ऐसा प्रतीत होता है कि यह गतिविधि हैक किए गए खातों या चोरी की गई API कुंजियों के कारण नहीं है; फंड SAFU हैं। कोई नई जानकारी होने पर हम इस थ्रेड को अपडेट करेंगे। – बायनेन्स (@binance) 11 दिसंबर, 2022

Binance CEO Probes Rise in Buying and selling of Underdog Altcoins Amid Ongoing Turmoil

बिनेंस के सीईओ चांगपेंग झाओ ने अपने प्लेटफॉर्म पर कुछ अंडरडॉग altcoins के व्यापार को केवल ‘बाजार व्यवहार’ के रूप में उचित ठहराया है। हाल के दिनों में, Solar Token, Ardor, Osmosis, FUNToken, और Golem के लिए व्यापारिक गतिविधियों में Binance में वृद्धि देखी गई, चल रहे बाजार में मंदी के बीच क्रिप्टो समुदाय के सदस्यों के बीच संदेह पैदा हो गया। पिछले कुछ हफ्तों में कुल क्रिप्टो कैप $200 बिलियन (लगभग 16,51,771 करोड़ रुपये) से अधिक गिर गया, क्योंकि तरलता की कमी के कारण एफटीएक्स क्रिप्टो एक्सचेंज नाटकीय रूप से ढह गया और निवेशकों को निराश कर दिया।

SUN, ARDR, OSMO, FUN, और GLM के अपेक्षाकृत लीक से हटकर व्यापार गतिविधि ने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया कि क्या कुछ खाते बिनेंस चोरी की चाबियों से समझौता कर लिया था।

आधिकारिक ट्विटर Binance के हैंडल से पता चला कि कंपनी ने यह जांचने के लिए एक आंतरिक जांच की कि क्या बुरे अभिनेता एक्सचेंज को लक्षित कर रहे थे।

ऐसा प्रतीत होता है कि यह गतिविधि हैक किए गए खातों या चोरी की गई API कुंजियों के कारण नहीं है; फंड SAFU हैं।

कोई नई जानकारी होने पर हम इस थ्रेड को अपडेट करेंगे।

– बायनेन्स (@binance) 11 दिसंबर, 2022

झाओ आगे पता चला कि प्लेटफ़ॉर्म ने कुछ खातों पर निकासी को रोक दिया था, जो कि जांच के हिस्से के रूप में इन altcoins के व्यापार से लाभ में थे।

हमने कुछ लाभकारी खातों पर निकासी को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, जिसके कारण सोशल मीडिया पर बहुत सारी शिकायतें हुईं, सभी अलग-अलग देशों से। 2/3 https://t.co/nWSBhn3GrE

बिनेंस लैब्स क्या है

– सीजेड: लार्ज_ऑरेंज_डायमंड: बिनेंस (@cz_binance) 11 दिसंबर, 2022

बाजार में चल रही मंदी से बाहर निकलने के लिए बायनेन्स निवेशकों का भरोसा फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहा है।

एक्सचेंज, पिछले महीने, एक खोला उद्योग वसूली कोष और अपनी जेब से $1 बिलियन (लगभग 8,200 करोड़ रु.) का निवेश किया।

एक्सचेंज को भी मिला प्रूफ-ऑफ-रिजर्व का ऑडिट किया गया अपने उपयोगकर्ताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्लेटफ़ॉर्म सभी निकासी को संभाल सकता है।

कंपनी अब फाइन ट्यूनिंग पर बड़ा दांव लगा रही है साइबर सुरक्षा क्षेत्र।

सोमवार, 12 दिसंबर को, बिनेंस लैब्स एक अज्ञात राशि के साथ GoPlus Safety के लिए एक निवेश दौर का नेतृत्व किया।

Binance Labs ने अपने आधिकारिक ब्लॉग बिनेंस लैब्स क्या है पोस्ट में लिखा है, “इस फंडिंग के साथ, GoPlus Safety अपनी तकनीक का निर्माण करने, एक सुरक्षा सेवा बाज़ार बनाने और अधिक सुरक्षित, उपयोगकर्ता के अनुकूल Web3 बनाने के लिए शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करने में सक्षम होगी।”

Google Investment In India: भारत में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा गूगल, महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को मिलेगा बढ़ावा

Google ने इवेंट के दौरान Artificial intelligence द्वारा संचालित बिनेंस लैब्स क्या है कई परियोजनाओं की घोषणा की, जिनमें स्पीच टेक्नोलॉजी, वॉयस और वीडियो सर्च आदि शामिल हैं।

Google Investment In India: भारत में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा गूगल, महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को मिलेगा बढ़ावा

भारत में निवेश करेगा गूगल (REUTERS/Paresh Dave//File Photo

गूगल (Google) आने वाले पांच सालों में भरा में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। कंपनी ने बताया कि वह इंडिया डिजिटाइजेशन फंड (India Digitisation Fund) के जरिए महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स में निवेश पर ध्यान केंद्रित करेगी। कंपनी ने कहा कि गूगल ऐसे स्टार्टअप में निवेश करेगा, जो महिलाओं द्वारा नेतृत्व किये जा रहे हैं और फंड की कमी से जूझ रहे हैं।

महिलाओं के नेतृत्व बिनेंस लैब्स क्या है वाले स्टार्टअप पर कंपनी करेगी फोकस

गूगल फॉर इंडिया इवेंट में गूगल इंडिया के कंट्री मैनेजर और वीपी संजय गुप्ता (Google India Country Manager बिनेंस लैब्स क्या है & VP Sanjay Gupta) ने कहा, “हमारे IDF निवेश के हिस्से के रूप में हम महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप पर विशेष ध्यान देने के साथ शुरुआती चरण की कंपनियों को समर्थन देने के लिए लक्षित करेंगे।” इसके साथ ही इवेंट में कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) द्वारा संचालित कई परियोजनाओं की घोषणा की, जिनमें स्पीच टेक्नोलॉजी, वॉयस और वीडियो सर्च आदि शामिल हैं।

संजय गुप्ता ने कहा, “एआई के साथ टेक्स्ट कंटेंट तुरंत वीडियो में परिवर्तित हो सकता है। अंग्रेजी से किसी भी भाषा में अनुवाद बड़े पैमाने पर संभव है।” कंपनी ने अपने भाषा अनुवाद और खोज तकनीक को ठीक करने के लिए पूरे भारत के 773 जिलों से भाषण डेटा एकत्र करने के लिए बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Science) के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की।

Himachal Pradesh में कांग्रेस के लोगों ने की पाला बदलने की पेशकश, लेकिन पीछे हटी बीजेपी, किन वजहों से पीएम मोदी ने नहीं दिखाई दिलचस्पी

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गूगल IIT मद्रास को देगा अनुदान

कंपनी के बयान से साफ़ है कि वह भाषा अनुवाद और सर्च प्रौद्योगिकी को बेहतर बनाएगी। इसके साथ ही Google ने IIT मद्रास (IIT Madras) में भारत का पहला AI केंद्र स्थापित करने के लिए 1 मिलियन अमरीकी डॉलर (1 million Dollar) के अनुदान की भी घोषणा की।

National Testing House ऐप लॉन्च किया जाएगा

वहीं उपभोक्ता मामले की अपर सचिव निधि खरे (Nidhi Khare) ने बताया कि देश में जल्द ही National Testing House ऐप लॉन्च किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सभी लैब्स को digital labs में परिवर्तित किया जा रहा है। लैब्स के आधुनिकीकरण के लिए नई मशीनें आ रही हैं और अभी तक काम मैनुअल हुआ करता था लेकिन अब जांच में समय कम लगेगा।

म‍िट्टी के 75 लाख सैंपल की जांच करवाएगी हर‍ियाणा सरकार, क‍िसानों को म‍िलेगा फायदा

Soil Health Card: लर्निंग के साथ अर्निंग के ल‍िए विद्यार्थियों से भी स्वायल टेस्ट‍िंग करवा रही है हर‍ियाणा सरकार. एक सैंपल के टेस्ट पर बिनेंस लैब्स क्या है द‍िए जा रहे हैं 40 रुपये. क‍िसानों के ल‍िए फायदे का सौदा है स्वायल टेस्ट‍िंग करवाना.

स्वायल टेस्टि‍ंंग पर जोर दे रही है सरकार.

स्वायल टेस्टि‍ंंग पर जोर दे रही है सरकार.

  • New Delhi ,
  • Dec 19, 2022,
  • Updated Dec 19, 2022, 7:02 PM IST

हर‍ियाणा सरकार ’हर खेत-स्वस्थ खेत’ अभियान के तहत अगले चार साल में 75 लाख मिट्टी के नमूने एकत्र कर उनका परीक्षण करवाएगी. प्रत्येक एकड़ जमीन के लिए क‍िसानों बिनेंस लैब्स क्या है को मृदा स्वास्थ्य कार्ड (Soil Health Card) द‍िए जाएंगे. ताक‍ि वो म‍िट्टी की सेहत को देखते हुए उसमें उर्वरकों का इस्तेमाल कर सकें. स्वायल हेल्थ कार्ड में खेत की मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों संबंधी जानकारी होगी. इसमें नाईट्रोजन, ऑर्गेनिक कार्बन, जिंक और फास्फोरस आदि का ब्यौरा होगा. इस जानकारी से खाद पर क‍िसानों का खर्च कम हो सकता है.

स्वायल टेस्ट‍िंग के काम को राज्य सरकार ने कॉलेजों और स्कूलों से जोड़ द‍िया है. विद्यार्थी टेस्ट‍िंग कर रहे हैं. ज‍िससे लर्निंग के साथ उनकी अर्निंग भी हो रही है. एक सरकारी प्रवक्ता ने दावा क‍िया क‍ि इसी रणनीति से राज्य ने वर्ष 2022-23 में 30 लाख मिट्टी के नमूने एकत्र किए हैं, जो पिछले वर्षों (2015-2020) की तुलना में आठ गुना अध‍िक है. किसान सहायकों और विज्ञान के छात्रों को प्रति मिट्टी नमूना 40 रुपये का प्रोत्साहन द‍िया जा रहा है. जिस गांव से सैंपल ल‍िया जा रहा है उसकी जांच उसी गांव के विद्यार्थी को म‍िल रही है. सरकार हर गांव का स्वायल फर्टिलिटी मैप भी तैयार करवा रही है.

सूबे में 95 सरकारी लैब

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा में मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं का बड़ा नेटवर्क है. जहां किसान अपने खेत की मिट्टी की जांच करवा सकते हैं. दावा है क‍ि 20-25 किलोमीटर की परिधि में स्वायल टेस्ट‍िंग लैब की उपलब्धता है. अब सरकार के पास 95 लैब हैं, ज‍िनमें सालाना 30 लाख मिट्टी के नमूनों की जांच हो सकती है.

क‍िसान बना सकते हैं न‍िजी लैब

विद्यार्थियों से स्वायल टेस्ट‍िंग करवाने की योजना अलग है. एक अन्य स्कीम के मुताब‍िक युवा किसान गांवों में अपनी न‍िजी स्वायल टेस्टिंग लैब बनाकर भी कमाई कर सकते हैं. लैब स्थापित करने में 5 लाख रुपये का खर्च आ जाता है. ज‍िसमें से 3.75 लाख रुपये की सरकारी मदद म‍िलती है. इसमें 60 प्रतिशत ह‍िस्सा केंद्र और 40 परसेंट राज्य सरकार का होता है. लैब बनाने के इच्छुक किसान जिले के कृषि उप निदेशक को आवेदन दे सकते हैं. इसके तहत नमूना लेने, परिक्षण करने एवं स्वायल हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराने के लिए प्रति नमूना 300 रुपये म‍िलते हैं.

100 पैक हाउस बनाने की तैयारी

यह तो रही म‍िट्टी के जांच की बात. राज्य सरकार कहा है क‍ि हर‍ियाणा सेंट्रल पूल में खाद्यान्न का दूसरा सबसे बड़ा योगदान देने वाला सूबा है. प्रदेश ने बागवानी की दिशा में विविधीकरण और कृषि-व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत पहल की है. लगभग 400 बागवानी फसल समूहों की मैपिंग की गई है. यही नहीं 700 किसान उत्पादक संगठनों का गठन भी किया गया है.कृष‍ि क्षेत्र की तरक्की के ल‍िए प्रदेश में अब तक 33 इंटीग्रेटेड पैक-हाउस स्थापित किए जा चुके हैं और 35 प्रगति पर हैं. चालू वित्त वर्ष के अंत तक ऐसे कुल 100 पैक हाउस स्थापित करने का टारगेट है.

Google Investment In India: भारत में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा गूगल, महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को मिलेगा बढ़ावा

Google ने इवेंट के दौरान Artificial intelligence द्वारा संचालित कई परियोजनाओं की घोषणा की, जिनमें स्पीच टेक्नोलॉजी, वॉयस और वीडियो सर्च आदि शामिल हैं।

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भारत में निवेश करेगा गूगल (REUTERS/Paresh Dave//File Photo

गूगल (Google) आने वाले पांच सालों में भरा में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। कंपनी ने बताया कि वह इंडिया डिजिटाइजेशन फंड (India Digitisation Fund) के जरिए महिलाओं के नेतृत्व वाले बिनेंस लैब्स क्या है स्टार्टअप्स में निवेश पर ध्यान केंद्रित करेगी। कंपनी ने कहा कि गूगल ऐसे स्टार्टअप में निवेश करेगा, जो महिलाओं द्वारा नेतृत्व किये जा रहे हैं और फंड की कमी से जूझ रहे हैं।

महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप पर कंपनी करेगी फोकस

गूगल फॉर इंडिया इवेंट में बिनेंस लैब्स क्या है गूगल इंडिया के कंट्री मैनेजर और वीपी संजय गुप्ता (Google India Country Manager & VP Sanjay Gupta) ने कहा, “हमारे IDF निवेश के हिस्से के रूप में हम महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप पर विशेष ध्यान देने के साथ शुरुआती चरण की कंपनियों को समर्थन देने के लिए लक्षित करेंगे।” इसके साथ ही इवेंट में कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) द्वारा संचालित कई परियोजनाओं की घोषणा की, जिनमें स्पीच टेक्नोलॉजी, वॉयस और वीडियो सर्च आदि शामिल हैं।

संजय गुप्ता ने कहा, “एआई के साथ टेक्स्ट कंटेंट तुरंत वीडियो में परिवर्तित हो सकता है। अंग्रेजी से किसी भी भाषा में अनुवाद बड़े पैमाने पर संभव है।” कंपनी ने अपने भाषा अनुवाद और खोज तकनीक को ठीक करने के लिए पूरे भारत के 773 जिलों से भाषण डेटा एकत्र करने के लिए बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Science) के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की।

Himachal Pradesh में कांग्रेस के लोगों ने की पाला बदलने की पेशकश, लेकिन पीछे हटी बीजेपी, किन वजहों से पीएम मोदी ने नहीं दिखाई दिलचस्पी

Gadkari At Chinese Restaurant: चाइनीज रेस्टोरेंट में खाने गए थे नितिन गडकरी, शेफ की सैलरी सुन रह गए थे दंग

गूगल IIT मद्रास को देगा अनुदान

कंपनी के बयान से साफ़ है कि वह भाषा अनुवाद और सर्च प्रौद्योगिकी को बेहतर बनाएगी। इसके साथ ही Google ने IIT मद्रास (IIT Madras) में भारत का पहला AI केंद्र स्थापित करने के लिए 1 मिलियन अमरीकी डॉलर (1 million Dollar) के अनुदान की भी घोषणा की।

National Testing House ऐप लॉन्च किया जाएगा

वहीं उपभोक्ता मामले की अपर सचिव निधि खरे (Nidhi Khare) ने बताया कि देश में जल्द ही National Testing House ऐप लॉन्च किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सभी लैब्स को digital labs में परिवर्तित किया जा रहा है। लैब्स के आधुनिकीकरण के लिए नई मशीनें आ रही हैं और अभी तक काम मैनुअल हुआ करता था लेकिन अब जांच में समय कम लगेगा।

Shiba Inu 2022 में Bitcoin और Ethereum के बाद सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करंसी के रूप में शामिल

Shiba Inu 2022 में B

क्रिप्टो उद्योग ने पिछले कुछ वर्षों में बड़ी संख्या में संपत्ति का आगमन देखा है।

हालांकि, अधिकांश Bitcoin [BTC] या Ethereum [ETH] जैसी प्रमुख क्रिप्टोकरंसी के बराबर आने में विफल रही है। हालांकि एक मीम कॉइन, Shiba Inu [SHIB] ने इस स्थिति को बदल दिया है क्योंकि इसकी लोकप्रियता में भारी वृद्धि देखी गई है। इस वर्ष मूल्य में बड़ी गिरावट का सामना करने के बावजूद, इसकी लोकप्रियता ने संपत्ति को बचाए रखा है।

दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज, Binance ने 2022 में सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टो करंसी पर प्रकाश डालते हुए एक ट्वीट साझा किया है। सभी को इस सूची में BTC और ETH के होने की उम्मीद थी। लेकिन Shiba Inu की मौजूदगी ने कुछ लोगों को चौंकाया। हालांकि इस खबर से Shib Army में ख़ुशी की लहर है। Shiba Inu के लिए 2022 स्पष्ट रूप से काफी महत्वपूर्ण रहा है।

इसके अलावा, हाल ही में SHIB नेटवर्क ने एक काउंटडाउन शुरू किया है। SHIB Army ने अनुमान लगाना शुरू कर दिया कि काउंटडाउन क्या हो सकता है। कई लोगों का मानना है कि यह काउंटडाउन Shibarium से संबंधित है। फिलहाल काउंटडाउन 14 घंटे 45 मिनट और 11 सेकेंड पर है।

Shiba Inu (SHIB) एक डिसेंट्रलाइस्ड क्रिप्टो करंसी है जिसे Shiba टोकन के रूप में भी जाना जाता है। इसे अगस्त 2020 में एक गुमनाम व्यक्ति या टीम द्वारा बनाया गया था जिसे Ryoshi के नाम से जाना जाता है। और इसके समूह को Shiba Army के नाम से जाना जाता है। Shiba Army को दुनिया के सबसे बड़े और सबसे मजबूत समूह के रूप बिनेंस लैब्स क्या है में जाना जाता है।

लेखन के समय Shiba Inu ने डेली चार्ट पर डबल बॉटम पैटर्न बनाया है। दैनिक मूल्य चार्ट पर, Shiba Inu प्राइस प्रिडिक्शन से पता चलता है कि टोकन डेसेंडिंग ट्रायंगल पैटर्न की अपर ट्रेंड लाइन की ओर लौटने की कोशिश कर रहा है। RSI और MACD अपने निचले स्तर से वापसी कर रहे हैं, यह दर्शाता है कि आने वाले दिनों में कीमतें बढ़ सकती हैं।

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