अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोना 0.1% बढ़कर 1,821.57 डॉलर प्रति औंस पर 0254 GMT था. अमेरिकी सोना वायदा 0.1% की मजबूती के साथ 1,823.10 डॉलर पर बंद हुआ.

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रेपो रेट बढ़ने के बाद Mutual Fund निवेशक क्‍या करें? लॉन्‍ग टर्म के लिए कहां लगाएं पैसा, जानें एक्‍सपर्ट की राय

Mutual Fund Investment: RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने मॉनेटरी पॉलिसी का एलान करते हुए यह भी संकेत दिए आगे भी ब्‍याज दरों में बढ़ोतरी जारी रह सकती है. ऐसे में म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) निवेशकों के लिए निवेश का कहां मौका बन रहा है.

Mutual Fund Investor after repo rate hike: RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने बुधवार (7 दिसंबर) को मॉनेटरी पॉलिसी जारी करते हुए रेपो रेट में 35 बेसिस प्‍वाइंट बढ़ोतरी का एलान किया है. अब रेपो रेट बढ़कर 6.25 फीसदी हो गई है. ब्‍याज दरों में बढ़ोतरी उम्‍मीद के मुताबिक रही. 2022 में अब तक रेपो सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल रेट में 225 bps (2.25%) का इजाफा हो चुका है. गवर्नर शक्तिकांता दास ने यह भी संकेत दिए हैं कि आगे भी ब्‍याज दरों में बढ़ोतरी जारी रह सकती है. यानी, आगे भी ब्‍याज दरें बढ़ने के संकेत साफ-साफ हैं. ऐसे में म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) निवेशकों के लिए निवेश का कहां मौका बन रहा है. निवेशकों को किस कैटेगरी के फंड्स में निवेश करना चाहिए.

म्‍यूचुअल फंड्स निवेशक क्‍या करें?

Edelweiss MF के CIO (Fixed Income) सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल धवल दलाल का कहना है, वैसे तो रेपो रेट में 35 बेसिस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी हुई है. लेकिन मार्केट पार्टिसिपेंट्स के एक समूह को यह 50 बेसिस प्‍वाइंट जितनी बढ़ोतरी महसूस हुई है. इसके चलते सभी यील्‍ड कर्व की सॉवरेन यील्‍ड्स में हल्‍की बढ़ोतरी रही. ऐसे में यह लॉन्‍ग टर्म फिक्‍स्‍ड इनकम एलोकेशन के लिए निवेश करने का एक मौका है. हमारा मानना है कि वित्‍त वर्ष 2024 में रिटेल महंगाई धीरे-धीरे नीचे आएगी और मार्च 2023 तक रिजर्व बैंक पॉलिसी रेट हाइक की यह साइकिल पूरी कर लेगा. टर्मिनल रेपो रेट 31 मार्च 2022 तक 6.25 फीसदी और 6.5 फीसदी के बीच सेटल होगा. उसके बाद FY24 में एक लंबा विराम होगा.

धवल दलाल का कहना है, वित्‍त वर्ष 2024 में बॉन्‍ड मार्केट के हमारे आउटलुक में कोई बदलाव नहीं है. इसके चलते बेंचमार्क 10 साल IGB यील्‍ड लॉन्‍ग टर्म एवरेज के आधार पर 7 फीसदी से 7.25 फीसदी के बीच सेटल होनी चाहिए. उन्‍होंने कहा कि लॉन्‍ग टर्म के फिक्‍स्‍ड इकनम एलोकेशन के ऑप्‍शन तलाश रहे निवेशकों को इस मौके का फायदा उठना चाहिए. यील्ड कर्व के मौजूदा टर्म स्‍ट्रक्‍चर से बेनेफिट के लिए 5 से 10 वर्षों में परिपक्व होने वाले टारगेट मैच्योरिटी फंड में आवंटन बढ़ाना सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल चाहिए.

Gold price today, 29 June 2022: लाल निशान में खुले सोना-चांदी, जानें- आपके शहर में आज किस भाव पर बिक रहा है 22Kt सोना?

Updated: June 29, 2022 11:34 AM IST

Gold

Gold price today, 29 June 2022: डॉलर में मजबूती आने से आज वायदा बाजार में सोने-चांदी के भावों में कमजोरी देखी जा रही है. एमसीएक्स सोना अगस्त वायदा 0.01 फीसदी की कमजोरी के साथ 50,825 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता हुआ देखा गया है. एमसीएक्स चांदी सितंबर वायदा 168 रुपये की गिरावट के साथ 60,025 सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल रुपये प्रति किलो पर कारोबार करता हुआ देखा गया है. सोने-चांदी में कामकाज काफी धीमा देखा गया है.

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बता दें, मंगलवार को सोना 50,822 रुपये प्रति किलो पर सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल बंद हुआ था. जबकि चांदी सितंबर वायदा 60,193 रुपये प्रति किलो पर निपटा था.

जानें- देश के प्रमुख शहरों में सोने के रेट

22 कैरेट सोने की कीमत 47,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर अपरिवर्तित रही, जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत भी 51,980 रुपये पर कारोबार कर रही थी. चेन्नई में 22 कैरेट सोने के रेट 47,700 रुपये प्रति 10 ग्राम, मुंबई में 22 कैरेट सोने के रेट 47,650 रुपये प्रति 10 ग्राम, दिल्ली में 22 कैरेट सोने के रेट 47,650 रुपये प्रति 10 ग्राम, कोलकाता में 22 सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल कैरेट सोने के रेट 47,650 रुपये प्रति 10 ग्राम, बेंगलुरु में 22 कैरेट सोने के रेट 47,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर हैं. लखनऊ में 22 कैरेट सोने के रेट 47,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर हैं.

वहीं, मुंबई में चांदी के भाव 59,400 रुपये प्रति किलो पर हैं. कोलकाता में चांदी के रेट 65,300 रुपये प्रति किलो पर हैं. दिल्ली में चांदी के भाव 59,400 रुपये प्रति किलो पर हैं.

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Hathras News: मसालों की महंगाई ने बिगाड़ा खाने का जायका, गड़बड़ा गया किचन का बजट

बाजार में बिकने के लिए रखे मसाले

हाथरस में मसालों पर छाई महंगाई ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़कर रख दिया है। सबसे ज्यादा लाल मिर्च के दाम लोगों को रुला रहे हैं। वर्तमान में लाल मिर्च 300 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। कारोबारी इसकी वजह तमिलनाडु में आए तूफान के कारण फसल का प्रभावित होना बता रहे हैं।

कई मसालों पर महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। कुछ मसालों के दामों में हुई वृद्धि से ग्राहकों की जेब पर बोझ सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल बढ़ गया है। बीते दिनों तमिलनाडु में तूफान आया था। वहां मिर्च की फसल अधिक होती है। जिससे मिर्च की फसल खराब हो गई। पिछले माह लाल मिर्च के रेट 260 रुपये प्रतिकिलो थे। अब इसके रेट 300 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। मिर्च के दामों में 40 रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है। जीरे के दाम 260 रुपये से बढ़कर 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं।

विस्तार

हाथरस में मसालों पर छाई महंगाई ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़कर रख दिया है। सबसे ज्यादा लाल मिर्च के दाम लोगों को रुला रहे हैं। वर्तमान में लाल मिर्च 300 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। कारोबारी इसकी वजह तमिलनाडु में आए तूफान के कारण फसल का प्रभावित होना बता रहे हैं।

कई मसालों पर महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। कुछ मसालों के दामों में हुई वृद्धि से ग्राहकों की जेब पर बोझ बढ़ गया है। बीते दिनों तमिलनाडु में तूफान आया था। वहां मिर्च की फसल अधिक होती है। जिससे मिर्च की फसल खराब हो गई। पिछले माह लाल मिर्च के रेट 260 रुपये प्रतिकिलो थे। अब इसके रेट 300 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। मिर्च के दामों में 40 रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है। जीरे के दाम 260 रुपये से बढ़कर 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं।

गड़बड़ा गया किचन का बजट
मिर्च व अन्य मसालों के दामों में हुई वृद्धि से किचिन का बजट गड़बड़ा रहा है। इस कारण कम खरीद कर काम चला रहे हैं। दुकानदार रेट बढ़ने के बारे में कोई सही जवाब नही देते हैं।
-राजकुमारी शर्मा, गृहिणी
सब्जी में मसालों से स्वाद बढ़ता है। अब खाद्य वस्तुओं के साथ मसालों के बढ़े दाम मुश्किल में डाल रहे हैं। मिर्च व कुछ मसाले के बढ़े दामों से रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है।

[ लाल मिर्च मंडी भाव 2022 ] जानिए साबूत सूखी लाल मिर्च का भाव क्या चल रहा है – Lal Mirch Mandi Bhav Today

इस बार सूखी लाल मिर्च की रेट मे काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, किसानों का मानना है की भाव तो तेज है लेकिन इस बार फसल को कीड़ा रोग लगने के कारण उत्पादन कम हुआ है | देश मे साबूत लाल मिर्च का व्यापार भी हर दिन अच्छी मात्रा मे होता है | लाल मिर्च का कृषि व्यापार सर्वोधिक दक्षिण भारत के तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान मे माना जाता है |

आइए जानते है आज प्रमुख मंडियों मे लाल मिर्च के मंडी भाव क्या रहे है –

लाल-मिर्च-मंडी-भाव-आज-का

15 दिसम्बर 2022 भारत, मध्यप्रदेश, सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान की प्रमुख मंडियों में लाल सूखी मिर्च के भाव इस प्रकार है –

लाल सूखी मिर्च आवक मंडियाँअधिकतम भाव रु / क्विंटल मे
महाराष्ट्र – मुंबई50000/-
कर्नाटक लाल मिर्च – बैडगी क्वालिटी21800/-
हुबली मंडी 19800/-
तेलंगाना – वरंगल लाल मिर्च मीडियम15400/-
नंदुरबार मंडी लाल मिर्ची के भाव12500/-
गुन्टूर आंध्रप्रदेश – सामान्य23000/-
राजस्थान – कुकरखेडा19700/-
तेजा क्वालिटी लाल मिर्च – गुन्टूर आंध्रप्रदेश 17100/-
जामनगर गुजरात21080/-
राजकोट लाल मिर्च21090/-
लाल मिर्च मंडी भाव पलक्कड़ केरल 29100
मध्यप्रदेश लाल मिर्च मंडी भाव19500/- के आस-पास
उत्तरप्रदेश सामान्य क्वालिटी लाल मिर्च13900/- के आस-पास

लाल मिर्च की खेती सबसे ज्यादा कहाँ होती है?

हरी हो या फिर सूखी लाल मिर्च के उत्पादन सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल में दक्षिणी भारत के तेलंगाना और आंध्र प्रदेश मे सर्वोधिक खेती होती है – कुल मिर्च के उत्पादन मे दोनों राज्य लगभग 55% हिस्सेदारी रखते है |

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अब घर बनाना होगा महंगा, सरकार ने लाल ईंट पर बढ़ाई GST की दर, जानें – क्या होगा नया रेट

Bricks GST increase

डेस्क : एक बार फिर से आम लोगों जेब पर जबरदस्त अटैक होने वाला है। आपको बता दें कि अब घर बनाने में लोगो को पहले से ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। लाल ईट की कीमत में जबरदस्त उछाल हो गया है। दरअसल, सरकार ने ईंट भट्टा कारोबारी पर जीएसटी (GST) की दर में बदलाव किया है। इस वजह से कई लोगों को परेशानी हो रही है।

31 मार्च तक ईंटों के निर्माण और व्यापार पर 5% GST लगता था। लेकिन, अब वह 1 अप्रैल से बढ़कर 6% हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, ईंट भट्ठा कारोबारी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के बिना छह प्रतिशत जीएसटी देने सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल के लिए एक समग्र (कंपोजीशन) योजना को चुन सकते हैं। जो कारोबारी कंपोजीशन योजना का विकल्प सर्वश्रेष्ठ रेटेड दलाल नहीं चुनना चाहते हैं, उन पर आईटीसी के साथ 12 प्रतिशत वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगेगा।

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