एक बैंक से दूसरे बैंक में फंड ट्रांसफर करने के क्या-क्या माध्यम हैं, जानें पूरी डिटेल्स
इंटरनेट के विकल्प आसान और किफायती हो जाने के बाद अब घर बैठे ही कोई भी व्यक्ति आसानी से एक बैंक से दूसरे बैंक में फंड या पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. हमारे पास आज डिजिटल ट्रांजेक्शन के कई विकल्प हैं.
By: एबीपी न्यूज | Updated at : 23 Aug 2021 10:25 AM (IST)
पूरी दुनिया में इस समय डिजिटल माध्यम का बोलबाला है. इंटरनेट के विकल्प आसान और किफायती हो जाने के बाद अब घर बैठे ही कोई भी व्यक्ति आसानी से एक बैंक से दूसरे बैंक में फंड या पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. हमारे पास आज डिजिटल ट्रांजेक्शन के कई विकल्प मौजूद हैं, ऐसे में यह तय कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है कि हम किस विकल्प का प्रयोग कर अपने पैसे दूसरे के बैंक में ट्रांसफर करें. हमें यह नहीं समझ में आता है कि कौन सा विकल्प सबसे अच्छा रहेगा. आज हम आपको बताएंगे कि आप किस-किस विकल्प का इस्तेमाल कर एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे भेज सकते हैं.
RTGS के जरिए
RTGS जिसे हम रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट कहते हैं, एक बैंक से दूसरे बैंक में कैसे विकल्पों पर पैसे बनाने के लिए फंड ट्रांसफर करने का सबसे तेज माध्यम है. इसके जरिए इल्कट्रॉनिक माध्यम से फंड ट्रांसफर होता है.
इसके जरिए हम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके जरिए फंड ट्रांसफर तुरंत और सुरक्षित तरीकें से होता है. यह ट्रांसफर RBI के देखरेख में होता है. इसका प्रयोग आमतौर पर ज्यादा पैसे भेजने के लिए किया जाता है. इससे फंड ट्रांसफर करने की Minimum amount 2 लाख रुपये है.
NEFT के जरिए
NEFT (नेशनल इल्कट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) पैसे ट्रांसफर करने का एक इल्कट्रॉनिक माध्यम है. इसकी शुरूआत 2005 में की गई थी. इसके जरिए कोई भी व्यक्ति एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में पैसे भेज सकता है. इसमें पैसे भेजने की कोई न्यूनतम या अधिकतम राशि नहीं है. इससे भी ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यम से फंड ट्रांसफर किया जा सकता है.
IMPS के जरिए
IMPS(Immediate Payment Service) छोटे राशि को एक बैंक से दूसरे बैंक में ट्रांसफर करने का एक अच्छा विकल्प है. इसका लाभ लेने के लिए नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग की जरूरत होती है. NPCI द्वारा प्रदान किया गया यह सेवा पूरी तरह से सुरक्षित है. अलग अलग बैंकों के हिसाब से इसमें कुछ शर्तें लागू हैं.
Bank Apps के जरिए
बैंकिंग क्षेत्र में डिजिटल साधनों का प्रयोग आने से ग्राहकों को बहुत फायदा हुआ है. अब बैंक भी इसका फायदा अपने कामों को आसान बनाने के लिए करती हैं. अब ज्यादातर बैंक अपने ऐप के जरिए ग्राहकों को कई तरह की सुविधा प्रदान करती है. इन बैंक ऐप्स के जरिए आप अपने अकाउंट से किसी भी बैंक के अकाउंट में आसानी से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं.
चेक के जरिए
चेक द्वारा फंड ट्रांसफर करने की प्रक्रिया आज भी लोग बड़ी संख्या में अपनाते हैं. आज भी ग्राहकों को चेक पर डिजिटल की तुलना में ज्यादा भरोसा है. चेक की अहमियत आज भी पहले की तरह ही है. चेक के जरिए कोई भी व्यक्ति आसानी से एक बैंक से दूसरे बैंक में फंड ट्रांसफर कर सकता है.
Digital Wallet के जरिए
बैंक ऐप्स के अलावा आप डिजिटल वॉलेट के जरिए भी आसानी से पैसे का लेनदेन कर सकते हैं. इसे ई-वॉलेट भी कहा जाता है. इसके जरिए आप फंड ट्रांसफर के अलावा शॉपिंग, टिकट बुकिंग आदि की सुविधा का लाभ भी ले सकते हैं.
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Published at : 23 Aug 2021 09:44 AM (IST) Tags: Bank RTGS UPI Fund transfer हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
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जैविक खाद बनाने का भरोसेमंद एवं सस्ता विकल्प है ‘प्रोम’ (PROM) Reading Time : 7 minutes -->
क्या आप जानते हैं फसल के उत्पादन में फॉस्फेट तत्व का प्रमुख योगदान होता है! रासायनिक उर्वरकों के लगातार उपयोग करने से खेती की लागत भी बढ़ती जा रही है, जमीन सख्त हो रही है, भूमि में पानी सोखने की क्षमता घटती जा रही है। वहीं दूसरी तरफ भूमि तथा उपभोक्ताओं के स्वास्थ पर प्रतिकूल असर भी पड़ रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए नया उत्पाद विकसित किया गया है, जिसमें कार्बनिक खाद के साथ-साथ रॉक फॉस्फेट की मौजूदगी भी होती है। जिसे हम प्रोम के नाम से जानते हैं।
‘प्रोम’ को विस्तार पूर्वक समझते हैं
प्रोम (फॉस्फोरस रिच आर्गेनिक मैन्योर) तकनीक से जैविक खाद घर पर भी तैयार की जा सकती है। प्रोम, जैविक खाद बनाने की एक नई तकनीक है। जैविक खाद बनाने के लिए गोबर तथा रॉक फॉस्फेट को प्रयोग में लाया जाता है। रॉक फॉस्फेट की मदद से रासायनिक क्रिया करके सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP) तथा डाई अमोनियम फॉस्फेट (DAP) रासायनिक उर्वरक तैयार किए जाते हैं।
प्रोम में विभिन्न फॉस्फोरस युक्त कार्बनिक पदार्थों जैसे- गोबर खाद, फसल अपशिष्ट, चीनी मिल का प्रेस मड, जूस उद्योग का अपशिष्ट पदार्थ, विभिन्न प्रकार की खली और ऊन के कारखानों का अपशिष्ट पदार्थ आदि को रॉक फॉस्फेट के साथ कम्पोस्टिंग करके बनाया जाता है। प्रोम मिनरल उर्वरक एवं जैविक खाद का मिश्रण है जो केवल कृषि में उपयोग के लिये काम में लाया जाता है। प्रोम का उपयोग पौधों को फॉस्फोरस (फॉस्फोरस पादप पोषक तत्व) उर्वरक प्रदान करने के लिए किया जाता है। जीवाणु राॅक फोसफोरस को पचा कर उसे गोबर में उपलब्ध करते हेै इस कारण प्रोम शुद्व रुप से जैविक है।
प्रोम से क्या-क्या फायदे हैं :
- जैविक खाद से अनाज, दालें, सब्जी व फलों की गुणवत्ता बढ़ाने से अच्छा स्वाद मिलता है।
- रोगों में रोधकता आने से मानव के स्वास्थ्य पर बुरे प्रभाव नहीं पड़ते हैं।
- प्रोम तकनीक से जैविक खाद बनाने की विधि बहुत ही सरल है।
- प्रत्येक किसान, जिसके यहां गोबर उपलब्ध है, आसानी से अपने घर पर जैविक खाद बनाकर तैयार कर सकता है।
- किसान DAP व SSP खरीदने पर जितने पैसा खर्च करता है उससे कम पैसे में प्रोम तकनीक से जैविक खाद बनाकर भरपूर फसल पैदा कर सकता है।
- प्रोम मिट्टी को नरम बनाने के साथ-साथ पोषक तत्वों की उपलब्धता लंबे समय तक बनाये रखता है।
- प्रोम लवणीय व क्षारिय भूमि में भी प्रभावी रूप में काम करता है जबकि DAP ऐसी भूमि मे काम नहीं करता है।
जैविक खाद को घर पर बनाने की प्रक्रिया :
‘फॉस्फोरस रिच जैविक खाद’ घर पर भी रॉक फॉस्फेट के द्वारा बनाई जा सकती है। रॉक फॉस्फेट के अलग-अलग रंग होते हैं, रॉक फॉस्फेट एक तरह का पत्थर है जिसके अंदर 22 फीसदी फॉस्फोरस मौजूद है जो कि फिक्स फोम में होता है। प्रोम बनाने के लिए कमर्शियल में 10 फीसदी के आसपास फॉस्फोरस मेंटेन किया जाता है लेकिन हम घर पर बनाने के लिए 18%,19% या 20 फीसदी तक फॉस्फोरस इस्तेमाल में ले सकते हैं। इसे बनाने के लिए किसी भी जानवर का गोबर ले सकते हैं, घर में मौजूद कूड़ा-कर्कट या फिर फसलों के अवशेष जिससे खाद बनाते हैं (प्लांट बेस्ड) वो भी ले सकते हैं।
प्रोम बनाने के लिए सबसे पहले गाय या भैंस का 500 किलो गोबर लीजिए, इसके ऊपर से सूखी पत्तियां डाल दीजिए, बाद में ऊपर से 500 किलो रॉक फॉस्फेट का (पाउडर फोम में) छिड़काव करें, फिर वेस्ट डी कंपोजर का छिड़काव करें और इसे कम से कम 30 से 35 दिनों तक ढ़ककर रखें, जिसके बाद जैविक खाद तैयार हो जाएगी।
प्रोम को DAP और SSP के पूरक के तौर पर किसान अपनी फसल के लिए खेत में प्रयोग कर सकते हैं और प्रोम खेत की उर्वरा शक्ति को बनाये रखते हैं। जिससे वह आने वाली नई पीढ़ी के किसानों को स्वस्थ भूमि प्रदान कर सकें।
वेस्ट डी कंपोजर क्या है ?
वेस्ट डी-कंपोजर जैविक खेती कर रहे किसानों के लिए जैविक खाद का बेहतर विकल्प है। कम खर्च में किसान इसकी मदद से स्वयं खाद बना सकते हैं। इसके उपयोग के बाद किसान को फसल में रासायनिक कीटनाशक और उर्वरक देने की जरूरत नहीं रहती है। खास बात है कि यह जड़ और तना संबंधी बीमारियों के नियंत्रण में उपयोगी पाया गया है।
इन Short Video Apps से भी कमा सकते हैं पैसा, जानें कितनी होगी हर महीने इनकम
कोरोना काल में अगर आपकी नौकरी चली गई है और कमाई का कोई जरिया नहीं है तो फिर एक ऐसा काम है जिसे करके आप महीने में कम से कम एक अच्छी इनकम पा सकते हैं.
- तकनीकी ज्ञान और कैमरे की समझ जरूरी
- हर महीने लाखों रुपये कमा सकते हैं
- शॉर्ट वीडियो बनाने वालों की ताकत बढ़ी
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नई दिल्लीः कोरोना काल में अगर आपकी नौकरी चली गई है और कमाई का कोई जरिया नहीं है तो फिर एक ऐसा काम है जिसे करके आप महीने में कम से कम एक अच्छी इनकम पा सकते हैं. हालांकि इसके लिए आपके पास तकनीकी ज्ञान और कैमरे व लाइट की समझ होनी चाहिए. इसके लिए शॉर्ट वीडियो ऐप्स को तैयार करके आप हर महीने अच्छी आमदनी कर सकते हैं.
ब्रांड्स भी शॉर्ट वीडियो ऐप्स के कायल
आजकल ब्रांड्स शॉर्ट फॉर्म वीडियो चैनल को खोज रहे हैं, जो उनके नेटवर्क के साथ तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. इससे शॉर्ट वीडियो बनाने वाले और उपभोक्ताओं दोनों की ही ताकत बढ़ रही है. ये शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म कंपनियों के अपने टारगेट ऑडियंस से जुड़ने और उनसे इंटरएक्ट करने का काफी अच्छा विकल्प हो सकता है और अपने प्रॉडक्ट और सर्विसेज को खासतौर पर मेट्रो और छोटे शहरों में भी ऑनलाइन प्रमोट कर सकते हैं.
घर पर रहकर बना सकते हैं शॉर्ट वीडियो
चीनी ऐप टिकटॉक पर बैन लगने के बाद से ही लोगों की इस तरह से होने वाली आय पर प्रभाव पड़ा था. हालांकि इसके बाद कई सारे देशी शॉर्ट वीडियो ऐप्स भी मार्केट में आ गए हैं, जिनके जरिए वीडियो बनाकर के आप हर महीने कम से कम हजारों और अधिकतम लाखों रुपये कमा सकते हैं.
इतनी हो जाएगी कमाई
मान लीजिए कि आप दिन भर में पांच शॉर्ट वीडियो ऐप्स बनाकर के अपलोड करते हैं. इस हिसाब से हर महीने करीब-करीब 150 वीडियो बनाकर अपलोड करेंगे. कंपनियों के हिसाब से लोग इस तरह से 50 हजार रुपये से लेकर के एक लाख रुपये तक कमा सकते हैं. हालांकि कमाई शुरू होने में वक्त लग सकता है, लेकिन आपको अपने नए-नए आइडिया पर काम करते रहना होगा. शुरुआती कुछ महीनों के बाद आपकी कमाई शुरू हो जाएगी. अभी भी देश में मित्रों (Mitron), बोलो इंडिया (Bolo Indya), रोपोसो (Roposo) और एमएक्स टकाटक (MX Takatak) जैसे स्वदेशी वीडियो ऐप्स लोगों के बीच काफी लोकप्रिय कैसे विकल्पों पर पैसे बनाने के लिए हैं. इसके अलावा यूट्यूब (Youtube) ने भी अपना शॉर्ट वीडियो ऐप लॉन्च किया है.
Roposo 14 भाषाओं में देता है कंटेंट बनाने का मौका
रोपोसो एक इंडियन वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म है, जिससे लोग होम मेड वीडियो और फोटो से अपने विचारों को दूसरे लोगों तक पहुंचा सकते हैं. इस समय इसकी वेबसाइट में 14 प्रादेशिक भाषाओं में 5 करोड़ से ज्यादा एक्टिव मंथली यूजर्स हैं. रोपोसो ने हाल ही में अपने प्लेटफॉर्म को अपडेट किया है और शॉर्ट वीडियो बनाने वाले कॉन्टेंट क्रिएटर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर अपने कंटेंट से पैसे कमाने का मौका दिया है.
यह इस समय सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाला शॉर्ट विडियो प्लेटफॉर्म बन गया है. रोपोसो के करीब 50 लाख तक एक्टिव यूजर्स थे, लेकिन विडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म में तब्दील होने के बाद कंपनी ने काफी तेज गति से तरक्की की है और अब इसके 8 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं.
Bolo Indya पर एक्टिव हैं 65 लाख यूजर्स
बोलो इंडिया (Bolo Indya) एक शॉर्ट फॉर्म का इंफोटेनमेंट वीडियो नेटवर्क है. अब इस प्लेटफॉर्म का प्रयोग मासिक तौर पर एंड्रॉयड और आईओएस के 65 लाख से ज्यादा यूजर्स कर रहे हैं. इन शॉर्ट वीडियो को बनाने वालों की उम्र 18 से 30 साल के बीच है. बोलो इंडिया के प्लेटफॉर्म पर 14 भाषाओं में वीडियो बनाए जा सकते हैं. इस प्लेटफॉर्म ने पहले ही इस फेस्टिव सीजन में 75 से ज्यादा ब्रैंड्स से साझेदारी की है. इस प्लेटफॉर्म पर शॉर्ट वीडियो के क्रिएटर्स मुख्य रूप से हिंदी, तमिल, तेलुगु भाषाओं में शॉर्ट वीडियो बनाकर कमाई कर रहे हैं.
MX TAKATAK पर चार करोड़ यूजर्स
एमएक्स टकाटक (MX Takatak) एमएक्स प्लेयर (MX Player) का शार्ट वीडियो मेकिंग ऐप हैं, जिसके 4 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं. इस प्लेटफॉर्म पर टिकटॉक पर वीडियो बनाने वाले जीमा आशी जैसे बड़े स्टार्स भी शामिल हैं. हाल ही में कंपनी ने लोकप्रिय संगीतकार और गायक बादशाह को एमएक्स टकाटक कल्चर से जोड़ा है. हालांकि इस ऐप पर केवल ब्रांड्स का प्रमोशन ज्यादा होता है. अगर आप भी किसी नामी ब्रांड से ताल्लुक रखते हैं तो फिर यहां पर शॉर्ट वीडियो बनाकर के कमाई कर सकते हैं.
40 साल से बड़े लोगों के लिए है Mitron App
अगर आपकी उम्र 40 साल से ज्यादा है तो फिर मित्रों ऐप आपके लिए है. इस ऐप पर भी शॉर्ट वीडियो को क्रिएट करके आसानी से पैसा कमाया जा सकता है. फिलहाल इस ऐप पर कैसे विकल्पों पर पैसे बनाने के लिए टियर टू और टियर थ्री शहरों के 1 करोड़ 60 लाख एक्टिव यूजर्स हैं.
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