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Stock broker कंपनियों के शेयरों में क्यों बढ़ गई खरीदारी
पिछले 1 वर्ष से शेयर मार्केट में निवेशकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है लाखों की तादात में डीमेट अकाउंट प्रतिदिन खोले जा रहे हैं जिससे ब्रोकर कंपनियों की आमदनी बढ़ती जा रही है मौजूदा समय में कुछ रिसर्च तो nifty50 बैंक निफ़्टी बैंकिंग और फार्मा सेक्टर को छोड़कर ब्रोकर कंपनियों के शेयरों में निवेश करने की सलाह दे रहे हैं जो कि सही भी है क्योंकि ब्रोकर कंपनियों के ग्राहकों की संख्या डीमेट अकाउंट बढ़ने से मिलने वाली ब्रोकरेज से आय कई गुना तक बढ़ गई है इसीलिए stock broker कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है
और यह बढ़त आगे भी बनी रह सकती है क्योंकि मार्केट नीचे जाए या ऊपर जाए निवेशकों को ब्रोकरेज शुल्क तो देना ही पड़ेगा जिससे कंपनियों की आमदनी बढ़ती रहेगी फिर चाहे मार्केट लाल निशान में ही क्यों ना हो इससे ब्रोकरेज कंपनियों को कोई फर्क नहीं पड़ता हैं
मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए ब्रोकर कंपनियों में निवेश का यह सही समय भी हो सकता है
भारत की कुछ बेहतरीन स्टॉक ब्रोकर कम्पनियाँ
4 ANGEL BROKING
5 HDFC SECURITIES
7 KOTAK SECURITIES
और भी कई प्रमुख कंपनियां स्टॉक ब्रोकर का कार्य करती है जो इक्विटी कमोडिटी करेंसी फ्यूचर ऑप्शन में ट्रेडिंग करने की सहूलियत प्रदान करती हैं स्टॉक ब्रोकर कंपनियां brokerage के अतिरिक्त और भी कई प्रकार के चार्ज अपने ग्राहकों से लेती हैं जैसे डिमैट अकाउंट ओपनिंग charge / account maintenance charge और भी कई तरह के एनालिसिस चार्ज अपने ग्राहकों से वसूल करती हैं इसलिए स्टॉक ब्रोकर कंपनियों की आमदनी में और भी वृद्धि हो जाती है.
स्टॉक ब्रोकर कंपनियों में क्यों निवेश करें
Share market अपने लाइफटाइम हाई पर है शेयर बाजार में लगभग सभी सेक्टर जैसे बैंकिंग फार्मा स्टील सीमेंट केमिकल सेक्टरों के शेयरों में पहले से ही महंगाई देखी जा सकती है इसीलिए कोई एक सेक्टर या शेयर का चुनाव करना आसान नहीं है किंतु जिस प्रकार पिछले कुछ दिनों से डीमेट अकाउंट खोले गए हैं इससे ब्रोकर कंपनियों की आय निसंदेह बड़ी है इसलिए ब्रोकर कंपनियों के शेयरों में निवेश का यह सही फैसला हो सकता है
👉 निवेश के लिए स्टॉक ब्रोकर कंपनियों का चुनाव करने से पहले एनालिसिस फंडामेंटल के साथ-साथ और भी कई तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए जैसे कि डीमैट कंपनी के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की रेटिंग क्या है कंपनी के पास कितने ग्राहक हैं कंपनी का ट्रेडिंग शुल्क क्या है कुल मिलाकर कंपनी अन्य ब्रोकरेज कंपनियों से अलग हो और बेहतर सेवाएं प्रदान करती हो इस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियों के शेयरों में निवेश करने से बेहतरीन कमाई की जा सकती है
भारत के मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज की सूचीशेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार है जहाँ निवेशक कंपनियों द्वारा विभिन्न कंपनियों के शेयर, बांड और अन्य प्रतिभूतियों को ख़रीदा और बेचा जाता हैं। शेयर बाजार अनेक सुविधा प्रदान कर सकता है जैसे, मुद्दे और प्रतिभूतियों के मोचन और अन्य वित्तीय साधनों और पूंजी की घटनाओं आय और लाभांश का भुगतान। सन् 1875 में स्थापित मुंबई का शेयर बाजार (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) एशिया का पहला शेयर बाजार है। स्टॉक मार्केट को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा प्रबंधित और विनियमित किया जाता है।
भारत में सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त 23 स्टॉक एक्सचेंज हैं। इनमें दो बीएसई और एनएसई के राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज हैं। बाकी 21 रीजनल स्टॉक एक्सचेंज (RSE) हैं। सेबी द्वारा शुरू किए गए कड़े मानदंडों के कारण, देश में 20 आरएसई ने व्यापार से बाहर निकलने का विकल्प चुना। सेबी ने सुस्त कामकाज के कारण 09 जुलाई 2007 को सौराष्ट्र स्टॉक एक्सचेंज, राजकोट की मान्यता रद्द कर दी थी।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड :
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) भारत में प्रतिभूति और वित्त का नियामक बोर्ड है। सेबी के वर्तमान चेयरमैन अजय त्यागी है। सेबी की स्थापना भारत सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर 12 अप्रैल 1992 में गई थी। सेबी का मुख्यालय मुंबई में हैं और क्रमश: नई दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद में उत्तरी, पूर्वी, दक्षिणी व पश्चिमी क्षेत्रीय कार्यालय हैं।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के मुख्य कार्य:
सेबी का प्रमुख उद्देश्य भारतीय स्टाक निवेशकों के हितों का उत्तम संरक्षण प्रदान करना और प्रतिभूति बाजार के विकास तथा नियमन को प्रवर्तित करना है। सेबी को एक गैर वैधानिक संगठन के रूप में स्थापित किया गया जिसे SEBI ACT1992 के अन्तर्गत वैधानिक दर्जा प्रदान किया गया है। इसके निर्धारित कार्य निम्नलिखित हैं:-
स्टॉक ब्रोकिंग के बारे मे कितना जानते हैं आप? शेयर मार्केट की जानकारी रहती है इनके पास
आज के युग मे मार्केटिंग, बैंकिग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा।
दरअसल, स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रोसेस को 'स्टॉक ब्रोकिंग' कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट की फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छे करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5-10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यु 19-20 हजार करोड़ के आस-पास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग की फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
स्टॉक ब्रोकर किसे कहते हैं?
स्टॉक ब्रोकर वो होता है जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन के मामलों को देखता है। एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है, और आपके यह दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है।
वह अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहें उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करना चाहिए यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर करना हो तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है जिससे कि निवेश करने वाले व्यक्ति को फायदा हो।
कोर्सेसस्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग एंड फाइनेंस में डिप्लोमा कर सकते है। यह एक वर्ष का कोर्स होता है। इसमें बैंकिंग आपरेशंस, फाइने फाइनेस भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
योग्यता
ग्रेजुएशन कर चुके छात्र और ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के छात्र पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और स्टॉक ब्रोकर बनने की दिशा में अपना पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंक के साथ उर्तीण होना चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों को बिजनेस अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रा में रूचि होनी चाहिए।
प्रमुख संस्थान
गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
www.ignou.ac.in
टीकेडब्ल्यूएस इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस, नई दिल्ली,
www.tkwsibf.edu.in -
आज के युग मे मार्केटिंग, बैंकिग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा।
दरअसल, स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रोसेस को 'स्टॉक ब्रोकिंग' कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट की फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छे करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5-10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यु 19-20 हजार करोड़ के आस-पास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग की फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
स्टॉक ब्रोकर किसे कहते हैं?
स्टॉक ब्रोकर वो होता है जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन के मामलों को देखता है। एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है, और आपके यह दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है।
वह अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहें उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करना चाहिए यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश करना हो तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है जिससे कि निवेश करने वाले व्यक्ति को फायदा हो।
कोर्सेसस्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग एंड फाइनेंस में डिप्लोमा कर सकते है। यह एक वर्ष का कोर्स होता है। इसमें बैंकिंग आपरेशंस, फाइने फाइनेस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
योग्यता
ग्रेजुएशन कर चुके छात्र और ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के छात्र पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और स्टॉक ब्रोकर बनने की दिशा में अपना पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंक के साथ उर्तीण होना चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों को बिजनेस अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रा में रूचि होनी चाहिए।
शेयर बाजार से कौन कमाता है सबसे ज्यादा पैसा, इन 5 को आप जानते हैं?
हर कोई शेयर बाजार से पैसा बनाना चाहता है. पिछले कुछ महीनों में शेयर बाजार के प्रति रिटेल निवेशकों का झुकाव बढ़ा है. लेकिन अधिकतर लोग शेयर बाजार से पैसे नहीं कमा पाते हैं. कम अनुभव और बाजार की चाल को सही से नहीं समझ पाने के कारण स्टॉक मार्केट में नाकामी मिलती है. लेकिन कई ऐसे लोग हैं, जो बाजार की नब्ज को समझते हैं और आज देश से बड़े निवेशक माने जाते हैं. आज हम आपको 5 ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हर शेयर बाजार से करोड़ों कमाते हैं. एक तरह से ये शेयर बाजार के धनकुबेर हैं. (Photo: Getty Images)
1. राकेश झुनझुनवाला: राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) को शेयर बाजार (Stock Maket) में निवेश का 40 साल से ज्यादा का अनुभव है. वे जिस शेयर में हाथ डालते हैं, वो दौड़ने लगता है. निवेशक उनकी टिप्स को ऐसे फोलो करते हैं. झुनझुनवाला को भारतीय शेयर बाजार का वॉरेन बफे भी कहा जाता है. उन्होंने 18 साल की उम्र में ही शेयर बाजार में कदम रखा. (Photo: Getty Images)
झुनझुनवाला ने अपने करियर की शुरुआत महज 5,000 रुपये से की थी. दिग्गज निवेशक ने साल 1985 में दलाल स्ट्रीट (Dalal Street) का सफर शुरू किया था, तब BSE सेंसेक्स 150 अंक के स्तर पर था. राकेश झुनझुनवाला के मुताबिक 1988 में उनकी नेट वर्थ एक करोड़ रुपये थी, जो 1993 में बढ़कर 200 करोड़ हो गई. फोर्ब्स के मुताबिक आज राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala net worth) के पास 36,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की दौलत है. (Photo: Getty Images)
2. राधाकिशन दमानी: राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) लाइमलाइट से दूर रहते हैं. लेकिन बड़े निवेशक के तौर पर गिने जाते हैं. दमानी एक सफल निवेशक के साथ-साथ सफल बिजनसमैन भी हैं. डी-मार्ट नाम के रीटेल चेन के मालिक भी राधाकिशन दमानी हैं. भारत के रिटेल किंग कहे जाने वाले दमानी दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के भी गुरु हैं. शेयर बाजार में उनकी टिप्स को फोलो किया जाता है. राधाकिशन दमानी भारत के टॉप 10 अमीरों की लिस्ट में शामिल हैं. हाल ही में दमानी ने दक्षिण मुंबई के मलाबार हिल्स इलाके में 1,001 करोड़ रुपये का बंगला खरीदा था.
राधाकिशन दमानी ने शेयर बाजार में अपनी शुरुआत 1980 के दशक में की थी. उन्होंने 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी. राधाकिशन दमानी वह हमेशा सफेद कपड़े पहनते हैं और शेयर बाजार के दिग्गज निवेशकों के बीच 'मिस्टर व्हाइट एंड व्हाइट' के नाम से मशहूर हैं. उनकी सलाह है कि किसी भी शेयर में छोटी अवधि के लिए पैसा लगाने से बचें. एक सेक्टर के बजाए हर सेक्टर के अच्छे शेयरों पर नजर रखें. ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक राधाकिशन दमानी की दौलत 19.3 बिलियन डॉलर यानी 1.42 लाख करोड़ रुपये है. संपत्ति के मामले में दमानी दुनिया के अमीरों की सूची में 97वें स्थान पर आ गए हैं. दमानी ने इंडिया सीमेंट, वीएसटी इंडस्ट्रीज, ब्लूडार्ट, सिनेप्लेक्स कंपनियां और कुछ तंबाकू कंपनियों में निवेश किए हैं. राधाकिशन दमानी के पिता एक शेयर ब्रोकर थे.
3. डॉली खन्ना : पुरुषों के वर्चस्व वाले भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में एक महिला निवेशक ने भी अपना लोहा मनवाया है. चेन्नई की दिग्गज निवेशक डॉली खन्ना (Dolly Khanna) ने शेयरों से करोड़ों की कमाई कर यह उपलब्धि हासिल की है. डॉली ने अपने पति राजीव खन्ना (Rajiv Khanna) के साथ मिलकर शेयरों में निवेश से मोटी कमाई की है. डॉली खन्ना चमक-दमक से दूर रहती हैं.
डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो का प्रबंधन उनके पति राजीव खन्ना करते हैं. डॉली खन्ना के पास कई कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी है. मुथूट कैपिटल, टाटा मेटालिक्स, रेन इंडस्ट्रीज, बटरफ्लाइ गांधीमठी अप्लायंसेज, आरएसडब्ल्यूएम, श्रीकलाहस्ती पाइप्स. Polyplex Corporation, तिरुमला केमिकल्स, रेडिको खेतान (Radico Khaitan) और जेके पेपर (JK Paper) में निवेश हैं. डॉली खन्ना की फिलहाल 357.4 करोड़ रुपये की नेटवर्थ है. राजीव खन्ना का कहना है कि शेयर बाजार में सफलता के लिए सिर्फ मेरिट काफी नहीं है. थोड़ा किस्मत का भी साथ होना चाहिए.
4. रामदेव अग्रवाल (Raamdeo Agrawal): दिग्गज निवेशक और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंस सर्विसेज लिमिटेड (Motilal Oswal Financial Services) के प्रबंध निदेशक रामदेव अग्रवाल दलाल स्ट्रीट के मंझे हुए खिलाड़ी हैं. साल 1983 में सीए के पढ़ाई पूरी करने के बाद रामदेव अग्रवाल को कई नौकरियों के कई ऑफर आए. लेकिन भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर उन्होंने शेयर बाजार की राह चुनी. उन्होंने 25 साल पहले 4-5 लाख रुपये से निवेश की शुरुआत की थी. रामदेव का कहना है कि उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका बिजनेस अच्छा हो और उस बिजनेस को चलाने वाला मैनेजमेंट अच्छा हो. उनके पोर्टफोलियो में Maharashtra Scooters, Bharat Wire Ropes लिमिटेड और Motilal Oswal Financial Services लिमिटेड हैं.
5. अनिल कुमार गोयल : इस दिग्गज निवेशक को स्मॉलकैप शेयरों में खास दिलचस्पी है. क्वालिटी स्मॉलकैप शेयरों में निवेश कर मोटी कमाई करने में ये माहिर हैं. गोयल के पास बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स की कम से कम 30 कंपनियों में अच्छी-खासी हिस्सेदारी है. अनिल कुमार गोयल (Anil Kumar Goel) का जेबीएम ऑटो, श्रीकलाहस्ती पाइप्स, तिरुमला केमिकल्स, कॉस्मो फिल्म्स, द्वारिकेष शुगर इंडस्ट्रीज, ओपी चेन्स, सांघ्वी भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर मूवर्स और वर्धमान होल्डिंग्स में बड़ा निवेश किया है. गोयल की कुल नेटवर्थ (Anil Kumar Goel Net Worth) 1,330.9 करोड़ रुपये की है.
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