Stock Market : इन पेनी स्टॉक्स में लगा अपर सर्किट

दलाल पथ पर ‘काला सोमवार’, सेंसेक्स ने लगाया 1,747 अंक का गोता, बैंकिंग शेयर गिरे

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारत में एबीजी शिपयार्ड घोटाले, महंगाई दर में बढ़ोतरी और रूस-यूक्रेन में तनाव बढऩे के बीच सोमवार को शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज हुई और सेंसेक्स 1,700 अंक से अधिक टूट गया। निफ्टी भी 17,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। रूस-यूक्रेन तनाव के बीच वैश्विक स्तर पर निवेशक जोखिम वाली संपत्तियों से निकल रहे हैं।

कारोबारियों ने कहा कि रुपये में गिरावट और विदेशी कोषों की निकासी से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,747.08 अंक या तीन प्रतिशत के नुकसान से 56,405.84 अंक पर आ गया। यह 26 फरवरी, 2021 के बाद सेंसेक्स में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। सेंसेक्स लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में नीचे आया है। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 531.95 अंक या 3.06 प्रतिशत टूटकर 17,000 अंक से नीचे 16,842.80 अंक पर बंद हुआ। इस साल निफ्टी पहली बार 17,000 अंक से नीचे आया है।


सेंसेक्स सिर्फ दो सत्रों में 2,520.19 अंक टूट चुका है। इन दो दिन में निवेशकों की पूंजी 12. 38 लाख करोड़ रुपये से अधिक घटी है। बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,55,42,725.42 करोड़ रुपये पर आ गया है। सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी र्सिवसेज (टीसीएस) को छोड़कर अन्य सभी कंपनियों के शेयर नीचे आए। टाटा स्टील का शेयर सबसे अधिक 5.49 प्रतिशत टूटा।

एचडीएफसी, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक और मारुति के शेयर भी नुकसान में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका और रूस के बीच यूक्रेन को लेकर तनाव बढऩे से कच्चे तेल के दामों में तेजी आई। इसके चलते निवेशकों ने जोखिम वाली संपत्तियों से दूरी बनाई। फेडरल रिजर्व की आपात बैठक से पहले भी निवेशकों की धारणा कमजोर हुई। ऐसी संभावना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक अपने मौद्रिक रुख को सख्त कर सकता है।’’

नायर ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर थोक मुद्रास्फीति मामूली घटकर जनवरी में 12.96 प्रतिशत पर आ गई। दिसंबर में यह 13.56 प्रतिशत पर थी। हालांकि, थोक मुद्रास्फीति अभी भी ऊंचे स्तर पर है।’’ रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा कि जैसा अनुमान था, स्थानीय बाजारों की दिशा वैश्विक रुख से तय हो रही है। कई सप्ताह की मजबूती के बीच अब बाजार में मंदडिय़े हावी हैं।

बीएसई के सभी 19 वर्गों के सूचकांक नुकसान में रहे। स्मॉलकैप, मिडकैप और लार्जकैप 4.15 प्रतिशत तक नीचे आए। अन्य एशियाई बाजारों में भी भारी गिरावट रही। इस तरह की खबरें हैं कि रूस जल्द यूक्रेन पर हमला कर सकता है जिससे कच्चे तेल की कीमतें ऊंचाई पर पहुंच जाएंगी। यूरोप के बाजार भी दोपहर के कारोबार में भारी नुकसान में थे। वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चा तेल वायदा करीब एक प्रतिशत चढ़कर 95.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 24 पैसे टूटकर 75.60 प्रति डॉलर पर आ गया।

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विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों

20 अक्टूबर • मॉर्निंग रोल कॉल • 1650 बार देखा गया • टिप्पणियाँ Off न्यूज़ीलैंड डॉलर में गिरावट के कारण लेबर पार्टी ने गठबंधन सरकार बनाई, स्टर्लिंग फॉल्स बनाम यूरो, आधार ब्याज दर वृद्धि अनिश्चितता के कारण

गुरुवार को एफएक्स बाजारों में प्रमुख घटना कीवी, न्यूजीलैंड के डॉलर से संबंधित है। न्यूज़ीलैंड में लेबर पार्टी अब साझेदारों के गठबंधन के साथ सत्ता में होगी और इसके परिणामस्वरूप NZD अपने कई साथियों की तुलना में 1% से अधिक की गिरावट के साथ गिर गया। देश के शेयर भी गिरे। यह देखा जाना बाकी है कि क्या यह बिकवाली एक ओवररिएक्शन है, क्योंकि यह सुझाव देने के लिए शायद ही कोई सबूत है कि नई राजनीतिक रूप से वामपंथी सरकार व्यापार विरोधी होगी। बनाम इसके मुख्य साथियों कीवी ने (औसतन) 1.2% की गिरावट का अनुभव किया, S3 बनाम USD, EUR, GBP और JPY के माध्यम से दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, NZD/CHF के साथ गिरावट और भी अधिक थी, उस दिन लगभग 1.8% नीचे।

गुरुवार को पाउंड दबाव में आ गया क्योंकि ब्रेक्सिट ब्लफिंग के मामले में यूके के साथ कोई वापसी नहीं की जा रही थी। यूके सरकार के लिए छिपाने के लिए कहीं नहीं बचा है, क्योंकि तीन महत्वपूर्ण मुद्दे: यूरोपीय संघ के निवासियों के अधिकार, आयरिश सीमा और अंतिम निकास बिल, एक व्यापार सौदे पर विचार करने से पहले संबोधित करने की आवश्यकता है। यूरो दिन पर पाउंड के मुकाबले 1% से अधिक बढ़ गया, एक समान पैटर्न को स्टर्लिंग साथियों के बहुमत के मुकाबले दोहराया गया, एनजेडडी के अपवाद के साथ, बनाम जीबीपी गुलाब, जैसा कि सभी मुद्राओं में हुआ था। ब्रिटेन की खुदरा बिक्री सितंबर 5.6 में 2016% YoY से गिरकर सितंबर 1.2 में 2017% होने के कारण स्टर्लिंग का मूल्य भी दबाव में आ गया, इस सितंबर में बिक्री में अत्यधिक असामान्य -0.8% गिरावट दर्ज की गई। निवेशक अभी भी आश्वस्त हैं कि BoE द्वारा दिसंबर की दर में वृद्धि (75% -80%) पर है, लेकिन संदेह है कि 2018 में आगे की दरों को उचित ठहराया जा सकता है, यह देखते हुए कि हाल ही में खराब हार्ड डेटा परिणाम दर्ज किए गए हैं।

यूरो ने गुरुवार को अपने अधिकांश साथियों की तुलना में लाभ कमाया, जरूरी नहीं कि यूरोजोन सकारात्मक डेटा के परिणामस्वरूप, अन्य आर्थिक समाचारों के संबंध में इसके सहकर्मी देशों के नकारात्मक होने के संबंध में। EUR/USD दिन में लगभग 0.6% ऊपर बंद हुआ। मैड्रिड की सरकार ने कैटेलोनिया जनमत संग्रह के फैसले को वैध मानने से इनकार किया है, परिणामस्वरूप यूरोपीय इक्विटी गिर गई, विशेष रूप से स्पेन के IBEX इंडेक्स ने बुरी तरह से प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिस दिन 0.74% की बिक्री हुई।

संयुक्त राज्य अमेरिका 1970 के दशक के मध्य से शुरुआती साप्ताहिक बेरोजगार दावों की सबसे कम संख्या का आनंद ले रहा है, जो पिछले सप्ताह के लिए 222k दर्ज किया गया था। ठीक उसी प्रकार का स्वस्थ आर्थिक डेटा जो एफओएमसी के ब्याज दरों को बढ़ाने के इरादे को मजबूत करेगा, जब यह दिसंबर में वर्ष की अंतिम बैठक के लिए मिलता है।

चीन के सौजन्य से दिए गए अत्यधिक सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों से संबंधित दिन के अन्य प्रमुख मौलिक समाचार; जीडीपी 6.9% YTD और 6.8% YoY पर आया। सालाना 10.3% की खुदरा बिक्री और सालाना 6.3% पर औद्योगिक उत्पादन ने भी पूर्वानुमानों को मात दी। रविवार को होने वाले जापान के आम चुनाव के संबंध में निवेशकों और व्यापारियों को सतर्क रहना चाहिए, वर्तमान प्रधान मंत्री अबे और उनकी पार्टी, व्यापक रूप से सत्ता बनाए रखने की भविष्यवाणी कर रहे हैं।

स्टर्लिंग

GBP/USD ने दिन का अंत लगभग 1.3150 पर, 0.4 से नीचे और S1 को तोड़ते हुए किया। GBP/CHF दिन पर लगभग 1% नीचे था, S3 को तोड़कर 1.2837 पर सत्र समाप्त कर रहा था, GBP/AUD भी S3 के माध्यम से फिसल गया, विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों दिन में लगभग 1.1% की गिरावट के साथ, लगभग बंद हो गया। 1.6694. GPB/JPY उस दिन S1 से गिरकर लगभग 0.4% गिरकर 148.13 पर आ गया।

यूरो

EUR/USD ने दिन को लगभग 2% ऊपर 0.6 पर बंद करने वाले दिन R1.1847 के माध्यम से धकेल दिया, जबकि EUR/CHF शुरू में यूरोपीय सत्र की शुरुआत में S1 तक गिर गया, लेकिन फिर 0.2 पर लगभग 1.1566% तक दिन को समाप्त करने के लिए वापस आ गया। EUR/JPY दिन का अंत लगभग 0.2% बढ़कर 133.44 हो गया, EUR/NZD दिन का अंत लगभग 1.8%, 1.6873 पर हुआ।

अमेरिकी डॉलर

USD/JPY ने सत्र को 0.2% की गिरावट के साथ 112.53 पर समाप्त किया, USD/CHF ने EUR/USD की तुलना में अपने सामान्य नकारात्मक सहसंबद्ध प्रदर्शन में तेजी से बेचा, दिन का अंत 0.5% 0.9670 पर हुआ। USD/CAD ने दिन का अंत सपाट के करीब किया, दैनिक धुरी बिंदु रेखा पर 1.2476 पर आराम किया। NZD/USD उस दिन लगभग 1.6% गिर गया, S3 के माध्यम से दुर्घटनाग्रस्त होकर दिन का अंत लगभग 0.7014 पर हुआ।

19 वीं कक्षा के लिए पाठ्यक्रम और वस्तुएं SNAPSHOT।

• डीजेआईए 0.02% तक बंद हुआ।
• SPX 0.03% ऊपर बंद हुआ।
• यूरो STOXX 0.49% नीचे बंद हुआ।
• FTSE 100 0.26% नीचे बंद हुआ।
• डैक्स 0.41% नीचे बंद हुआ।
• सीएसी 0.29% नीचे बंद हुआ।
• IBEX 0.74% नीचे बंद हुआ।
• सोना दिन के अंत में 1290 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।
• WTI तेल लगभग 1.2% गिरकर 51.63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

पाकिस्तान में कम दाम वाली कार की कीमत 40 करोड़!, IMF के चक्कर में फंसे शहबाज

इस्लामाबाद। पाकिस्तान घोर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और ऐसे में वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की एक शर्त को पूरा करने के लिए गुरुवार को गैर-जरूरी और लग्जरी आइटम (Non-Essential and Luxury Items)की वस्तुओं के आयात पर से प्रतिबंध हटा लिया है। बता दें कि, आर्थिक संकट के बीच नकदी की कमी से …

इस्लामाबाद। पाकिस्तान घोर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और ऐसे में वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की एक शर्त को पूरा करने के लिए गुरुवार को गैर-जरूरी और लग्जरी आइटम (Non-Essential and Luxury Items)की वस्तुओं के आयात पर से प्रतिबंध हटा लिया है। बता दें कि, आर्थिक संकट के बीच नकदी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए राहत पैकेज पर फैसला करने के लिए International Monetary Fund (IMF) के कार्यकारी बोर्ड की 29 अगस्त को बैठक होगी जिसमें पाकिस्तान के लिए एक बेलआउट पैकेज को मंजूरी दी जाएगी, जिसमें लगभग 1.18 बिलियन अमरीकी डॉलर का भुगतान लंबित है।

पाकिस्तान में शहबाज शरीफ की सरकार ने विदेशी मुद्रा में गिरावट और भुगतान संतुलन बिगड़ने के कारण यह प्रतिबंध लगाया था। पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने कहा कि, प्रतिबंध को तो हटा लिया जाएगा लेकिन आयात को महंगा बनाने के लिए आयातकों पर भारी शुल्क लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि, अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं को देखते हुए ही आयात प्रतिबंध हटाया जा रहा है। वहीं, गैर-जरूरी आयातित वस्तुओं पर मौजूदा स्तरों से तीन गुना ज्यादा नियामक शुल्क लगाया जाएगा।

नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की चुनौतियों पर बातचीत करते हुए वित्त मंत्री इस्माइल ने आगे कहा कि, पाकिस्तान के पास पर्याप्त डॉलर नहीं है, इसलिए हम कपास, खाद्य तेल और गेहूं को प्राथिमिकता देंगे। इसलिए हम लक्जरी वस्तुओं पर भारी शुल्क लगाएंगे ताकि इन चीजों का आयात ही नहीं किया जा सके। उन्होंने कहा कि, वे आईफोन, कारों को विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों प्रथिमिकता नहीं देते हैं।

पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने कहा कि, हम भारी शुल्क (completely built-up (CBU) commodities) कारों, मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर लगाएंगे। इसके अलावा imported मछली, मांस, पर्स और अन्य लक्जरी वस्तुओं पर भारी कर लगाया जाएगा।

वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने कहा कि, अगर इसके बावजूद कोई व्यक्ति महंगी और लग्जरी इम्पोर्टेड कार खरीदना चाहते हैं , जिसकी मूल कीमत छह करोड़ रुपए है, तो नियामक शुल्कों के बाद इसकी लागत 30 से 40 करोड़ रुपए हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि, सरकार ऐसा करके आईएमएफ और अंतरराष्ट्रीय जरूरतों को पूरा करते हुए चालू खाते के घाटे पर काबू पाना चाहती है। इसलिए हम आयात को मंजूरी दे रहे हैं।

बता दें कि, पाकिस्तान इन दिनों घोर आर्थिक संकट की दौर से गुजर रहा है। अगर वह समय से कर्ज नहीं दे पता है तो वह लोन डिफाल्टर साबित हो जाएगा।पाकिस्तान के लिए स्थिति ज्यादा खराब इसलिए हो गई है क्योंकि उसका विदेशी मुद्रा भंडार खाली होता जा रहा है। उसके पास 9 बिलियन डॉलर से भी कम विदेशी मुद्रा बची है। इस मात्रा से सिर्फ वो दो महीने तक के आयात के बिल चुका सकता है। इसी वजह से पाकिस्तान पर अभी डिफॉल्टर बनने की तलवार लटक रही है।

Stock Market में इस हफ्ते सिर्फ चार दिन होगा कारोबार, कोरोनावायरस का रह सकता है असर

Stock Market: डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के रुखों पर बाजार की नजर होगी.

बीते सप्ताह एफआईआई की बिकवाली 10,000 करोड़ रुपये से अधिक रही. (जी बिजनेस)

Stock Market: कोरोनावायरस (Coronavirus) के कहर के कारण शेयर बाजार उबरने की कोशिश ही कर रहा था कि अचानक सामने आए येस बैंक संकट ने पिछले सप्ताह दलाल स्ट्रीट को लहूलुहान कर दिया. घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह भी कोरोनावायरस और इस संकट से जुड़े घटनाक्रमों का असर देखने को मिल सकता है. इसके अलावा, सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों और विदेशी बाजार से मिलने वाले संकेतों से भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) को दिशा मिलेगी. डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के रुखों पर बाजार की नजर होगी.

भारत अपनी तेल की जरूरतों का करीब 84 फीसदी आयात करता है और बेंचमार्क कच्चा तेल (Crude Oil) ब्रेंट क्रूड का भाव इस साल के ऊंचे स्तर से करीब 37 फीसदी टूट चुका है. ऐसे में तेल का आयात सस्ता होने से विदेशी मुद्रा की आवश्यकता कम होगी. वहीं, कोरोनावायरस के कोहराम से आशंकित विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली बढ़ी है, बीते सप्ताह एफआईआई की विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों बिकवाली 10,000 करोड़ रुपये से अधिक रही.

इस सप्ताह होली के त्योहार का अवकाश होने के कारण सप्ताह के दौरान सिर्फ चार दिन ही कारोबार होगा. सप्ताह के शुरू में सोमवार को बाजार पर कोरोनावायरस का प्रकोप चीन (China) के बाहर दुनिया के बाकी देशों में फैलने से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव से बाजार में निराशा का माहौल बना रह सकता है. हालांकि पिछले सप्ताह की भारी गिरावट के बाद घरेलू बाजार में रिकवरी देखने को मिल सकती है.

अगले दिन मंगलवार को होली के त्योहार पर अवकाश रहने के कारण घरेलू शेयर बाजार में कारोबार बंद रहेगा. वहीं, गुरुवार को देश के औद्योगिक उत्पादन (IIP) के जनवरी महीने के आंकड़े और फरवरी की खुदरा महंगाई (CPI) के आधिकारिक आंकड़े जारी होंगे, जिनका बाजार को इंतजार रहेगा. इसके अगले दिन विदेशी मुद्रा प्रधानमंत्री दलालों शुक्रवार को फरवरी महीने की थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे.

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चीन और अमेरिका में भी फरवरी महीने की महंगाई दर के आंकड़े इस सप्ताह जारी होंगे. चीन में महंगाई दर के आंकड़े मंगलवार को, जबकि अमेरिका में बुधवार को जारी होंगे. वहीं, यूरोपीय केंद्रीय बैंक गुरुवार को ब्याज दरों को लेकर अपने फैसले की घोषणा करेगा. जानकार बताते हैं कि वैश्विक बाजार पर कोरोनावायरस के प्रकोप का साया बना रहेगा, जिससे भारतीय शेयर बाजार की भी चाल तय होगी.

Penny Stocks List : इन पेनी स्टॉक्स में आज लगा अपर सर्किट, आगे भी तेजी के संकेत, खेल सकते हैं दांव

Share Market Tips : शेयर बाजार में आज मामूली गिरावट देखी जा रही है। इस तरह के सुस्त कारोबार में भी आईओएल केमिकल्स और फार्मास्युटिकल्स का शेयर 12% से अधिक चढ़ गया। जबकि आईटीसी और एचडीएफसी शेयर के भाव में गिरावट देखने को मिली। वहीं, यूएस डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट आई है।

Stock Market

Stock Market : इन पेनी स्टॉक्स में लगा अपर सर्किट

बुधवार को शुरुआती कारोबार में यूएस डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आई है। रुपया जब काफी निचले स्तर पर चला गया था, तो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अक्टूबर में 922 मिलियन अमरीकी डालर मूल्य की विदेशी मुद्रा बेची थी। आज जिन पेनी स्टॉक्स में अपर सर्किट लगा है, वे निम्न हैं:

penny stocks list

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