाडोर में बिटकॉइन को वैध मुद्रा की मान्यता भी मिल गई है।

इतने कम समय में ही बिटकॉइन ने काफी लंबी दूरी तय कर ली है। इसकी वैधता का प्रभाव भारत और दूसरे देशों में भी महसूस हो रहा है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि BTC से INR गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला खोज शब्द है।

बिटकॉइन क्या है? | बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी

आज इंटरनेट का समय है और इंटरनेट के इस युग में हर कोई ऑनलाइन अधिक भुगतान करता है क्योंकि ऑनलाइन पेमेंट करना सरल होता है और इससे हमारे समय की बचत भी हो जाती है। आपने आज तक पैसे का इस्तेमाल ऑनलाइन Transaction के लिए किया होगा। आप इस पैसे को चाहें तो अपने बैंक से निकाल सकते हैं और फिर उसे Offline Transaction के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे Currency के बारे में बताने वाले हैं जिसे आप केवल और केवल Online Wallet के द्वारा ही Manage कर सकते हैं। उस Currency का नाम है Bitcoin.

बिटकॉइन क्या है

आपने Bitcoin का नाम पहले भी सुना होगा। यह एक प्रकार की Cryptocurrency है। बिटकॉइन के अलावा और भी कई Cryptocurrencies हैं जिसका इस्तेमाल Online Transactions के लिए किया जाता है। लेकिन Bitcoin इन सभी में काफी लोकप्रिय है। इसीलिए इस पोस्ट में हम आपको बिटकॉइन क्या हैं विस्तार से बताने वाले हैं कि बिटकॉइन क्या है? बिटकॉइन कैसे काम करता है? बिटकॉइन कैसे कमाएं आदि।

बिटकॉइन क्या है?

दुनिया के सभी देशों की एक मुद्रा (Currency) है जैसे भारत की मुद्रा रुपया है, अमेरिकी मुद्रा डॉलर है वैसे ही बिटकॉइन भी एक मुद्रा है। यदि हम रुपये की बात करें तो का भौतिक रूप में उपयोग कर सकते हैं लेकिन हम केवल डिजिटल रूप में बिटकॉइन का उपयोग कर सकते हैं ।

Bitcoin ऐसी करेंसी है जिसे User द्वारा संचालित किया जाता है। इसे आप डिजिटल करेंसी या वर्चुअल करेंसी भी कह सकते हैं। क्योंकि ना ही आप इसे छू सकते हैं और ना ही इसे Physically देख सकते हैं। इसे Wallet में एक Ledger के रूप में Manage किया जाता है। इसे आप Wallet में Store करके रख सकते हैं और इसका आंकड़ा देख सकते हैं।

Bitcoin की कीमत में हमेशा उतार चढ़ाव होता रहता है। जैसे जैसे इसकी Demand बढ़ती है इसकी कीमत वृद्धि हो जाती है और Demand कम होते ही इसके मूल्य में गिरावट आ जाता है। लेकिन आपको बता दें की Bitcoin एक ऐसी Cryptocurrency है जिसका सबसे अधिक Demand रहता है।

बिटकॉइन कैसे कमाए?

बिटकॉइन कमाने के 3 तरीके हैं जो मैं आपको नीचे बता रहा हूं।

  • आप बिटकॉइन में निवेश कर सकते हैं और इसे खरीद सकते हैं।
  • आप कुछ बेच सकते हैं और इसके बजाय बिटकॉइन को Currency के रूप में ले सकते हैं।
  • आप बिटकॉइन माइनिंग कर सकते हैं जिसके लिए बहुत भारी प्रोसेसर और कंप्यूटर सिस्टम की आवश्यकता होती है और इतने भारी सिस्टम को चलाने के लिए बहुत अधिक बिजली की भी आवश्यकता होती है जिसे 24 घंटे चलाना पड़ सकता है।

दोस्तों बिटकॉइन की भी एक यूनिट होती है जिसे Satoshi कहते हैं। जैसे 1 रुपये में 100 पैसे होते हैं, वैसे ही 1 बिटकॉइन में 10 करोड़ Satoshi होते हैं।

चेतावनी :- दोस्तो इस पोस्ट में हमने आपको जो भी जानकारी दी है वो सिर्फ जानने के लिए है। हमारा लक्ष्य सभी दोस्तों को टेक्नोलॉजी के बारे में सरल शब्दों में समझाना है। जब आप बिटकॉइन की कीमत को बढ़ते हुए देखें तो लालच और प्रलोभन में निवेश न करें क्योंकि ज्ञान के बिना आपको केवल अंधेरा ही दिखाई देगा।

आखिरकार भारत समेत दुनियाभर को क्यों इतना पसंद आ रहा है Bitcoin, आज जान लीजिए ये राज़ की बातें

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Bitcoin News: साल 2015 में अगर किसी ने एक बिटकॉइन को 24 हजार रुपये में खरीदा होता तो आज उन्हें कुछ हजार नहीं बल्कि 50 लाख रुपये उसे बेचकर मिल जाते. ये सब सुनकर आपको अचंभा हो रहा है तो अब आपको इसकी पूरी जानकारी देते है. कहा तो ये जाता है कि साल 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद लोगों का भरोसा बैंकों और अन्य फाइनेंशियल इंसीट्यूशन से उठ गया था. क्योंकि रातोंरात अमेरिका के कभी ने डूबने वाले बैंक बंद हो गए थे. शेयर बाजार में भूचाल आ गया था. अमेरिका और जापान के साथ-साथ भारत जैसे देशों में भी बैंक और कई बड़ी कंपनियां डूबने की कगार पर पहुंच गई. लोगों की नौकरियां जाने लगी. क्योंकि बैंक ने आम लोगों से पैसा लेकर बैंक ज्यादा कमाई के लिए उसे बड़ी-बड़ी कंपनियों को बिना सोचे समझें लोन पर देते चले गए और वो कर्ज डूब गया. तभी Satoshi Nakamoto ने नए जमाने की करेंसी को लाने की सोची.

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