Cryptocurrency in India: वित्तमंत्री के बजट भाषण के बाद इतना तो साफ हो गया है कि भारत में अब वर्चुअल एसेट (Virtual Asset) से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा. इतना ही नहीं, क्रिप्टोकरेंसी के हर एक ट्रांजैक्शन (Transaction) पर अलग से 1% TDS (Tax deduction at source) सरकार को देना होगा.
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी में भी SIP के जरिए निवेश के विकल्प का ऑफर दे रहे क्रिप्टो स्टार्टअप्स, भारी उतार-चढ़ाव से बचने में मिलेगी मदद
By: ABP Live | Updated at : 22 Mar 2022 04:46 PM (IST)
Investment In Cryptocurrency In SIP: बिट्कॉइन जैसे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश इन दिनों निवेशकों को खुब लुभा रहा है. हालांकि जैसे कि शेयर बाजार का हाल है जिन निवेशकों के शेयर बाजार की कम जानकारी है वे म्यूचुअल फंड के जरिए बाजार में निवेश करते हैं. जिससे बाजार में निवेश के जोखिम से वे बच पाएं. ठीक उसी प्रकार क्रिप्टोकरेंसी में तो निवेशक निवेश करना चाहते हैं लेकिन कम भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? जानकारी और 24 घंटे उसपर निगरानी रखने में असमर्थता के चलते निवेशक सीधे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के बचना चाहते हैं. ऐसे निवेशक अब म्यूचुअल फंड के समान SIP के जरिए क्रिप्टोककेंसी में निवेश कर सकते हैं.
इन दिनों कई क्रिप्टो में निवेश करने वाले एक्सचेंज SIP के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का विकल्प निवेशकों के लिए लेकर आए हैं. CoinsSwitch Kuber, Bitbns जैसे प्लेटफॉर्म भी SIP के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का विकल्प निवेशकों को ऑफर कर रहे हैं. जानकारों के मुताबिक SIP के जरिए क्रिप्टोकरेंसी के भाव में उतार चढ़ाव से बचने में आसानी होती है. और हर लेवल पर खरीदारी के चलते निवेशक का खरीद औसत मुल्य बेहतर होता है और लंबी अवधि में निवेश पर म्यूचुअल फंड के समान बेहतर रिटर्न मिल सकता है.
डिजिटल करेंसी नहीं एसेट पर लगा है टैक्स
सबसे पहले तो ये समझिए सरकार ने जो टैक्स लगाया है वो डिजिटल एसेट या यूं कहें क्रिप्टोकरेंसी (Cyrptocurrency) जैसे बिटकॉइन पर लगा है, जो फिलहाल लीगल नहीं है. गौर करने की बात ये है कि सरकार इसे करेंसी नहीं मान रही है. तो अब भारत में डिजिटल एसेट (Cryptocurrency) से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा. मतलब अब अगर कोई व्यक्ति किसी डिजिटल एसेट (Digital Asset) में निवेश करके 100 रुपए का मुनाफा कमाता है, तो उसे 30 रुपए टैक्स के रूप में सरकार को देने होंगे.
क्रिप्टोकरेंसी के हर एक ट्रांजैक्शन (Transaction) पर अलग से 1% TDS (Tax deduction at source) सरकार को देना होगा. मान लीजिए, किसी ने कोई क्रिप्टोकरेंसी खरीदी हुई है. ये उसका निवेश है. मतलब उसका ये Asset हुआ. अब भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? अगर खरीदने वाला इस एसेट को किसी और को ट्रांसफर करता है, तो उसे अलग से उस Asset की कुल कीमत पर 1% के हिसाब से TDS चुकाना होगा. TDS किसी Source पर लगाया जाता है. जैसे आपको हर भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? महीने मिलने वाली तनख्वाह पर सरकार जो टैक्स लेती है, वो TDS होता है. कुल मिलाकर सरकार डिजिटल करेंसी को भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? एक इनकम सोर्स मान रही है. इसकी कमाई पर 30% टैक्स भी लगा दिया गया है.
तो क्या क्रिप्टो करेंसी भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? लीगल हो गई?
बजट में हुए इस ऐलान के बाद ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगा कर इसे लीगल कर दिया है? जवाब है- नहीं. इसे ऐसे समझिए, सरकार सिर्फ उस डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लीगल यानी वैध मानती है, जिसे Reserve Bank of India-RBI जारी करता है या करेगा. मतलब अभी जो Bitcoin जैसी Crypto Currency हैं, वो वैध नहीं है. बजट भाषण के बाद पत्रकारों से सवाल-जवाब में वित्तमंत्री ने साफ किया कि क्रिप्टो की वैधता को लेकर सरकार में चर्चा जारी है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क के बाहर जो भी क्रिप्टोकरेंसी हैं, वे करेंसी नहीं हैं. अगर कोई आपसे कहे कि ये लीगल हो गई हैं तो जब तक सरकार नहीं कहती, मानिएगा नहीं. यहां पर गौर करने की बात ये भी है कि सरकार अप्रैल से शुरू होने वाले कारोबारी साल में अपनी डिजिटल करेंसी लाने की भी तैयारी में है जिसका जिक्र वित्तमंत्री ने अपने भाषण में किया. जाहिर है ये करेंसी पूरी तरह लीगल होगी.
वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?
आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.
सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.
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क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल भारत में कोई कानून नहीं है।
महब कुरैशी. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है कि, इसमें शेयर बाजार के विपरीत तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाया है। वहीं जिन लोगों ने अभी तक इसमें कभी निवेश नहीं किया है। अब वह भी बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। आपको बता दें क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुए अभी केवल 10 साल ही पूरे हुए है। लेकिन इसके बावजूद इसमें लोगों की रूचि दिन दूनी रात चौगनी बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो आपको इस भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? खबर को पूरा पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसके बिना आपको तकड़ा नुकसान हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी को अर्जित करने का मुख्य तरीका (Main way to earn cryptocurrency)
जब आपकी क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं तो या आमतौर पर एक्सचेंज से जुड़ी एक क्रिप्टो वॉलेट में जमा होता है। अगर आप इसे और सुरक्षित स्थान पर ले जाना चाहते हैं तो आप इसे एक्सचेंज से भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? अलग hot wallet या world wallet में ट्रान्सफर कर सकते हैं। इसके लिए आपके राशि के अनुसार एक छोटा सा शुल्क देना पड़ सकता है। इसका दो तरीका है।
गर्म बटुआ (Hot wallet)
हॉट वॉलेट, यह एक ऐसा क्रिप्टो वॉलेट है, जो करेंसी को ऑनलाइन स्टोर करता है। और यह इंटरनेट से जुड़े उपकरणों से जुड़ा होता है। जय की कैंप्यूटर, टेबलेट, फोन पर चलती है। हॉट बुलेट सुविधाजनक है, लेकिन चोरी का उच्चतम जोखिम है क्योंकि यह अभी भी इंटरनेट से जुड़ा हुआ है।
ठंडा बटुआ(Cold wallet)
कोल्ड वॉलेट, यह एक ऐसा क्रिप्टो वॉलेट है। जो इंटरनेट से कनेक्ट नहीं रहता है। जिससे क्रिप्टोकरंसी को रखने के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है। और यह यूएसबी ड्राइव या हार्ड ड्राइव ऐसी बाड़ी उपकरण के रूप में लेते हैं। हालांकि, आपको कोल्ड बोलेट में भी सावधानियां रखनी है।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय सावधानियां (Precautions while investing in cryptocurrencies )
अगर कोई वेक्ती क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। हो सकता है इस सावधानियां बरतने से आपके निवेश करने की प्रक्रिया को एक नई दिशा दे दे।
अगर आप किसी ऐप के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे है। तो उसके बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लेना की वह सुरक्षति है या नहीं। क्योंकि ज्ञात में बहुत से स्पैमिंग एप मौजूद है।
किसी भी क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने से पहले उस करेंसी की एनालिसास जरूर कर ले। और इस करेंसी के व्यवसायिक की स्थिति के बारे में जान लेना जरूरी है। ताकि सही से निवेश कर सके।
कक्रिपटकरेंसी के फायदे और नुकसान (cryptocurrency Advantages and disadvantages)
फायदा
क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल करेंसी है, जिसेमे धोखाधड़ी की उम्मीद ना के बराबर है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। क्योंकि यह ब्लॉक्चेन पर पर काम करती है।
क्रिप्टोकरेंसी पर कई देश या अथॉरिटी का कंट्रोल भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? नही होता है। जैसे की नॉट बंधी या करेंसी के मूल्य घटने जैसा कोई खतरा नहीं होता है।
अधिकतर क्रिप्टोकरेंसी में वॉलेट उपलब्ध है, जिससे पैसे की लेन देन करना बहुत हीं आसान है। इसमें अधिक पैसे से निवेश करना फायदेमंद है।क्योंकि इसकी प्राइज बहुत तेजी से ग्रोथ कर रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी पर किसी देश का कंट्रोल नही है, इसका मतलब यह तय है की हम देश के बाहर कितने भी पैसे भेज और मगवा सकते है इससे सरकार को पता नहीं चलेगा।
नुक्सान
इसका उपयोग गलत कामों के लिए, जैसे हाथियार खरीदना, ड्रग्स सप्लाई और कलाबाजार आसानी से किया जा सकता है।
चरण 3: अपनी पहचान सत्यापित (verify) करें
अपना केवाईसी विवरण दर्ज करने के बाद, सत्यापन प्रक्रिया शुरू करने के लिए वेरीफाई (verify) बटन पर क्लिक करें। कृपया ध्यान दें कि जमा किए गए दस्तावेज़ केवल आपकी राष्ट्रीयता के अधिकारियों द्वारा जारी किए हुए होने चाहिए।
पुष्टि करें कि आपके केवाईसी सत्यापन को स्वीकार करने के लिए प्रस्तुत किए गए विवरण सटीक हैं। सत्यापन प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है, जिसके बाद आपका खाता ट्रेडिंग के लिए तैयार हो जाएगा। आपके पास बुनियादी (basic) से उन्नत (advanced) सत्यापन मॉडल पर स्विच करने का विकल्प भी होगा।
चरण 5: बिनेंस पी2पी के माध्यम से INR में बिटकॉइन खरीदें
बिनेंस पी2पी (पीयर-टू-पीयर एक्सचेंज) एक ऐसा बाज़ार है जहाँ लोग लगभग किसी भी देश में अपनी शर्तों पर एक-दूसरे के साथ सीधे क्रिप्टो व्यापार कर सकते हैं। 70 से अधिक फिएट मुद्राओं के साथ, पी2पी मार्केटप्लेस भारतीय निवेशकों के लिए भारतीय रुपये में क्रिप्टोकरेंसी खरीदना और बेचना आसान बनाता है।
मार्केटप्लेस पर जाने के लिए, वॉलेट टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पी2पी विकल्प पर क्लिक करें। आप यहां क्लिक करके भी मार्केटप्लेस जा सकते हैं।
चरण 6: बिटकॉइन खरीदने के लिए अपनी आवश्यकताओं को भरें
व्यापार करने के लिए क्रिप्टोकुरेंसी के रूप में बीटीसी का चयन करें, और फिर 'खरीदें' विकल्प चुनें। वह राशि दर्ज करें जिसे आप फिएट मुद्रा के रूप में INR के साथ खरीदना चाहते हैं। उस भुगतान विकल्प का चयन करें जिसे आप मौजूद विभिन्न विकल्पों में से चुनना चाहते हैं। बिनेंस द्वारा सत्यापित व्यापारियों की सूची के साथ बिटकॉइन से INR मूल्य और, उनकी न्यूनतम और अधिकतम बिक्री की सीमा के लिए "केवल व्यापारी विज्ञापन दिखाएं" (“only show merchant ads “) विकल्प पर क्लिक करें।
उपयुक्त मर्चेंट का चयन करने के बाद, बीटीसी खरीदें ("BUY BTC") विकल्प पर क्लिक करें और अपनी चयनित फिएट मुद्रा में खरीदारी करने के लिए राशि भरें।
बीटीसी खरीदें ("BUY BTC") पर क्लिक करने के बाद, आपके पास पहले चुने गए भुगतान विकल्प के माध्यम से मर्चेंट को फंड ट्रांसफर करने के लिए 15 मिनट की समय सीमा होगी। भुगतान करें, और फिर "स्थानांतरित, अगला" (“Transferred, NEXT”) पर क्लिक करें।
चरण 8: व्यापारी से बिटकॉइन प्राप्त करना
व्यापारी को आपके खाते में खरीदे गए बिटकॉइन की राशि को स्थानांतरित करने के लिए एक सूचना मिलेगी। आपको व्यापारी से कुछ ही मिनटों में अपना बिटकॉइन प्राप्त हो जाएगा।
देरी होने पर, आप हमेशा "अपील उठा सकते हैं"। आपके द्वारा “स्थानांतरित, अगला” (“Transferred, NEXT”) विकल्प पर क्लिक करने के तुरंत बाद ही यह विकल्प उपलब्ध है। अगला कदम होगा "अपील का कारण" के लिए सबूत के साथ अपने तर्क का समर्थन करना।
अपने बिनेंस भारत में क्रिप्टोकुरेंसी में निवेश कैसे करें? खाते से भारत में INR में बिटकॉइन खरीदने के लिए बस इतना ही करना है। यह आसान और तेज़ है। आप इस विशेष मार्गदर्शिका का उपयोग बिनेंस पी2पी मार्केटप्लेस के माध्यम से अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए भी कर सकते हैं।
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