क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी | What Is Cryptocurrency In Hindi

क्या आप जानना चाहते हैं क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी में? जैसे कि आप जानते हैं आजकल क्रिप्टो करेंसी का बहुत सारा खबर यह वहां फैले हुए हैं। इस वजह से हर कोई क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानना चाहते हैं। और कुछ लोग तो यह भी जानना Cryptocurrency का भविष्य चाहते हैं इंडिया के अंदर Cryptocurrency में कैसे निवेश किया जाए जिससे उन लोगों को फायदा हो। क्योंकि आप में से जो भी लोग क्रिप्टो करेंसी एवं इसकी अचानक शेयर बरने का खबर पाते हैं तो इस Crypto Currency में निवेश करने के लिए तुरंत सोचते रहते हैं।

इसलिए आज हम इस लेख में क्रिप्टो करेंसी के अंदर की सारी खबर को आज इस लेख में विस्तार से आलोचना करेंगे एवं आपको यह भी बताएंगे अगर आप इंडिया में रहकर Cryptocurrency को खरीदना चाहते हैं तो किस किस प्लेटफार्म के जरिए खरीद सकते हैं वह भी जीरो एक्स्ट्रा चार्जेस के। तो अगर आप क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी में विस्तार में जानना चाहते हैं तो हमारी इस लेख को अंत तक आप अच्छी तरीके से परे।

Table Of Contents

क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी | What Is Cryptocurrency In Hindi

अभी आप में से बहुत लोग यह सोच रहे होंगे कि अगर क्रिप्टो करेंसी एक बायनरी कोडिंग का कंबीनेशन है तो वह कभी भी कहीं भी इस को हैक किया या फिर डिलीट किया जा सकता है। इस चीज को ध्यान में रखते हुए आजकल हर एक Cryptocurrency का ट्रांजैक्शन को एक से अधिक डिवाइस में सेव किया जाता है, जिससे अगर कोई भी एक डिवाइस खराब हो जाए तो कोई भी यूजर का ट्रांजैक्शन डीटेल्स रिकॉर्ड डिलीट Cryptocurrency का भविष्य ना हो।

क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी बताये

क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके बारे में और भी तथ्थ जाना है तो – क्रिप्टो करेंसी एक पेपर लेस यानी कि डिजिटल Currency के रूप में जाना जाता है जिसको आप डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी बोल सकते हैं। जब क्रिप्टो करेंसी का पहले लांच हुआ था तब हर एक क्रिप्टो करेंसी सेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी की तरह काम करता था। लेकिन उसके दो-तीन साल बाद जब इस प्रकरण से के ऊपर कुछ नियम एवं एक सेंट्रल बोर्ड घटित हुए उसके बाद ही हर एक क्रिप्टो करेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी के अंदर लाया गया।

बिटकॉइन कैसे खरीदें

अभी आप सोच रहे होंगे कि यह सेंट्रलाइज्ड एवं डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या होता है। Crypto Currency का सेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी का मतलब यह है कि अगर आप कोई भी सेंट्रलाइज्ड क्रिप्टो करेंसी में ट्रांजैक्शन करते हैं तो उसका डिटेल्स सिर्फ उसका ओनर के डिवाइस में ही रहेगा।

दूसरी और अगर आप कोई भी डिसेंट्रलाइज्ड Cryptocurrency टेक्नोलॉजी में कोई भी क्रिप्टो करेंसी को खरीदते हैं या सेल करते हैं तो उसका डिटेल्स बहुत सारे कंप्यूटर में ब्लॉक चीन की तरह सेव रहेगा जिससे आपका ट्रांजैक्शन एवं आपका पैसा सेवी एवं सिक्योर रहे।

क्रिप्टो करेंसी Formal Information

कुछ क्रिप्टो करेंसी विशेषण के द्वारा दिया गया तथ्य के अनुसार Cryptocurrency कुछ चीजों के ऊपर निर्भर करके काम करता है। अगर आप क्रिप्टो करेंसी क्या है यह विस्तार से जानना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए यह चीजों को भी अच्छी तरीके से समझना होगा।

  • कोई भी क्रिप्टो करेंसी ओनर का सिस्टम सेंट्रलाइज्ड अथॉरिटी ना भी हो तो भी चलेगा एवं यह पूरा डिस्ट्रीब्यूशन प्रोसेस के ऊपर काम करता है.
  • क्रिप्टो करेंसी का जो भी सिस्टम है वह क्रिप्टो यूनिट एवं क्रिप्टो ओनरशिप के द्वारा ही पता चलता है.
  • Crypto Currency का हर एक ओनरशिप एवं अन्य डिटेल्स क्रिप्टोग्राफ के द्वारा ही का चलता है.

क्रिप्टो कॉइन खरीदने का फायदा

अभी आप में से बहुत लोग Cryptocurrency के बारे में जानने के बाद तुरंत ही क्रिप्टो कॉइन खरीदने के लिए उत्साहित हो गए होंगे। लेकिन हम चाहते हैं आप कोई भी क्रिप्टो कॉइन खरीदने से पहले इसका फायदा क्या है एवं आप कौन सी Crypto Coins खरीदने पर भविष्य में उससे अच्छा खासा लाभ हो सकता है इस विषय में जानना बहुत ही जरूरी है। इस विषय में बातचीत करने से पहले हम आपको दो ऐसे प्लेटफार्म का लिंक दे रहे हैं जिससे आप Zero Extra Charges पर ही कोई भी क्रिप्टो कॉइन खरीद सकते हैं। वह दोनों क्रिप्टो करेंसी खरीदने का प्लेटफार्म का लिंक नीचे दिया गया है –

आप ऊपर दिए गए दोनों में से कोई भी एक क्रिप्टो प्लेटफार्म के द्वारा इंडिया में रहकर ही कोई भी क्रिप्टो कॉइन खरीद सकते हैं, जो आपको भविष्य में अच्छा खासा मुनाफा दे सकता है। हम आशा करते हैं क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी में जानने के बाद आप यह दोनों प्लेटफार्म को जरूर इस्तेमाल करके कोई ना कोई Crypto Coin भविष्य के फायदे के बारे में सोच कर जरूर खरीदेंगे।

भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है?

भारत में Cryptocurrency का भविष्य बहुत बड़ा है क्योंकि आजकल बहुत सारे युवा इस क्रिप्टो करेंसी में बहुत निवेश कर रहे हैं। इस

क्रिप्टो करेंसी कितने प्रकार की होती है?

अभी के टाइम पर क्रिप्टो करेंसी 100 से भी अधिक प्रकार का मार्केट में अवेलेबल है।

क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी में?

Crypto Currency एक डिसेंट्रलाइज्ड बायनरी कोडिंग टेक्नोलॉजी है जिसको हम मनी एक्सचेंज के रूप में यूज करते हैं।

सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?

अभी तक का सबसे सस्ता क्रिप्टो करेंसी का नाम है शिबा इनु (Shiba Inu)।

इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?

अभी इंडिया की कोई भी क्रिप्टो करेंसी नहीं है क्योंकि इंडिया में Cryptocurrency पूरी तरह से बैन है।

निष्कर्ष

तो आज आप इस लेख में क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी (What Is Cryptocurrency In Hindi) में डिटेल में ज्ञान आ चुके हैं। आशा करता हूं अगर आपके मन में क्रिप्टो करेंसी को लेकर कुछ भी प्रश्न था तो हमारे इस लेख को पढ़ने के बाद वह सारे प्रश्न का उत्तर आपको मिल गया होगा। इसके अलावा भी अगर आपके मन में Crypto Currency को लेकर कुछ भी दुविधा है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना प्रश्न पूछ सकते हैं।

GovtsYojana वेबसाइट में आपका स्वागत है। हम इस वेबसाइट में सरकारी योजना, बिजनेस-लोन, सरकारी नौकरी एवं ट्रेंडिंग टॉपिक्स को लेकर आलोचना करते हैं।

आप GovtsYojana वेबसाइट को नियमित भीजिट करके हिंदी भाषा में यह सारे जानकारी पा सकते हैं।

भारत में Crypto का भविष्य क्या? इस एक बिल से प्रभावित होंगे 40 करोड़ लोग

एक आंकड़े के अनुसार भारत की कुल GDP का 3% और भारत के वार्षिक बजट का 17% पैसा लोगों ने Crypto में लगा रखा है. भारत में इस समय करीब 10 ऐसे प्रमुख Crypto Exchanges हैं, जिनके जरिए लोग क्रिप्टो करेंसी खरीदते हैं या बेचते हैं. इसके बदले में ये Exchanges निवेशकों से फीस वसूलते हैं. हालांकि ये फीस बहुत मामूली होती है. लेकिन यही Crypto Exhanges की कमाई का सबसे बड़ा जरिया है.

  • 40 करोड़ लोगों को प्रभावित करेगा Crypto बिल
  • GDP का 3% और भारत के बजट का 17% पैसा Crypto में
  • भारत में क्रिप्टो कंपनियों ने छापे करोड़ों-अरबों रुपये

alt

5

alt

5

alt

3

alt

7

भारत में Crypto का भविष्य क्या? इस एक बिल से प्रभावित होंगे 40 करोड़ लोग

नई दिल्ली: भारत सरकार सभी प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currencies) पर प्रतिबंध लगा सकती है. मंगलवाक को एक घंटे में ही Bitcoin समेत तमाम क्रिप्टो करेंसी की कीमतें 15 से 20 प्रतिशत तक गिर गई थीं. हालांकि बुधवार को जब ये सुगबुगाहट हुई कि सरकार क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की बजाय इसे नियंत्रित कर सकती है तब क्रिप्टो का बाजार कुछ बेहतर हुआ और Crypto Currencies की कीमतों में थोड़ा सुधार आया.

40 करोड़ लोगों को प्रभावित करेगा बिल

लेकिन ये सब कयास हैं क्योंकि सरकार ने अभी औपचारिक रूप से स्पष्ट नहीं किया है कि Crypto Currecny पर लाए जा रहे नए बिल में क्या होगा? लेकिन एक बात स्पष्ट है कि जो भी फैसला सरकार लेगी, उसका असर भारत के उन 10 करोड़ लोगों पर जरूर पड़ेगा, जिन्होंने किसी ना किसी क्रिप्टो करेंसी में अपना पैसा निवेश किया हुआ है. अगर ऐसा मान लिया जाए कि एक परिवार में औसतन 4 से 5 सदस्य भी हैं तो ये बिल प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भारत के 40 करोड़ लोगों को प्रभावित करेगा.

भारतीयों पर क्रिप्टो बैन का इतना असर

Crypto पर प्रतिबंध की खबर आने के बाद से लोग उन एक्सचेंजेस की तरफ भी देख रहे हैं, जिनके जरिए भारत के लोगों ने Digital Currecny में 70 हजार करोड़ रुपये निवेश किए हुए हैं. हालांकि Crypto Exchanges तो ये दावा भी करते हैं कि इस बाजार में भारतीयों के 6 लाख करोड़ रुपये लगे हुए हैं. अगर ये बात सही है तो आप कह सकते हैं कि भारत की कुल GDP का 3% और भारत के वार्षिक बजट का 17% पैसा लोगों ने Crypto में लगा रखा है. भारत में इस समय करीब 10 ऐसे प्रमुख Crypto Exchanges हैं, जिनके जरिए लोग क्रिप्टो करेंसी खरीदते हैं या बेचते हैं. इसके बदले में ये Exchanges निवेशकों से फीस वसूलते हैं. हालांकि ये फीस बहुत मामूली होती है. लेकिन यही Crypto Exhanges की कमाई का सबसे बड़ा जरिया है.

सवालों के घेरे में क्रिप्टो एक्सचेंजेस

जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि भारत पूरी दुनिया में Crypto का सबसे बड़ा बाजार है और भारत में जितने लोगों ने शेयर मार्केट में पैसा नहीं लगाया है, उससे कई गुना ज्यादा लोगों ने पिछले 2 वर्षों में क्रिप्टो में निवेश किया है और निवेशकों की इतनी बड़ी संख्या के दम पर ही भारत की वो कंपनियां फल-फूल रही हैं, जो खुद को Crypto Exchange कहती हैं. आज इनमें से ज्यादातर कंपनियों के मालिकों या फिर बड़े अधिकारियों के भी बयान आए हैं. किसी ने इस बात का भरोसा दिया है कि सरकार क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाएगी, तो किसी ने कहा है कि निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और ऐसे ही एक एक्सचेंज के मालिक ने तो खुद ट्विटर पर लोगों से पूछा कि अगर सरकार ने क्रिप्टो को बैन कर दिया तो जो डिजिटल करेंसी पहले से चलन में है उनका क्या होगा? इसका सीधा जवाब तो किसी के पास नहीं है लेकिन इतना तो तय है कि अगर क्रिप्टो Cryptocurrency का भविष्य पर प्रतिबंध लगा तो आप अपने बैंक या किसी भी UPI वॉलेट के जरिए क्रिप्टो करेंसी नहीं खरीद पाएंगे और ना ही खरीदी गई क्रिप्टो करेंसी को रुपयों में बदल पाएंगे.

भारत में करोड़ों छाप रहीं कंपनियां

अब क्रिप्टो के निवेशक तो शायद रातों रात करोड़पति नहीं बन पाएंगे लेकिन क्रिप्टो एक्सचेंजेस की शुरुआत करने वाले कई लोग पिछले 2-3 वर्षों में करोड़पति जरूर बन गए हैं. उदाहरण के लिए वर्ष 2018 में Wazir X नाम के क्रिप्टो एक्सचेंजे की शुरुआत करने वाले 35 वर्ष के निश्चल सेठी इस समय करीब 38 करोड़ रुपयों के मालिक हैं. यहां हम एक बात स्पष्ट कर दें कि ये आंकड़े हमें अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स से मिले हैं और हम इसकी पुष्टि नहीं करते. लेकिन जो कंपनियां विज्ञापनों पर इतना खर्च कर रही हैं, जाहिर है उन्हें कहीं से तो मुनाफा हो ही रहा होगा और वो करोड़ों रुपये कमा भी रही होंगी. इसी तरह भारत में एक विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंजे काम करता है, जिसका नाम है Coin Base. इस कम्पनी ने इसी साल भारत में काम करना शुरू किया है और अब इसके मालिक ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग 49 हजार करोड़ रुपये के मालिक बन चुके हैं. इसी तरह भारत के दो क्रिप्टो एक्सचेंजेस Coin Switch और Coin DCX अब Unicorn में बदल चुके हैं यानी इनका बाजार मूल्य 7 हजार 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का हो चुका है.

कंपनियों ने कैसे छापे बेहिसाब नोट?

वर्ष 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भारत में क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाया था, जिसे 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया था और इतने कम समय में ही करोड़ों निवेशकों के दम पर ये क्रिप्टो एक्सचेंजेस का काम करने वाली कंपनियां हजारों करोड़ रुपये की कंपनियों में बदल गईं और इनके मालिक करोड़पति और अरबपति बन गए. आपने TV पर क्रिप्टो एक्सचेंजेस के विज्ञापन जरूर देखे होंगे, जिनमें आपको बार-बार ये भरोसा दिलाया जाता है कि इसमें निवेश करना बिल्कुल सरल और सुरक्षित है. वर्ष 2021 में ही इन विज्ञापनों पर 150 से 180 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, और इंटरनेट पर विज्ञापनों का जो बाजार है, उसमें इसी साल जनवरी के महीने तक क्रिप्टो एक्सचेंजेस के विज्ञापनों की हिस्सेदारी 6% थी. जो इसी साल जुलाई तक बढ़कर 46% हो गई.

तब तक करिए बस इतना सा काम

हाल ही में हुए T-20 World Cup के दौरान भी सिर्फ दो कंपनियों ने ही TV पर 50 करोड़ रुपये के विज्ञापन दिए थे. जाहिर है कि आम निवेशकों की तरह ये कंपनियां भी क्रिप्टो पर बड़ा दांव खेल रही थीं. लेकिन Crypto के निवेशकों के हाथ शायद अब कुछ ज्यादा नहीं लगने वाला. इस पर आज बहुत सारी प्रतिक्रियाएं भी आई हैं. हालांकि अभी तो ये बिल आने में थोड़ा समय है और एक बार जब ये बिल संसद में पेश होगा तभी स्पष्ट होगा कि भारत में क्रिप्टो का भविष्य क्या है. तब तक अपने निवेश को नियंत्रित कीजिए और अगर आपको आपके निवेश का भविष्य खतरे में लगता है तो अपना पैसा निकाल लीजिए.

भारत में Cryptocurrency के भविष्य को लेकर कन्फ्यूजन में सरकार, जानें कहां आ रही है दिक्कतें

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर सरकार ये तय नहीं कर पा रही है कि इसे इजाजत देनी चाहिए या नहीं. इसके लिए एक संसदीय समिति का भी गठन किया गया है, जो हर पहलू की पड़ताल करने में जुटी हुई है.

भारत में Cryptocurrency के भविष्य को लेकर कन्फ्यूजन में सरकार, जानें कहां आ रही है दिक्कतें

भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य कैसा होगा, इसे लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी ही होगी. फिलहाल, देश में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर किसी भी चिंता का समाधान निकलता नहीं दिखाई दे रहा है. जहां एक तरफ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बार-बार चेतावनी दे रहा है तो वहीं दूसरी ओर सरकार इस पर कुछ भी स्पष्ट नहीं कह पा रही है. आलम ये है कि क्रिप्टोकरेंसी पर आने वाला प्रत्येक नया बयान, देश में क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों की समस्याएं सुलझाने के बजाय और उलझा दे रहा है.

बताते चलें कि बीते सोमवार को पूर्व वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा की अध्यक्षता में संसदीय समिति ने देश में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर एक्सचेंजों, ब्लॉक चेन, क्रिप्टो एसेट्स काउंसिल (बीएसीसी), उद्योग निकायों और अन्य हितधारकों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की थी. इस बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर बैन तो नहीं लगाया जा सकता है, हालांकि इसे रेगुलेट जरूरत किया जा सकता है. जबकि RBI का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बहुत ही सावधानी से विचार करना चाहिए.

RBI को किस बात की है टेंशन

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की सही संख्या नहीं बताई जा रही है. इसमें इन्वेस्ट करने वालों की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है.

भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर RBI द्वारा उजागर की जा रही समस्याओं को मानने के लिए निवेशक तैयार नहीं हो रहे हैं.

क्रिप्टोकरेंसी में मोटा मुनाफा कमाने के लालच में देश के निवेशक बड़ा जोखिम उठा रहे हैं.

कहां फंस रही है सरकार

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर सरकार ये तय नहीं कर पा रही है कि इसे इजाजत देनी चाहिए या नहीं. इसके लिए एक संसदीय समिति का भी गठन किया गया है, जो हर Cryptocurrency का भविष्य पहलू की पड़ताल करने में जुटी हुई है. समिति का कहना है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से रोक लगाना सही नहीं है लेकिन इसके लिए रेगुलेशन भी बहुत जरूरी है.

मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाना तकरीबन नामुमकिन है. आपको जानकर हैरानी होगी कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले भारतीयों के पास 15 अरब डॉलर से भी ज्यादा की होल्डिंग है. लिहाजा, सरकार इसे लेकर रेगुलेशन तो जरूर लाएगी लेकिन कब लाएगी, इसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार देश में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को ई-कॉमर्स फर्म का दर्जा दे सकती है. दरअसल, सरकार भी क्रिप्टोकरेंसी के जरिए अपना खजाना भरना चाहती है. सरकार इस पर 1 फीसदी टीसीएस वसूलने की प्लानिंग में है.

Bitcoin की कीमतों में गिरावट के बीच अनुमान, साल 2030 तक इसके 1 अरब यूजर्स होंगे

रिपोर्ट में कहा गया है कि शायद बिटकॉइन को पिछली तकनीकों की तुलना में तेजी से अपनाया जाएगा.

Bitcoin की कीमतों में गिरावट के बीच अनुमान, साल 2030 तक इसके 1 अरब यूजर्स होंगे

फिलहाल बिटकॉइन नेटवर्क के एक्टिव यूजर्स की संख्या दुनिया की आबादी का लगभग 0.36% होने का अनुमान है।

खास बातें

  • क्रिप्‍टो मार्केट बीते कुछ महीनों से Cryptocurrency का भविष्य Cryptocurrency का भविष्य अनिश्‍चितता का दौर देख रहा है
  • बिटकॉइन 30 हजार डॉलर के मार्क से भी बहुत नीचे चली गई है
  • इसके बाद भी भविष्‍य को लेकर किए गए अनुमान सकारात्‍मक हैं

दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट आई है और यह 30 हजार डॉलर के मार्क से भी बहुत नीचे चली गई है. कभी 48 हजार डॉलर की ऊंचाई को छूने वाला बिटकॉइन आज निवेशकों की चिंता बढ़ा रहा है. ज्‍यादातर क्रिप्‍टोकरेंसीज (Cryptocurrency) लाल निशान पर बनी हुई हैं. इन सबके बीच आई एक रिपोर्ट हौसला बढ़ाने वाली है. ब्लॉकचेन Cryptocurrency का भविष्य इन्फ्रास्ट्रक्चर और बिटकॉइन माइनिंग फर्म, ब्लॉकवेयर सॉल्यूशंस (Blockware Solutions) ने बिटकॉइन को अपनाने की स्‍पीड का विश्लेषण करते हुए एक रिपोर्ट रिलीज की है और बताया है कि आगे क्या होने की उम्मीद है. फर्म ने अनुमान लगाया है कि साल 2030 तक कम से कम 1 अरब बिटकॉइन यूजर्स होंगे और 10 फीसदी दुनिया इस नेटवर्क को इस्‍तेमाल कर रही होगी.

cryptopotato ने फर्म की प्रेस रिलीज के हवाले से अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि शायद बिटकॉइन को पिछली तकनीकों की तुलना में तेजी से अपनाया जाएगा. फर्म को उम्मीद है कि 10 फीसदी दुनिया सिर्फ 8 साल में इस नेटवर्क में शामिल हो जाएगी.

ब्लॉकवेयर सॉल्यूशंस के लीड इनसाइट एनालिस्‍ट विल क्लेमेंटे ने एक इंटरव्‍यू में कहा है कि आने वाले साल में बिटकॉइन नेटवर्क का असर असाधारण होगा. रिपोर्ट में यह भी तर्क दिया गया है कि यूजर्स अडॉप्‍टेशन से बिटकॉइन की कीमतों पर पॉजि‍टिव असर पड़ता है. फिलहाल बिटकॉइन नेटवर्क के एक्टिव यूजर्स की संख्या दुनिया की आबादी का लगभग 0.36% होने का अनुमान है.

रिपोर्ट कहती है कि जिस तरह दुनिया ने ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक पावर जैसी Cryptocurrency का भविष्य तकनीकों को अपनाया, उससे भी तेजी से बिटकॉइन को अपनाने का अनुमान है. हालांकि रिपोर्ट के लेखकों ने इस बात पर जोर दिया है कि इस भविष्यवाणी के लिए उन्‍होंने जो Cryptocurrency का भविष्य मॉडल इस्तेमाल किया है, वह सिर्फ वैचारिक है. इससे वह निवेशकों को किसी तरह की कोई सलाह नहीं दे रहे.

गौरतलब है कि पिछले कुछ साल में क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने का चलन तेजी से बढ़ा है. ग्‍लोबल क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट गेटवे ट्रिपलए (TripleA) के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में ग्‍लोबल क्रिप्टो ओनरशिप रेट दुनिया भर में 300 मिलियन से अधिक क्रिप्टो यूजर्स के साथ 3.9 फीसदी तक पहुंच गया है. ब्लॉकचेन डेटा प्लेटफॉर्म Chainalysis ने पिछले साल खुलासा किया था कि जुलाई 2020 से जून 2021 तक बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने में 881% की बढ़ोतरी हुई. वियतनाम में इसे सबसे ज्‍यादा अपनाया गया और इसके बाद भारत और पाकिस्तान का स्थान है.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज जेमिनी के भी एक सर्वे में पता चला था कि साल 2021 में भारत, ब्राजील और हांगकांग जैसे देशों में क्रिप्टो अपनाने में बढ़ोतरी हुई है. इन देशों में बड़ी संख्‍या में लोगों ने क्रिप्‍टो में निवेश शुरू किया है.

रेटिंग: 4.88
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 256